भारतीय टीम में विकल्पों की भरमार से ख़ुश हैं हरमनप्रीत कौर
भारतीय टीम के पास अब लगभग हर फ़ॉर्मैट में विकल्पों की भरमार है और कप्तान हरमनप्रीत कौर लंबे समय बाद इस "मीठे सिरदर्द" से खु़श हैं।
सलामी बल्लेबाज़ी को ही ले लीजिए। प्रतिभाशाली प्रतिका रावल ने 11 पारियों में 63 की औसत से रन बनाए हैं। वह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ होने वाली आगामी वनडे सीरीज़ में स्मृति मंधाना के साथ ओपनर के रूप में पहली पसंद बनी हुई हैं। हालांकि शेफ़ाली वर्मा भी उस दौड़ में बनी हुई हैं। हाल ही में WPL , घरेलू क्रिकेट और T20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ में उनका प्रदर्शन काफ़ी अच्छा रहा है।
यह बात मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने पिछले हफ्ते भारत की T20I सीरीज़ जीत के बाद कही थी। अगर शेफ़ाली वापसी करती हैं, तो प्रतिका को इन-फ़ॉर्म हरलीन देओल से तीसरे नंबर के लिए मुक़ाबला करना पड़ सकता है।
हरमनप्रीत ने पहले वनडे से पहले कहा, "बहुत समय बाद ऐसा हुआ है कि टीम चुनते वक़्त हमारे पास इतने सारे अच्छे विकल्प हैं। पहले ऐसा नहीं होता था। प्रतिका और शेफ़ाली को इसका श्रेय जाता है कि उन्होंने इतने अच्छे प्रदर्शन किए।"
"हरलीन ने भी जब-जब मौक़ा मिला, ज़िम्मेदारी उठाकर खेला है। बतौर कप्तान मैं सभी खिलाड़ियों को स्पष्टता देती हूं ताकि मैदान पर हम सबको अपनी-अपनी भूमिका पता हो। जब आप देश के लिए खेलते हैं, तो अपनी भूमिका के बारे में जानना ज़रूरी होता है। टीम और सपोर्ट स्टाफ़ को श्रेय जाता है कि उन्होंने खिलाड़ियों को वो स्पष्टता दी है।"
टीम की गहराई बल्लेबाज़ी के साथ-साथ स्पिन डिपार्टमेंट में भी दिख रही है। पिछले दो वर्षों में WPL ने नई स्पिन प्रतिभाएं सामने लाने में अहम भूमिका निभाई है। जैसे साइका इशाक, श्रेयंका पाटिल, तनुजा कंवर, आशा शोभना, मिन्नू मणि, प्रिया मिश्रा और अब इस सूची में ताज़ा नाम है बाएं हाथ की स्पिनर एन श्रीचरणी का, जिन्हें T20I सीरीज़ में सबसे ज़्यादा 10 विकेट लेने के लिए 'प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़' चुना गया।
हरमनप्रीत ने कहा, "वह हमारी एक प्रमुख खिलाड़ी हैं। WPL में जब उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए 2 मैच खेले, तब से ही हमारे बीच चर्चा शुरू हो गई थी कि वह बहुत अच्छा विकल्प बन सकती हैं।"
"हमने कई खिलाड़ियों को रोटेट किया ताकि समझ सकें कि कौन टीम के लिए सबसे ज़्यादा योगदान दे सकता है। श्री ने सभी को प्रभावित किया है। उनके साथ-साथ राधा यादव ने भी जबरदस्त वापसी की है। उम्मीद है कि दोनों की जोड़ी टीम को लगातार फ़ायदा पहुंचाएगी।"
राधा यादव को पहले टीम में शामिल नहीं किया गया था। वह चोटिल शुचि उपाध्याय की जगह देर से टीम में आईं। लेकिन उनके ग्राउंड फ़ील्डिंग, कैचिंग और सटीक लेफ्ट-आर्म स्पिन ने सभी का ध्यान खींचा।
हरमनप्रीत ने कहा, "राधा हमारे लिए सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक हैं। जब वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही थीं, तब टीम मैनेजमेंट के लिए यह एक बड़ी चिंता थी। लेकिन जब उन्होंने वापसी की, तो हमारे बीच साफ़ बातचीत हुई और उसका असर दिखा। वह पावरप्ले हो या डेथ ओवर्स, लगातार गेंदबाज़ी करना चाहती हैं। उन्होंने ब्रेक में खु़द को बेहतर किया है। वनडे में भी वह उपयोगी रहेंगी।"
इस सूची में एक और अहम नाम अमनजोत कौर का है। ऑलराउंडर पूजा वस्त्रकर की गैरमौज़ूदगी और प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ रेणुका सिंह की चोट के चलते अमनजोत को सीम बॉलिंग में अरुंधति रेड्डी के साथ ज़िम्मेदारी मिली है।
हरमनप्रीत ने कहा, "WPL के पहले सीज़न में उन्हें ज़्यादा मौके नहीं मिले। टीम में इतने सारे विकल्प थे कि उन्हें बैटिंग-बॉलिंग का मौक़ा कम मिला। लेकिन इस सीज़न में पूजा के ना होने से उन्होंने उस रोल को बखूबी निभाया। बैटिंग में भी उन्होंने खु़द को साबित किया है।"
"वह तीनों विभागों में योगदान देना चाहती हैं। WPL हो, T20I या श्रीलंका में ट्राई-सीरीज़-- उन्हें जब भी मौक़ा मिला, उन्होंने कुछ न कुछ योगदान दिया है। ऐसा जज़्बा देख कर अच्छा लगता है।"
वनडे क्रिकेट में भारत की रणनीति में भी बदलाव आया है। अब टीम 300 से ज़्यादा रन बनाने का प्रयास करती है, जैसा कि हाल की ट्राई-सीरीज़ (साउथ अफ़्रीका और श्रीलंका के ख़िलाफ़) में 276, 275, 337 और 342 का स्कोर बनता देखा गया।
हरमनप्रीत ने कहा, "पिछले कुछ सालों में हमने कोशिश की है कि वनडे में 300 से ज़्यादा स्कोर करें, ताकि गेंदबाज़ों को थोड़ी राहत मिले। पहले हमारे पास सिर्फ़ 5 बॉलिंग विकल्प होते थे, अब हम चार स्पिनर्स के साथ भी जा रहे हैं। जिससे मदद मिल रही है।"
"जब हम बल्लेबाज़ी करते हैं, तो 300+ का लक्ष्य रखते हैं और गेंदबाज़ी में हमारे पास इतने विकल्प होते हैं कि किसी एक गेंदबाज़ पर ज़्यादा दबाव ना आए। प्रतिका हमारी छठी गेंदबाज़ी विकल्प हैं और बीच-बीच में वह अच्छा कर रही हैं। हम और गेंदबाज़ी विकल्प लाने की कोशिश करेंगे। हमारी फ़ील्डिंग T20 सीरीज़ में शानदार रही, तो उस लय को भी हम कायम रखने की कोशिश करेंगे।"
Shashank Kishore is a senior correspondent at ESPNcricinfo