भारत के प्रसिद्ध ऑलराउंडर वीनू मांकड को आईसीसी के हॉल ऑफ फ़ेम में मिली जगह

ESPNcricinfo staff

इंग्लैंड के विरूद्ध लॉर्ड्स में 72 रन की पारी के दौरान स्वीप करते वीनू मांकड © PA Photos

पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 10 पूर्व खिलाड़ियों को हॉल ऑफ फ़ेम में जगह दी है। इसमें जनवरी, 1898 में डेब्यू करने वाले ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मोंटी नोबल से लेकर अगस्त, 2015 में अपना अंतिम मैच खेलने वाले कुमार संगाकारा का नाम शामिल है।

भारत की तरफ से इस सूची में वीनू मांकड का नाम शामिल है, जो कि कपिल देव से पहले भारत के सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला थे। दाएं हाथ से बल्लेबाज़ी और बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाज़ी करने वाले वीनू मांकड ने भारत की तरफ से कुल 44 टेस्ट मैच खेला, जिसमें उन्होंने 31.47 की औसत से 2109 रन और 32.32 की औसत से 162 विकेट लिए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1952 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के विरूद्ध आया था, जब उन्होंने पारी की शुरूआत करते हुए दोनों पारियों में क्रमश: 72 और 184 रन बनाए थे और पहली पारी में 5 विकेट लिए थे।

उसी साल की शुरूआत में मद्रास (अब चेन्नई) में इंग्लैंड के विरूद्ध ही टेस्ट मैच में उन्होंने 12 विकेट लिए थे और भारत को जीत दिलाई थी। टेस्ट क्रिकेट में यह भारत की पहली जीत थी। मद्रास में ही न्यूज़ीलैंड के विरूद्ध 1956 में मांकड ने पंकज रॉय के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 413 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की थी, जो कि 2008 तक विश्व रिकॉर्ड था। 2008 में ग्रीम स्मिथ और नील मैकेंजी की जोड़ी ने बांग्लादेश के विरूद्ध इस 52 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा था।

रिकॉर्ड साझेदारी के दौरान वीनू मांकड और पंकज रॉय © Wisden Cricket Monthly

आईसीसी ने 20वीं सदी के क्रिकेट को 5 दौर में बांटकर हर दौर से दो खिलाड़ियों को हॉल ऑफ फ़ेम में जगह दी है। इसमें प्रथम विश्व युद्ध से पहले के दौर से मोंटी नोबलऑब्रे फ़ॉक्नर, विश्व युद्ध के बीच के दौर से स्टैन मकेबलिअरी कॉन्टेस्टाइन, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के दौर (1946 से 1970) से वीनू मांकड व टेड डेक्स्टर, वन डे क्रिकेट के शुरूआती दौर (1971 से 1995) से बॉब विलिसडेसमंड हेंस और आधुनिक दौर (1996 से 2015) से एंडी फ़्लावरकुमार संगाकारा को चुना गया है।

इस सूची में ऑलराउंडर्स को प्रमुख रूप से जगह मिली है। नोबल, फॉक्नर, कॉन्टेस्टाइन और मांकड जहां बल्ले और गेंद दोनों के साथ कमाल करते थे, वहीं फ़्लावर और संगाकारा एक बेहतरीन बल्लेबाज़ के साथ-साथ चपल विकेटकीपर भी थे।

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