उदय सहारन: मुझे पता था कि हमें बस एक साझेदारी की ज़रूरत है
सहारन और ढास के बीच पांचवें विकेट के लिए 171 रनों की साझेदारी हुई
हेमंत बराड़
07-Feb-2024

उदय सहारन को प्लेयर ऑफ़ द मैच का ख़िताब मिला • ICC/Getty Images
साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अंडर-19 विश्व कप के पहले सेमीफ़ाइनल में जब भारतीय कप्तान उदय सहारन बल्लेबाज़ी के लिए आए तो भारत का स्कोर आठ रन पर दो विकेट था। थोड़ी देर बाद ही यह स्कोर 32 रन पर चार विकेट हो गया। हालांकि इन सबके बीच सहारन के दिमाग़ में बस एक ही चीज़ चल रही थी कि उन्हें अंत तक टिककर खेलना है।
सहारन ने अपने साथी बल्लेबाज़ सचिन ढास के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 171 रनों की साझेदारी की और भारत को जीत के क़रीब ले गए। ढास ने सुनिश्चित किया कि ज़रूरी रन रेट नियंत्रण में रहे, वहीं सहारन ने सुनिश्चित किया कि कम से कम एक छोर सुरक्षित रहे।
जब ढास 95 गेंदों पर 96 रन बनाकर आउट हुए तब भारत को 47 गेंदों में 42 रनों की ज़रूरत थी। सहारन लगभग अंत तक टिके रहे और विजयी रन चुराने के चक्कर में तब रन आउट हुए, जब भारत को सिर्फ़ एक रन की ज़रूरत थी। सहारन ने इस पारी में 124 गेंदों पर 81 रन बनाए और अपनी टीम को लगातार पांचवें फ़ाइनल में पहुंचाया।
प्लेयर ऑफ़ द मैच बनने के बाद सहारन ने बताया, "मेरे दिमाग़ में ज़्यादा कुछ नहीं चल रहा था। मुझे ख़ुद पर विश्वास था। मैं एक ही चीज़ सोच रहा था कि मुझे अंत तक खेलना है। मुझे पता था कि बस एक साझेदारी की देरी है और मैच हमारा होगा। इसलिए मैं ख़ुद से बार-बार कह रहा था कि जितना हो सके, मैच को अंत तक ले जाना है।"
सहारन ने अपनी पारी के दौरान सिर्फ़ छह चौके लगाए। उन्होंने कहा कि प्रतिरोध करने का यह तरीक़ा उन्होंने अपने पिता जी से सीखा है, जो ख़ुद भी क्रिकेटर बनना चाहते थे।
सहारन ने बताया, "वह भी इसी तरीके से खेलना पसंद करते थे और मैच को अंत तक ले जाते थे। मैंने भी वही करने का प्रयास किया। मुझे पता था कि अगर ज़रूरत होगी तो अंत में मैं बड़े शॉट भी खेल सकता हूं। मुझे यह भी पता था कि जब तक मैं क्रीज़ पर हूं, मैच हमारा है।"
सहारन और ढास के बीच पांचवें विकेट के लिए 171 रनों की साझेदारी हुई•ICC/Getty Images
सहारन ने आगे बताया, "जब मैं बल्लेबाज़ी के लिए आया, गेंद स्विंग कर रही थी और पिच में उछाल भी था। इसलिए मैं थोड़ा अलर्ट होकर खेल रहा था और खुलकर अपने शॉट नहीं लगा रहा था। हालांकि जब गेंद पुरानी हो गई तो यह बल्ले पर भी आसानी से आने लगी। हालांकि कुछ गेंदें अभी भी उछल रही थी, लेकिन एक बार सेट हो जाने के बाद हम उसे आसानी से खेलने लगे।"
सहारन और ढास ने भारत के आख़िरी सुपर सिक्स मैच में नेपाल के ख़िलाफ़ भी 215 रनों की साझेदारी की थी। हालांकि वह पहली पारी थी और यहां पर भारत को लक्ष्य का पीछा करना था। टूर्नामेंट में यह पहली बार था, जब भारत दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी कर रहा था।
सहारन ने कहा, "मैं सचिन (ढास) से लगातार कह रहा था कि हमें अंत तक टिकना है। 'मैं यहां हूं, अगर तुम भी रहोगे तो रन भी बनेंगे। ऐसा नहीं होगा कि हम बल्लेबाज़ी कर रहे हों और रन नहीं बने।' बाउंड्री पार से समय-समय पर हमें कोचिंग स्टाफ़ से भी मदद मिल रही थी, जो लगातार हमारा मनोबल बनाए रखे थे।"
यह कुल नौवां मौक़ा है, जब भारत ने अंडर-19 विश्व कप फ़ाइनल में जगह बनाई है।
सहारन ने कहा, "सेमीफ़ाइनल जीतना बेहतरीन है और अच्छा हुआ कि यह एक नज़दीकी मुक़ाबला था। फ़ाइनल से पहले हमें एक अच्छा अभ्यास मिला। मुझे ख़ुशी है कि मेरी कप्तानी में हम फ़ाइनल में पहुंचे (हंसते हुए)।"
"मुझे पता था कि अगर ज़रूरत होगी तो अंत में मैं बड़े शॉट भी खेल सकता हूं। मुझे यह भी पता था कि जब तक मैं क्रीज़ पर हूं, मैच हमारा है"भारतीय कप्तान उदय सहारन
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं