कॉन्वे ने शानदार पारी खेलने के बावजूद जीत का श्रेय ऐलेन को दिया
जब न्यूज़ीलैंड पिछली बार विश्व कप मैच में ऑस्ट्रेलिया आया था तो मिचेल स्टार्क का पहला ओवर प्रसिद्ध हो गया था जब उन्होंने पहले ही ओवर में ब्रेंडन मक्कलम को पवेलियन भेज दिया था।
सात साल हो गए इस बात को और इस बार कुछ अलग माहौल था, हां ट्रॉफ़ी का फ़ैसला नहीं होना था। काफ़ी नहीं लेकिन बहुत हद तक यह ऑस्ट्रेलिया के हाथों से ढीली हो चुकी है। दूसरी ही गेंद पर फ़िन ऐलेन ने मिडऑन पर चौका निकाला, अगली ही बॉल पर उन्होंने सुपर 12 स्टेज का पहला छक्का जड़ दिया और दो गेंद बाद एक शानदार स्ट्रेट ड्राइव पर चौका निकाला। पहले ओवर के अंत होने पर न्यूज़ीलैंड बिना किसी नुक़सान के 14 रन बना चुकी थी।
दूसरे ओवर के अंत तक यह आंकड़ा दोगुना हो गया था। उनके साथी डेवन कॉन्वे भी अपने काम कर रहे थे। जॉश हेज़लवुड की पहली बॉल को फ़ाइन खेलने के बाद उन्होंने दुनिया के नंबर एक टी20 गेंदबाज़ पर मिडऑफ़ के ऊपर से चौका लगाया। ऐलेन ने भी कवर के ऊपर से बाउंड्री लगा दी।
और यह यहीं नहीं रुका था। तीसरे ओवर में पैट कमिंस अपना पहला ओवर करने आए और 17 रन लुटा गए। इसमें दो चौके और एक स्क्वेयर लेग पर छक्का ऐलेन के खाते में था। ऑस्ट्रेलिया के तीन बड़े गेंदबाज़ हिम्मत हार चुके थे। जब ऐलेन ने मार्कस स्टॉयनिस पर तीसरा चौका लगाया तो न्यूज़ीलैंड 3.5 ओवर में 50 रन तक पहुंच चुका था।
ऐलेन ने कहा, "कोच गैरी स्टिड के साथ बातचीत में हम मैच को दिशा देना चाहते थे, हम पहला पंच लगाना चाहते थे और फिर चाहे यह बल्ले या फिर गेंद के साथ हो। मेरे लिए शुरुआत में ही अपनी पारी को सीधा देखना अहम है। स्टार्क के ओवर के बाद मेरा आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया था।"
"उनका आक्रमण पैना है और मैं बस गेंदबाज़ को देखने की बजाए गेंद को खेलने पर ध्यान दे रहा था। यही मैंने कोशिश की और हमेशा करूंगा। मैं सभी को इस तरह का सम्मान दूंगा। मुझे लगता है कि सभी इससे सहमत होंगे कि गेंद को रोकने की बजाए उस पर आक्रमण करने में ज़्यादा मज़ा आता है।"
हालांकि ऐलेन की पारी पांचवें ओवर में हेज़लवुड की एक फुलर गेंद पर समाप्त हो गई लेकिन उनका 16 गेंद तक टिकना न्यूज़ीलैंड के लिए हाल के समय में सबसे अहम रहा।
कॉन्वे ने कहा, "जिस तरह से हमने शुरुआत की, मुझे लगता है फ़िन बेहद ख़ास है। उन्होंने शुरुआत से ही गेंदबाज़ों पर दबाव बना दिया था और इससे हमें लय मिल गई। उन्होंने वाकई में कमाल किया। मैंने वेलिंगटन में भी उनके साथ खेलते हुए उन्हें ऐसा करते हुए कई बार देखा है।"
न्यूज़ीलैंड की टीम बदलाव के शुरुआती दौर से गुज़र रही है और ऐलेन उनके लिए सफ़ेद गेंद क्रिकेट में नया चेहरा हैं। यह बिल्कुल हो सकता है कि वह इस मैच पर अपनी छाप छोड़ना चाहते थे, लेकिन न्यूज़ीलैंड ने भी मार्टिन गप्टिल की जगह उन्हें ओपन कराने को लेकर अहम कॉल लिया, एक ऐसे खिलाड़ी की जगह जो सफ़ेद गेंद क्रिकेट में बेहद अनुभव रखता है, जिसके पास 35.61 का औसत है और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 144.23 का स्ट्राइक रेट।
लेकिन पिछले समय से ऐसा लगा कि ऐलेन को यह रोल निभाना चाहिए। इसका संकेत केर्न्स में पिछले महीने वनडे सीरीज़ के फ़ाइनल में मिला जब वह मैदान पर उतरे और शीर्ष क्रम पर सबसे सटीक दिखे। यह सीरीज़ न्यूज़ीलैंड हार गया था।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ऐरन फ़िंच ने कहा, "वह शानदार था। उसने शुरू से ही दबाव बना दिया था और इससे हम पिछड़ गए। हम जानते थे कि वह ऐसा करने जाएगा। बल्लेबाज़ के तौर पर जब आप विरोधी टीम से आगे निकल जाते हो तो आप मैच को आगे ले जाते हो। आप शुरुआत में आक्रमण कर सकते हो और आज इसने काम किया। वह ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी करते जा रहा था और उसने हमें बैकफ़ुट पर धकेल दिया।"
वह टी20 अंतर्राष्ट्रीय में पहले ही ख़ुद को साबित कर चुके हैं, जब उन्होंने स्कॉटलैंड के ख़िलाफ़ 56 गेंद में 101 रन जड़ दिए थे और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टी20 विश्व कप के अपने पहले मैच में उनके ऊपर कोई दबाव नहीं था। इस पारी के अंत में कम से कम 500 गेंद खेलने वाले खिलाड़ियों में उनके पास सबसे ज़्यादा स्ट्राइक रेट था और वह आंद्रे रसल को पछाड़ चुके थे और यह उनके करियर में बहुत ज़ल्द हुआ।
उन्होंने कह, "मैं अधिकतर बार फ़ेल होने पर शांत ही रहता हूं। यह निरंतरता कई बार लगातार होती है और कई बार आप मुश्किल में होते हो, लेकिन यही हमारा प्रबंधन है और केन विलियमसन ने मुझे यह हक़ दिया है कि सबकुछ सही है और हर बार आप ऐसा नहीं कर सकते हो। मुझे हर कोई समर्थन करता है और मैं सकारात्मक विकल्प को चुनता हूं।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह ऐसा आत्मविश्वास हमेशा लेकर चलते हैं तो उन्होंने जवाब दिया, "मैं कोशिश करता हूं और यह ज़िंंदगी को लेकर बुरा मंत्र तो नहीं है।"
ऑस्ट्रेलिया की टीम मध्य ओवरों में मैच में थोड़ी वापसी करने के अलावा कभी मैच में वापसी करती नहीं दिखी। यह सब फ़िन की अहम पारी का नतीज़ा था और वह भी तब जब कॉन्वे ने 58 गेंद में 92 रन की अहम पारी खेली। वह ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ दूसरी बार टी20 में शतक से चूक गए। ऐलेन से अलग कॉन्वे एंगल को ढूंढते हैं और प्लेसमेंट के साथ जाते हैं और उनका ऐडेम ज़ैम्पा के ख़िलाफ़ काम बेहतरीन था जहां उन्होंने 12 गेंद में 24 रन जुटाए। उनका टी20 अंतर्राष्ट्रीय में 57.38 का औसत है और यह बेहतरीन है लेकिन उन्होंने इस जीत का श्रेय अपने साथी को दिया।
"मुझे इसका क्रेडिट फ़िन को देना होगा जिस तरह से वह खेला। वह जिस तरह से दबाव बना रहा था उसमें मुझे ख़राब गेंद को हिट करने की अनुमति मिली। टी20 क्रिकेट में अगर आप गेंदबाज़ों पर दबाव बनाते हो तो कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आप कितने अच्छे हो। प्रति गेंद वह एक बाउंड्री लगा रहा था और हम आगे थे।"
केन विलियमसन की पारी पर थोड़ी नज़रें लग सकती है जिन्होंने 23 गेंद में क़रीब इसी के बराबर रन बनाए लेकिन तीन विकेट पर 200 रन बनाना और 89 रन से जीतना, वह भी तेज़ गेंदबाज़ों और स्पिनरों के संयुक्त योगदान से वह काफ़ी शानदार था। कॉन्वे ने कहा, "यह हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ मुक़ाबले के बहुत क़रीब था। अगर वह जवाब में कुछ बेहतरीन पारियां खेलते तो यह एमसीजी फ़ाइनल की तरह हो सकता था।"
ऐंड्रयू मक्ग्लैशन ESPNcricinfo में डिप्टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।