गिल के साथ साझेदारी पर अभिषेक : हमें एक दूसरे की संगत पसंद है
आक्रामक अर्धशतकीय पारी खेलकर पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत को जीत दिलाने वाले भारतीय सलामी बल्लेबाज़ अभिषेक शर्मा ने अपने सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल के साथ अपनी साझेदारी पर कहा कि दोनों को ही एक दूसरे की संगत पसंद है।
अभिषेक ने पोस्ट मैच प्रेज़ेंटेशन में कहा, "हम स्कूल के दिनों से साथ खेल रहे हैं, हमें एक-दूसरे की संगत पसंद है। हमें लगा कि हम ऐसा कर सकते हैं और आज वही दिन था। जिस तरह से वह बेहतरीन शॉट्स लगा रहे हैं थे, मैंने उसका पूरा मज़ा लिया। अगर आप किसी को इस अंदाज़ में खेलते देखते हैं, तो वही इरादा मैं भी दिखाने का प्रयास करता हूं। मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं। मुझे पता है कि मैं टीम को जीत दिलाने में सक्षम हूं।"
अभिषेक ने छक्का लगाकर भारतीय पारी का आग़ाज़ किया था। वहीं गिल ने भी आक्रामक अंदाज़ में पारी की शुरुआत की। दोनों बल्लेबाज़ों ने 4.4 ओवर में ही अर्धशतकीय साझेदारी पूरी कर ली। हालांकि गिल और अभिषेक का आक्रमण यहां थमा नहीं और भारत ने 8.4 ओवर में ही बिना विकेट गंवाए 100 का आंकड़ा छू लिया।
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव भी अभिषेक और गिल की जोड़ी को लेकर कहा कि दोनों की जोड़ी आग और बर्फ़ की जोड़ी है।
सूर्यकुमार ने कहा, "हर मैच में जिस तरह लड़के आगे आकर ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं, उससे मेरा काम बहुत आसान हो गया है। टीम ने शानदार जज़्बा दिखाया। अभिषेक और गिल की जोड़ी ने कमाल का प्रदर्शन किया। वह एकदूसरे को अच्छा सपोर्ट करते हैं। यह "फ़ायर और आइस" जैसा कॉम्बिनेशन है।"
पाकिस्तान ने भी बल्लेबाज़ी में अच्छी शुरुआत की थी। पहले छह ओवर में पाकिस्तान ने एक विकेट के नुक़सान पर 55 रन बना लिए थे। जसप्रीत बुमराह ने इस दौरान तीन ओवर की गेंदबाज़ी करते हुए 34 रन दिए जो कि उनके T20I करियर में अब तक सबसे महंगा पावरप्ले था। इससे पहले उन्होंने अपने दूसरे T20I में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पावरप्ले में 31 रन दिए थे।
हालांकि सूर्यकुमार ने कहा अपने तेज़ गेंदबाज़ का बचाव किया और कहा कि यह खेल का हिस्सा है। पाकिस्तान ने पहले 10 ओवर में स्कोरबोर्ड पर एक विकेट के नुक़सान पर 91 रन जोड़ लिए थे लेकिन अगले 10 ओवर में पाकिस्तान की टीम 80 रन ही जोड़ पाई। 11वें से 17वें ओवर के बीच पाकिस्तान केवल 38 रन ही बना पाया। जिसका श्रेय कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती के साथ शिवम दुबे को जाता है जिन्होंने सईम अयूब और साहिबज़ादा फ़रहान के रूप में पाकिस्तान को दोहरे झटके दिए।
सूर्यकुमार ने कहा, "(बुमराह को लेकर) वह कोई रोबोट नहीं है, उनका भी कभी न कभी बुरा दिन आएगा, यह सामान्य चीज़ है। दुबे ने मुश्किल हालात से हमें बाहर निकाला।"