पिछले दो सालों में एसोसिएट देशों में
नीदरलैंड्स ही अकेली अपूर्ण सदस्यीय टीम रही (सह मेज़बान अमेरिका के अलावा) जिसने सीधे
इस बार के टूर्नामेंट के लिए क्वालिफ़ाई किया है क्योंकि वे 2022 टूर्नामेंट में शीर्ष आठ में रहे थे। तब से वे 2023 वनडे विश्व कप में खेलने वाले भी अकेले एसोसिएट देश थे, जहां वेस्टइंडीज़, ज़िम्बाब्वे और आयरलैंड क्वालिफ़ाई करने से चूक गए थे।
2022 टी20 विश्व कप में उन्होंने साउथ अफ़्रीका को शिकस्त दे दी थी और 2023 वनडे विश्व कप में भी उन्होंने साउथ अफ़्रीका को दोबारा शिकस्त दी। अब वे इस बार भी ग्रुप स्तर में साउथ अफ़्रीका के पूल में ही हैं। काउंटी वादा पूरा करने की वजह से रूलोफ़ वान डर मर्व और बल्लेबाज़ कॉलिन एकरमैन विश्व कप टीम का हिस्सा नहीं हैं।
मैक्स ओडाउड उनके अहम बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने अपनी टीम के लिए सबसे अधिक टी20आई रन बनाए हैं, जहां उनके नाम क़रीब 2000 रन हैं और अब उनका स्ट्राइक रेट भी अच्छा हो गया है।
50 ओवर के मैच में 22 डबल रन का मंत्र उनके कप्तान
स्कॉट एडवर्ड्स ने ही दिया था जो विकेटों के बीच बहुत तेज़ भागते हैं और स्वीप पर अधिक निर्भर रहते हैं।
बड़े टूर्नामेंट में नीदरलैंड्स
2009 से नीदरलैंड्स ने पांच टी20 विश्व कप खेले हैं, जब उन्होंने लॉर्ड्स में इंग्लैंड को हराया था। केवल 2021 में ही वह कोई भी मैच जीतने में सफल नहीं रहे थे। उन्होंने 1996, 2003, 2007, 2011 और 2023 वनडे विश्व कप भी खेले लेकिन 29 वनडे विश्व कप मैचों में केवल चार ही जीत पाए।
आर्यन दत्त, बास द लीडे, काइल क्लीन, लॉगन वान बीक, मैक्स ओडाउड, माइकल लेविट, पॉल वान मीकरन, स्कॉट एडवर्ड्स (कप्तान/विकेटकीपर), साक़िब ज़ुल्फीक़र, सेब्रांड एंगलब्रेच, तेजा निदामानुरु, टिम प्रिंगल, विक्रमजीत सिंह, विवियन किंगमा, वेस्ली बरेसी।