पंत : मैं हर दिन अपना 100 फ़ीसदी देना चाहता हूं
कार दुर्घटना में बुरी तरह से ज़ख्मी होने के लगभग डेढ़ साल बाद ऋषभ पंत ने जब पहली बार मैदान पर वापसी की थी तब उन्होंने एक कैमियो पारी खेली। लेकिन रविवार को विशाखापटनम में पंत अपने पुराने रंग में नज़र आए।
पंत ने 32 गेंदों का सामना करते हुए 51 रनों की पारी खेली। हालांकि पंत ने आक्रामक शुरुआत नहीं की थी। पहले 23 गेंदों पर उन्होंने 23 रन ही बनाए थे, लेकिन अगली आठ गेंदों पर उनके बल्ले से 28 रन आए।
पंत ने पोस्ट मैच प्रेज़ेंटेशन में अपनी वापसी को लेकर कहा, "एक क्रिकेटर के तौर पर मैं यह नहीं सोचता कि मैं वापसी कर रहा हूं, मुझे हर दिन अपना 100 फ़ीसदी देना है। इसलिए मैंने शुरुआत में अपना समय लिया क्योंकि मैंने पिछले डेढ़ दो साल में पर्याप्त क्रिकेट नहीं खेली थी। हालांकि उसी समय मेरे मन में यह भी चल रहा था कि मैं अंत में मैच का रुख़ बदल सकता हूं।"
पंत ने क्रिकेट से लंबे समय तक दूर रहने के अपने अनुभव पर कहा, "हां यह इंतज़ार काफ़ी लंबा था लेकिन कई बार आपको वही करना होता है जो आप एक क्रिकेटर होने के नाते कर सकते हैं और आपको इन अनुभवों से सीखना होता है। मेरे अंदर यह दृढ़ विश्वास था कि चाहे ज़िंदगी में कुछ भी हो जाए, मुझे मैदान पर वापस लौटना है।"
पहले दो मैचों में मौक़ा ना मिलने के बाद रविवार को पृथ्वी शॉ को मौक़ा मिला और उन्होंने इसे भुनाते हुए 43 रनों की पारी भी खेली। पंत ने कहा कि शॉ ने पिछले दो सप्ताह में काफ़ी मेहनत की है और टीम मैनेजमेंट को उनकी मेहनत को देखकर लगा कि उन्हें एक मौक़ा दिया जाना चाहिए।
पंत अपनी टीम की गेंदबाज़ी से भी काफ़ी प्रसन्न नज़र आए और उन्होंने ख़लील अहमद और मुकेश कुमार की जमकर तारीफ़ भी की। ख़लील ने ही दिल्ली को एक बेहतरीन शुरुआत दिलाई थी और मुकेश ने भी तीन विकेट चटकाकर दिल्ली की जीत को संभव बनाया। 14वें ओवर में मुकेश ने लगातार दो गेंदों पर अजिंक्य रहाणे और समीर रिज़वी को पवेलियन चलता कर चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की परेशानी बढ़ा दी।