यानसन के छह झटकों से साउथ अफ़्रीका की पकड़ में मैच
साउथ अफ़्रीका 489 और 26 पर 0 (रिकलटन 13*, मारक्रम 12*) भारत 201 (जायसवाल 58, वॉशिंगटन 48, कुलदीप 19 और यानसन 48 पर छह) से 314 रन आगे
मार्को यानसन के छह झटकों की बदौलत साउथ अफ़्रीका ने गुवाहाटी टेस्ट पर अपनी पकड़ बना ली है। वहीं भारत के लिए मैच को बचाना एक कठिन चुनौती प्रतीत हो रहा है। दिन के खेल की शुरुआत भारत ने अच्छी की लेकिन वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव की जुझारू पारियों के बावजूद भारत पहली पारी में साउथ अफ़्रीका से 288 रन पीछे रह गया। भारतीय पारी में एकमात्र अर्धशतक यशस्वी जायसवाल के बल्ले से आया।
जायसवाल और के एल राहुल ने तीसरे दिन के खेल में सधी शुरुआत की और ओवरकास्ट परिस्थितियों में पारी को संभाले रखा। राहुल और जायसवाल लय में आ रहे थे और दोनों के बीच अर्धशतकीय साझेदारी भी पूरी हो चुकी थी। हालांकि टीम के 65 के स्कोर पर राहुल केशव महाराज की उछाल के साथ बाहर जाती गेंद पर गच्चा खा गए।
राहुल के पवेलियन जाने के बाद साई सुदर्शन ने जायसवाल के साथ साझेदारी बनाना शुरू की। जायसवाल ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपना पहला अर्धशतक पूरा किया जो कि किसी द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज़ में किसी व्यक्तिगत अर्धशतक के लिए भारत द्वारा ली गई संयुक्त रूप से दूसरी सर्वाधिक (3) पारियां थीं। इससे ज़्यादा पारियां (4) भारत ने 1926 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ इंग्लैंड में ली थीं।
हालांकि टीम के 95 के स्कोर पर साइमन हार्मर ने जायसवाल के रूप में भारत को बड़ा झटका दिया। यानसन ने एक शानदार कैच लपका और इसके बाद भारत की पारी लड़खड़ा गई। हार्मर ने इसके बाद साई सुदर्शन का शिकार किया और टी से ठीक पहले ध्रुव जुरेल यानसन की शॉर्ट गेंद पर पुल के प्रयास में चौथे विकेट के रूप में आउट हो गए। भारत 95 पर एक विकेट के स्कोर से पहले सत्र की समाप्ति तक 102 के स्कोर पर चार विकेट गंवा चुका था।
अगले सत्र में भी भारतीय पारी की तस्वीर नहीं बदली और यानसन ने पहले कप्तान ऋषभ पंत, फिर नीतीश कुमार रेड्डी और रवींद्र जाडेजा का शिकार किया। पंत स्टेप आउट करते हुए कॉट बिहाइंड हुए और DRS पर भी ख़ुद को नहीं बचा पाए।
वहीं जाडेजा को शॉर्ट गेंद पर अंपायर ने स्लिप में नॉट आउट करार दिया लेकिन साउथ अफ़्रीका ने DRS लिया और पता चला कि गेंद जाडेजा के कंधे पर लगकर बल्ले को छूती हुई स्लिप कॉर्डन में गई थी। जबकि रेड्डी के लिए भी यानसन ने शॉर्ट गेंद का जाल बिछाया और एक बार फिर मारक्रम ने बेहतरीन फ़ील्डिंग का प्रदर्शन करते हुए स्लिप से गली की ओर दौड़ते हुए ख़ुद को झोंकते हुए रेड्डी का कैच लपक लिया।
भारत 122 के स्कोर पर सात विकेट गंवा चुका था जबकि पिच बल्लेबाज़ी के लिए मुश्किल नहीं लग रही थी। इसकी बानगी वॉशिंगटन और कुलदीप की बल्लेबाज़ी के दौरान देखने मिली जब दोनों ही बल्लेबाज़ अर्धशतकीय साझेदारी करने के साथ ही दूसरे सत्र की समाप्ति के बाद नाबाद ही पवेलियन लौटे।
अंतिम सत्र में भी दोनों बल्लेबाज़ों ने अच्छी शुरुआत की और पहले आधे घंटे में अपना विकेट नहीं गंवाया। हालांकि इसके बाद हार्मर की गेंद पर वॉशिंगटन फ़्रंटफ़ुट या बैकफ़ुट से खेलने की दुविधा में पड़ गए और स्लिप में मारक्रम को कैच दे बैठे। इसके बाद यानसन ने कुलदीप और जसप्रीत बुमराह को आउट करते हुए भारत की पारी 201 के स्कोर पर समाप्त कर दी।
कुलदीप ने अपनी पारी में कुल 134 गेंदों का सामना किया जो कि उनके द्वारा टेस्ट करियर में एक पारी में खेली गईं सर्वाधिक गेंदें थी। इससे पहले उन्होंने 2024 में रांची टेस्ट में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 131 गेंदों का सामना किया था। कुलदीप के विकेट के रूप में ही यानसन ने अपना पंजा पूरा किया और मारक्रम ने स्लिप में उनका कैच लेते हुए पारी का अपना पांचवां कैच पूरा किया।
यानसन भारत में एक टेस्ट में अर्धशतक लगाने वाले और पंजा निकालने वाले केवल दूसरे साउथ अफ़्रीकी खिलाड़ी और 11वें ऑलराउंडर बने। तो वहीं मारक्रम साउथ अफ़्रीका के लिए एक टेस्ट पारी में ग्रेम स्मिथ के बाद पांज कैच लेने वाले केवल दूसरे फ़ील्डर बने।
साउथ अफ़्रीका ने भारत के ख़िलाफ़ पहली पारी में 288 रनों की बढ़त हासिल की और साउथ अफ़्रीका के कप्तान टेम्बा बवूमा ने टीम मैनेजमेंट से पुष्टि करने के बाद भारत को फ़ॉलोऑन नहीं देने का फ़ैसला किया।
मारक्रम और रायन रिकलटन की सलामी जोड़ी ने साउथ अ़फ़्रीका को अच्छी शुरुआत दिलाई और दिन के खेल की समाप्ति तक साउथ अफ़्रीका बिना विकेट खोए 26 रन बना लिए। पहले ओवर में मारक्रम के ख़िलाफ़ बुमराह ने मौक़ा ज़रूर बनाया लेकिन गेंद स्लिप में राहुल के हाथों से छिटक कर निकल गई। साउथ अफ़्रीका के पास दूसरी पारी में अब कुल 314 रनों की बढ़त है।
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।