ख़तरे में फ़िंच का वनडे भविष्य

अगर न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भी वह रन नहीं बनाते तो विश्व कप के बाद ऑस्ट्रेलिया एक नए कप्तान की ओर देख सकता है

ऐरन फ़िंच ने इस साल 11 वनडे पारियों में सिर्फ़ 164 रन बनाए हैं © Getty Images

किसी खिलाड़ी के लिए फ़ॉर्म के साथ संघर्ष का यह अच्छा संकेत होता है जब उसके एक शॉट को एक टर्निंग प्वाइंट के रूप में देखा जाता है। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ऐरन फ़िंच के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ जब उन्होंने टाउंसविल में रिचर्ड एनगरावा को मिड-ऑफ़ के पास से ड्राइव किया। उन्होंने अपना अगला पैर काफ़ी आगे बढ़ाया, शरीर के वज़न को अच्छे से इस्तेमाल करते हुए बल्ले के बीचों-बीच संपर्क के साथ एक लुभावना स्ट्रोक खेला।

हालांकि शनिवार को यह फ़िंच के लिए कोई टर्निंग प्वाइंट साबित नहीं हो सका। उसी गेंदबाज़ के अगले ओवर में उन्होंने शरीर के बाहर गेंद को छेड़ते हुए दूसरे स्लिप पर कैच थमा दिया। यह सीरीज़ में तीसरी बार हो रहा था कि वह एनगरावा के शिकार बने। इससे पहले इस बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ को स्टंप्स पर प्लेड ऑन किया था और दूसरे मैच में भी स्लिप पर लपकवाए गए थे।

इस सीरीज़ में तीन पारियों में 21 रनों के साथ फ़िंच ने 2022 में 11 वनडे पारियों में केवल 164 रन बनाए हैं। इनमें से 62 रन श्रीलंका के ख़िलाफ़ एक मैच में आए थे।

फ़िंच ने आख़िरी मैच से पूर्व कहा था, "जब मैं अपने क़दमों पर थोड़ा भारी महसूस करता हूं तो यह मेरे गेम पर असर डालता है। मुझे लगता है मैं लय में लौट रहा हूं। मुझे पता है मेरे पास खिलाड़ियों का, कोचिंग स्टाफ़ का और चयनकर्ताओं का पूरा समर्थन है इसलिए में इत्मिनान से मेहनत कर रहा हूं। आख़िरकार आपको थोड़ा समय देने की ज़रूरत होती है और बड़ा स्कोर आ ही जाता है।"

फ़िलहाल टीम में नाटकीय बदलाव नहीं हो सकते। ऑस्ट्रेलिया ने टी20 विश्व कप दल की घोषणा की है और उसके कप्तान फ़िंच ही होंगे। उनका फ़ॉर्म सफ़ेद-गेंद के दोनों प्रारूप में अलग रहा है। वनडे क्रिकेट में संघर्ष करते हुए भी उन्होंने इस साल टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 30.87 के औसत से 247 रन बनाए हैं, हालांकि 121.67 का उनका स्ट्राइक रेट किसी भी साल से कम है।

ऐसे में केर्न्स में न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध अगला हफ़्ता फ़िंच के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण साबित होगा। फ़िलहाल उनके पास साथियों, प्रबंधन और चयन समिति का साथ भले ही हो, टी20 विश्व कप के बाद इसमें बदलाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में यह सीरीज़ टिम साउदी, ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फ़र्ग्यूसन और मैट हेनरी के सामने उनके लिए कड़ी परीक्षा की घड़ी है।

टी20 विश्व कप के बाद इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एक सीरीज़ है जो सुपर लीग का हिस्सा भी नहीं है और ऐसे में चयन समिति एक नए कप्तान को इस भूमिका की आदत बनाने के बारे में सोच सकती है। हालांकि अगर फ़िंच 13 नवंबर को घरेलू मैदान पर ट्रॉफ़ी अपने हाथों से उठाते हैं तो शायद इस छवि में बदलाव आए।

इस पूरे क़िस्से में ओएन मॉर्गन के करियर के आख़िरी पड़ाव के साथ कुछ समानता है। मॉर्गन को नीदरलैंड्स के साथ लगातार शून्य बनाकर यह एहसास हुआ कि शायद उनका समय आ गया है और यह फ़ैसला उन्होंने सीरीज़ के आख़िरी मैच से दो दिन पहले कर लिया। क्या फ़िंच ऐसा कुछ सोच रहे हैं या नहीं यह तो वह ख़ुद ही बता पाएंगे।

बल्लेबाज़ फ़िंच के हटने से ऑस्ट्रेलिया के पास अच्छे विकल्प मौजूद हैं। फिलहाल पितृत्व अवकाश से बाहर ट्रैविस हेड का इस साल का औसत 62 है। बेन मैक्डरमट ने पाकिस्तान में 55 और 104 की पारियां खेली थी और मार्नस लाबुशेन भी शीर्ष क्रम में अच्छी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं।

उनकी कप्तानी का कोई ठोस उत्तराधिकारी पाना शायद कठिन है। शायद ऐलेक्स कैरी और मिचेल मार्श इसके दावेदार बनें।

2019 में विश्व कप से पहले फ़िंच ने भारत के ख़िलाफ़ ख़राब फ़ॉर्म को अपने बेहतरीन वर्षों में से एक में परिवर्तित कर दिया था। केर्न्स में दो बड़े स्कोर इस चर्चा की दिशा को बदल देंगे। हालांकि एक ख़राब सीरीज़ से आनेवाले समय में कुछ अलग ही नतीजा निकलेगा।

ऐंड्रयू मक्ग्लैशन ESPNcricinfo के डिप्टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है।

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