धीमी ओवर रेट की वजह से न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड के WTC अंक कटे
क्राइस्टचर्च में पहले टेस्ट के दौरान धीमी ओवर रेट की वजह से न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड की टीम ने तीन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) अंक गंवाए हैं, साथ ही दोनों टीमों के खिलाड़ियों पर मैच फ़ीस का 15 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया है।
पेनाल्टी लगने का मतलब है कि न्यूज़ीलैंड WTC तालिका में चौथे से पांचवें स्थान पर पहुंच गया है और पहले टेस्ट में हार के बाद उनके अगले साल फ़ाइनल खेलने की उम्मीदों को दोहरा झटका लगा है।
न्यूज़ीलैंड के अब 47.92 प्रतिशत अंक हैं और वे अपने बचे दो मैचों में जीत के बाद भी 55.36 प्रतिशत अंक तक ही पहुंच पाएगा। इंग्लैंड पहले ही WTC फ़ाइनल की रेस से बाहर है, जहां वह 42.50 प्रतिशत अंक के साथ छठे स्थान पर है।
दोनों टीमों को लक्ष्य से तीन ओवर कम में पाया गया जिससे प्रति टीम पर प्रति ओवर एक अंक गंवाना पड़ा। मैदानी अंपायर अहसान रज़ा और रॉड टकर, साथ ही तीसरे अंपायर एंड्रियन होल्डस्टॉक और चौथे अधिकारी किम कॉटन ने उन पर ये चार्ज लगाए, जिसको दोनों टीमों के कप्तान टॉम लेथम और बेन स्टोक्स ने स्वीकार किया।
WTC के शीर्ष दो स्थान पर अभी भारत और साउथ अफ़्रीका काबिज हैं। जबकि ऑस्ट्रेलिया तीसरे और श्रीलंका चौथे स्थान पर हैं। मौजूदा चक्र में अभी 15 मैच और खेले जाने हैं, ऐसे में किसी भी टीम का शीर्ष दो स्थान अभी पक्का नहीं है।
भारत में 3-0 से सीरीज़ जीतने वाली न्यूज़ीलैंड ने क्राइस्टचर्च में ख़राब क्षेत्ररक्षण किया जिससे उनको आठ विकेट से हार मिली और इससे उनके दूसरे WTC फ़ाइनल खेलने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है।