क्या सलामी जोड़ी पर अत्यधिक निर्भरता GT को प्लेऑफ़ में भारी पड़ेगी?
IPL 2025 में गुजरात टाइटंस (GT) प्लेऑफ़ में जगह सुनिश्चित करने वाली पहली टीम थी। हालांकि इसके बाद उन्हें अपने दोनों अंतिम लीग मैचों में हार मिली और अब उन्हें एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस (MI) का सामना करना है। इस सीज़न GT के अब तक का सफ़र कैसा रहा और आगे उनके सामने कैसी चुनौतियां हैं?
यह सीज़न कैसा रहा?
GT के लिए इस सीज़न की शुरुआत एक हाई स्कोरिंग मुक़ाबले में हार से हुई, लेकिन जल्द ही उन्होंने लय पकड़ ली। बतौर कप्तान अपने दूसरे सीज़न में शुभमन गिल ने बल्लेबाज़ी की बागडोर संभाली और बी साई सुदर्शन व जॉस बटलर के साथ मिलकर GT के मध्य क्रम पर भार नहीं पड़ने दिया।
बल्लेबाज़ी में इनकी तिकड़ी और गेंदबाज़ी में प्रसिद्ध कृष्णा की सफलता ने GT को अंतिम चार में पहुंचाया। हालांकि लीग स्टेज के अंतिम चरण में टीम को पहले लखनऊ सुपर जायंट्स(LSG) और चेन्नई सुपर किंग्स(CSK) के ख़िलाफ़ हार झेलनी पड़ी।
प्लेऑफ़ में GT का प्रदर्शन कैसा रहा है?
IPL में GT का यह चौथा सीज़न है, जिसमें तीसरी बार GT प्लेऑफ़ तक पहुंची है। पहले सीज़न में ख़िताबी जीत और दूसरे सीज़न में फ़ाइनल तक का सफ़र तय करने वाली GT के लिए 2024 अच्छा नहीं रहा था। हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में गिल के रूप में GT को नया कप्तान मिला लेकिन गिल की अगुवाई वाली टीम ने पांच जीत और दो मैच बारिश की भेंट चढ़ने के बाद अंक तालिका में आठवें पायदान पर रहते हुए वह सीज़न समाप्त किया था। हालांकि नए सीज़न में GT एक बार फिर ख़िताब की दावेदार है।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी नज़रें
साई सुदर्शन और गिल की जोड़ी GT के लिए इस सीज़न सबसे मज़बूत स्तंभ बनकर उभरी है। ऑरेंज कैप की रेस में ये दोनों ही बल्लेबाज़ क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर हैं। दोनों के बीच इस सीज़न अब तक कुल 909 रनों की साझेदारी हो चुकी है और वे IPL के एक सीज़न में सर्वाधिक रनों की साझेदारी करने वाली जोड़ी बनने से महज़ 31 रन दूर हैं। ऐसे में बटलर की अनुपस्थिति में इन दोनों पर अतिरिक्त ज़िम्मेदारी होगी।
प्रसिद्ध पर्पल कैप की रेस में दूसरे स्थान पर हैं। इस सीज़न अब तक उन्होंने नूर अहमद (24) के बाद सबसे ज़्यादा 23 विकेट लिए हैं, वहीं इस दौरान उनकी इकॉनमी भी मात्र 7.90 की रही है। इस सीज़न कम से कम 20 ओवर डालने वाले तेज़ गेंदबाज़ों में वह जसप्रीत बुमराह (6.33) के बाद सबसे कम ख़र्चीले गेंदबाज़ रहे हैं। ऐसे में गेंदबाज़ी में अग्रणी भूमिका निभाने की ज़िम्मेदारी प्रसिद्ध पर होगी।
आगे कैसी चुनौतियां हैं?
गिल और साई सुदर्शन की जोड़ी GT के लिए सबसे मज़बूत कड़ी हैं तो इनके ऊपर अत्यधिक निर्भरता GT के लिए चुनौती का सबब भी बन सकती है। कारण यह है कि अब तक सीज़न में GT के लिए अधिकांश रन गिल, साई सुदर्शन और बटलर ने ही बनाए हैं और बटलर प्लेऑफ़ के लिए उपलब्ध नहीं हैं।
लीग स्टेज में अंतिम दो मैच में मध्य क्रम पर भार पड़ा। LSG के ख़िलाफ़ शाहरुख़ ख़ान और शरफ़ेन रदरफ़ोर्ड ने कोशिश की लेकिन CSK के ख़िलाफ़ GT का पूरा बल्लेबाज़ी क्रम धराशाई हो गया और वे 20 ओवर भी नहीं खेल पाए।
साई सुदर्शन(679), गिल (649), बटलर (538), रदरफ़ोर्ड (267) और शाहरुख़ (166) को छोड़कर किसी भी अन्य बल्लेबाज़ ने GT के लिए इस सीज़न 100 रन भी नहीं बनाए हैं जिससे यह पता चलता है कि GT के मध्य क्रम को इस सीज़न बल्लेबाज़ी के पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाए हैं। ऐसे में GT को अगर अपना दूसरा ख़िताब जीतना है तो उन्हें अपनी सलामी जोड़ी पर अत्यधिक निर्भरता की चुनौती से भी निपटना होगा।
बल्लेबाज़ी में बटलर की अनुपस्थिति के साथ ही गेंदबाज़ी में GT के पास कगिसो रबाडा नहीं होंगे। गेंदबाज़ी आक्रमण में प्रसिद्ध का साथ देने के लिए मोहम्मद सिराज और आर साई किशोर होंगे लेकिन राशिद ख़ान का लय में न लौटना GT के लिए खतरे की घंटी हो सकता है। बल्ले से बेअसर रहने के साथ ही राशिद गेंद के साथ भी कमाल नहीं दिखा पाए हैं। राशिद ने इस सीज़न 53.66 की औसत और 9.47 की इकॉनमी से सिर्फ़ नौ विकेट हासिल किए हैं जो कि उनका अब तक का सबसे ख़राब IPL सीज़न है। वह इस सीज़न सबसे ज़्यादा 31 छक्के खाने वाले गेंदबाज़ भी हैं।
इस सीज़न रबाडा की अनुपस्थिति सिराज ने खलने नहीं दी लेकिन पावरप्ले में सिराज की गेंदबाज़ी भी लीग के दूसरे चरण में प्रभावित रही। सिराज ने इस सीज़न की पहली छह पारियों में पावरप्ले के दौरान सिर्फ़ 7.6 की इकॉनमी से रन देते हुए सात विकेट चटकाए, लेकिन अगली सात पारियों में वह 9.2 की इकॉनमी से रन ख़र्च करने के साथ ही सिर्फ़ दो विकेट ही हासिल कर पाए। CSK के ख़िलाफ़ अंतिम लीग मैच में सिराज को एक भी विकेट हासिल नहीं हुआ।
यहां ग़ौर करने वाली बात यह है कि इस सीज़न अब तक GT ने पांच मैच हारे हैं और इन पांच में से चार मैच ऐसे रहे हैं, जिसमें GT के गेंदबाज़ों ने 200 से अधिक रन दिए हैं। इस सीज़न GT पांच बार 200 से अधिक रन ख़र्च करने वाली टीम है और इन पांच मैचों में GT को केवल एक बार ही जीत हासिल हो पाई है। LSG के ख़िलाफ़ एक अन्य मैच में जब उन्हें हार मिली, उस मैच में GT ने पहले बल्लेबाज़ी की थी और वे सिर्फ़ 180 रन ही बना पाए थे।
हालांकि GT इस सीज़न अब तक संयुक्त तौर पर सबसे ज़्यादा सात बार 200 का आंकड़ा पार करने वाली टीम भी है। लेकिन इसकी बड़ी वजह GT की बल्लेबाज़ी तिकड़ी की शानदार फ़ॉर्म रही है और इन सात मैचो में तीन बार उन्हें हार का सामना भी करना पड़ा है।
नवनीत झा ESPNcricinfo में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।