मॉर्कल : इंग्लैंड में बेहतर प्रदर्शन के लिए निरंतरता ज़रूरी
20 जून से हेडिंग्ली में शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले भारत शुक्रवार से तक इंट्रा स्क्वाड मैच खेल रहा है जो कि सोमवार तक चलेगा, यह मैच बंद दरवाज़े में हो रहा है।
अब तक हुए अभ्यास सत्रों के बारे में बात करते हुए भारत के गेंदबाज़ी कोच मोर्ने मॉर्कल ने कहा, "अब तक के दो दिनों के अभ्यास में परिस्थितियां तेज़ गेंदबाज़ों के अनुकूल रही हैं, दौरे की शुरुआत काफ़ी रोमांचक होती है और यह खिलाड़ियों के आत्मविश्वास के लिए काफ़ी ज़रूरी है। परिस्थितियां बल्लेबाज़ों की परीक्षा ले रही थीं जो कि सीरीज़ की तैयारी के लिहाज़ से अच्छा है।
मुझे नहीं लगता कि यहां विकेट उतनी चुनौतीपूर्ण रहने वाली है जितनी अब तक हम यहां देखते आए हैं। बल्ले और गेंद के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती रही है। लेकिन जैसे ही विकेट सपाट हो जाती है तो गेंदबाज़ों को मुश्किल होती है। इसलिए मेरे विचार में हमें (गेंदबाज़ों को) उस समय प्रदर्शन करना होगा जब विकेट अधिक सपाट हो।"
भले ही भारतीय टीम ने अब तक इंग्लैंड में कोई अभ्यास मैच ना खेला हो लेकिन भारतीय दल के कई सदस्यों ने सीरीज़ की शुरुआत से पहले टूर गेम खेले हैं। के एल राहुल, अभिमन्यु ईश्वरन, यशस्वी जायसवाल, करुण नायर, शार्दुल ठाकुर, नीतीश कुमार रेड्डी और ध्रुव जुरेल उन खिलाड़ियों में शामिल हैं।
नायर ने कुल 259 रन बनाए जिसमें 204 रनों की पारी भी शामिल है। राहुल ने एकमात्र अनौपचारिक टेस्ट खेला और उन्होंने शतक और अर्धशतक जड़ते हुए कुल 167 रन बनाए। अभिन्यु ने भी दो अर्धशतक जड़ते हुए दो मैचों में कुल 167 रन बटोरे। वहीं जुरेल ने तीन अर्धशतक के साथ 227 रन बनाए।
रेड्डी और ठाकुर टूर गेम खेलने वाले भारतीय दल के गेंदबाज़ थे लेकिन दोनों ही गेंद के साथ ख़ास प्रभाव नहीं छोड़ पाए। रेड्डी ने कुल 26.5 ओवर की गेंदबाज़ी करते हुए 2 विकेट चटकाए हुए जबकि ठाकुर को 43 ओवर की गेंदबाज़ी करते हुए दो विकेट हासिल हुए।
मॉर्कल ने कहा, "अब हम पहले टेस्ट की ओर बढ़ रहे हैं और मुझे लगता है इंग्लैंड में जो सबसे अहम चीज़ है वो है निरंतरता। हम जब अभ्यास कर रहे हैं तब निरंतरता सुनिश्चित कर रहे हैं और जब मैदान के बाहर होते हैं तब भी। हमारे दल में अलग-अलग कौशल वाले खिलाड़ी हैं।
अभी तक जैसी शुरुआत हुई है हम उससे ख़ुश हैं। मैं शुरू में इस बात को लेकर चिंतित था कि हमने अधिक रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेली है लेकिन जिस तरह से खिलाड़ियों ने तीन दिन से अभ्यास किया है उसे देखकर मैं ख़ुश हूं। टेस्ट सीरीज़ में जाने से पहले खिलाड़ियों का आत्मविश्वास से भरा रहना ज़रूरी है, टीम में टीम स्पिरिट होना ज़रूरी है और मुझे लगता है कि अब तक खिलाड़ियों ने इसे बखूबी सुनिश्चित किया है।"