ऐतिहासिक जीत से आठ विकेट दूर साउथ अफ़्रीका
भारत 201 और 27/2 (जायसवाल 13, यानसन 14 पर एक, हार्मर एक पर एक) साउथ अफ़्रीका 489 और 260/5 घोषित (स्टब्स 94, डीज़ॉर्ज़ी 49, जाडेजा 62 पर चार) को जीत के लिए चाहिए 522 रन
गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन की समाप्ति होने तक साउथ अफ़्रीका ने भारत पर शिकंजा कस दिया है। साउथ अफ़्रीका ने 260/5 के स्कोर पर अपनी दूसरी पारी घोषित करते हुए भारत के सामने 549 रनों का विशालकाय लक्ष्य रखा है। इसके जवाब में भारत ने दूसरी पारी में 27 के स्कोर पर दोनों ओपनर्स के विकेट गंवा दिए हैं। दिन का खेल समाप्त होने तक साई सुदर्शन और कुलदीप यादव क्रीज़ पर मौजूद हैं।
26/0 के स्कोर पर चौथा दिन शुरू करने वाली साउथ अफ़्रीका ने पहला घंटा काफ़ी आराम से खेला। इसके बाद रवींद्र जाडेजा ने रायन रिकलटन (35) के रूप में भारत को पहली सफलता दिलाई। एडन मारक्रम (29) भी अपनी पारी को अधिक बड़ी नहीं कर पाए। कप्तान टेम्बा बवूमा (3) भी सस्ते में आउट हुए। जाडेजा ने दो और वॉशिंगटन सुंदर ने एक विकेट लेकर भारत के लिए आस जगाई। हालांकि, तीन विकेट गिरने के बाद भी मेहमान टीम ने पहले सत्र में 81 रन बनाए और उनकी कुल बढ़त 395 रनों की हो चुकी थी।
भारत को उम्मीद रही होगी कि दूसरे सत्र में वे साउथ अफ़्रीका की पारी को जल्दी समाप्त करेंगे, लेकिन टोनी डीज़ॉर्ज़ी और ट्रिस्टन स्टब्स ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। दोनों ने लगभग 27 ओवर तक बल्लेबाज़ी करते हुए चौथे विकेट के लिए 101 रन जोड़ दिए जिसने भारत को काफ़ी पीछे धकेल दिया। इस दौरान डीज़ॉर्ज़ी (49) अपने अर्धशतक से एक रन दूर रह गए जब जाडेजा ने उन्हें पगबाधा आउट किया। हालांकि, स्टब्स एक छोर पर डटे रहे और इस सीरीज़ में अपना पहला अर्धशतक पूरा किया।
दूसरा सत्र समाप्त होने तक साउथ अफ़्रीका ने कुल 508 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी और अब पारी घोषित करने को लेकर चर्चा शुरू हो चुकी थी। हालांकि, उन्होंने पारी घोषित करने की बजाय तीसरे सत्र में भी बल्लेबाज़ी जारी रखी। इस दौरान स्टब्स ने आक्रामक रुख़ अपनाया और शतक की ओर कदम बढ़ा दिए। हालांकि, 94 के निजी योग पर वह जाडेजा को स्वीप करने के चक्कर में क्लीन बोल्ड हुए। इसके साथ ही साउथ अफ़्रीका ने 260/5 के स्कोर पर अपनी दूसरी पारी घोषित की और भारत के सामने 549 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।
वियान मुल्डर 35 रन बनाकर नाबाद लौटे और पांचवें विकेट के लिए उन्होंने स्टब्स के साथ 82 रनों की साझेदारी कर डाली। इस साझेदारी में दोनों ने केवल 122 गेंदों का सामना किया जिससे पता चलता है कि दोनों ने कितनी आसानी से रन बनाए और समय-समय पर बड़े शॉट्स भी खेलते रहे।
भारत को मैच बचाने के लिए लगभग साढ़े तीन सेशन बल्लेबाज़ी करनी थी। मार्को यानसन ने दूसरी पारी की शुरुआत ही एक तीखे बाउंसर के साथ की थी। वह लगातार शॉर्ट पिच गेंदबाज़ी से यशस्वी जायसवाल की परीक्षा ले रहे थे। इस दौरान जायसवाल (13) ने अपर कट पर एक छक्का भी लगाया। हालांकि, एक बैक ऑफ़ लेंथ गेंद को कट करने के प्रयास में उनका बाहरी किनारा लगा जिसे विकेटकीपर काइल वेरेन ने आराम से लपक लिया।
ऑफ़ स्पिनर साइमन हार्मर को 10वें ओवर में गेंदबाज़ी के लिए लाया गया और अपनी दूसरी ही गेंद पर उन्होंने केएल राहुल (6) की गिल्लियां बिखेर दीं। ऑफ़ स्टंप के बाहर रफ़ पर गिरी गेंद को राहुल लेग साइड में मोड़ना चाहते थे जिससे बल्ले और पैड के बीच गैप बना। तेज़ी से टर्न होकर अंदर आई गेंद ऑफ़ स्टंप पर जाकर लगी। 21 के कुल योग तक भारत ने अपने दोनों ओपनर्स के विकेट गंवा दिए थे। पहली पारी में शानदार जुझारूपन दिखाने वाले कुलदीप को नाइटवॉचमैन के रूप में भेजा गया।
हार्मर की गेंद पर सुदर्शन के ख़िलाफ़ पगबाधा की एक जोरदार अपील हुई जिस पर साउथ अफ़्रीका ने रिव्यू भी लिया। यह गेंद ऑफ़ स्टंप पर लग रही थी, लेकिन अंपायर्स कॉल ने सुदर्शन को बचा लिया। 15वें ओवर में केशव महाराज को स्वीप करने के प्रयास में सुदर्शन प्लेडऑन होने से बाल-बाल बचे। गेंद उनके बल्ले पर आई नहीं और ग्लव्स में लगने के बाद स्टंप की ओर जा रही थी। हालांकि, उन्होंने जल्दी से अपने बल्ले से गेंद को दूसरी ओर ढकेल दिया।