गिल ने गंवाए मौक़ों पर जताया अफ़सोस: "हम 435 रन के आस-पास के लक्ष्य के बारे में सोच रहे थे"
भारत के कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के हाथों एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफ़ी में मिली हार के बाद, बल्लेबाज़ी और फ़ील्डिंग में हुई ग़लतियों पर अफ़सोस जताया।
गिल ने कहा कि भारत इंग्लैंड के सामने 400 से ज़्यादा का लक्ष्य रखने की योजना बना रहा था, लेकिन दूसरी पारी में निचले क्रम के एक और पतन के कारण स्कोर 364 तक सीमित रह गया। फील्डिंग में भी भारत की पकड़ ढीली रही और इस टेस्ट में कुल सात मौके़ गंवाए गए, जिनमें से दो अंतिम पारी में थे। बेन डकेट, जिन्हें दो बार जीवनदान मिला, ने उन मौक़ों का पूरा फायदा उठाते हुए 170 गेंदों पर 149 रन बनाए और इंग्लैंड को टेस्ट इतिहास में अपना दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने में मदद की।
गिल ने पोस्ट-मैच प्रेज़ेंटेशन में कहा, "मुझे लगता है कि कल हम सोच रहे थे कि हम उन्हें 430-435 के आसपास का लक्ष्य देंगे और फिर पारी घोषित करेंगे। लेकिन दुर्भाग्य से हमारे आख़िरी छह बल्लेबाज़ों ने मिलकर केवल 20-25 [31] रन ही जोड़ सकें, जो कि अच्छा संकेत नहीं है। लेकिन आज भी उनके शानदार ओपनिंग स्टैंड के बाद हमारे पास मौके़ थे, पर यह मैच हमारे पक्ष में नहीं गया।"
पहली पारी में भारत ने आख़िरी सात विकेट सिर्फ़ 41 रन पर गंवा दिए थे और दूसरी पारी में आखिरी छह विकेट 31 रन पर। गिल ने कहा कि शेष चार टेस्ट में टीम इस तरह के प्रदर्शन से बचने और फ़ील्डिंग में सुधार की कोशिश करेगी।
गिल ने कहा, "हां, यह एक बात थी जिस पर हमने चर्चा की थी। लेकिन जब आप मैदान में होते हैं तो सब कुछ बहुत तेज़ी से होता है। और मुझे लगता है कि यह उन चीज़ों में से एक है जिन्हें हमें अगले मैचों में सुधारना होगा।"
"ऐसी पिचों पर मौके़ आसानी से नहीं मिलते और हमने काफ़ी कैच छोड़े। लेकिन मुझे लगता है कि हमारी टीम युवा है, अब भी सीख रही है, और उम्मीद है कि आने वाले मैचों में हम इन पहलुओं पर बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।"
रवींद्र जाडेजा के पास आख़िरी दिन कुछ टर्न लेने वाला रफ़ ज़रूर था, लेकिन वे सिर्फ़ बेन स्टोक्स का विकेट ले सके और उन्होंने 24 ओवर में 104 रन देकर एक विकेट लिया। डकेट ने उन्हें रिवर्स-स्वीप के ज़रिए निशाना बनाया और जाडेजा के खिलाफ 38 गेंदों में 38 रन बनाए, जिसमें पांच चौके और एक सिक्सर शामिल था। गिल को लगता है कि जाडेजा ने अच्छी गेंदबाज़ी की और अगर भारत अपने मौके़ पकड़ पाता तो नतीजा कुछ और हो सकता था।
गिल ने जाडेजा के बारे में कहा, "उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी की। मुझे लगता है कि उन्होंने हमारे लिए कुछ मौके़ भी बनाए। कुछ कैच ऊपर गए, जिन्हें शायद ऋषभ ने देखा नहीं। लेकिन क्रिकेट में ऐसा होता है। आप उम्मीद करते हैं कि कुछ मौके़ ऐसे होंगे जो आपके पक्ष में नहीं जाएंगे।"