अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ बांग्लादेश को बल्लेबाज़ी की चुनौती से पार पाना होगा
बड़ी तस्वीर
एशिया कप में बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान की टीम आमने-सामने होंगी। बांग्लादेश को इस टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिए अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ यह जीत बेहद ज़रूरी है जबकि अफ़ग़ानिस्तान इस मुक़ाबले को सुपर-4 के अपने दावे को और मज़बूत करने के लिहाज़ से देखेगी।
बांग्लादेश ने पिछले मैच में तसकीन अहमद को ड्रॉप किया था और शोरिफ़ुल इस्लाम को जगह दी थी। हालांकि एक अहम मुक़ाबले से पहले बांग्लादेश की प्लेइंग इलेवन भी ध्यान देना होगा। वहीं अफ़ग़ानिस्तान के खेमे में नवीन उल हक़ एशिया कप से बाहर हो गए हैं लेकिन उनकी अनुपस्थिति के बावजूद अफ़ग़ानिस्तान के दल के पास एक मज़बूत गेंदबाज़ी आक्रमण है।
हॉन्ग कॉन्ग के ख़िलाफ़ श्रीलंका की जीत से यह मुक़ाबला बांग्लादेश के लिए एक करो या मरो का मुक़ाबला हो गया है।
हालिया प्रदर्शन
अफ़ग़ानिस्तान ने इस टूर्नामेंट में अब तक केवल एक ही मैच खेला है और उन्होंने उस मुक़ाबले में एक बड़ी जीत हासिल की थी। फ़ील्डिंग को छोड़ दिया जाए तो बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों विभागों में अफ़ग़ानिस्तान ने प्रभावित किया था।
लेकिन बांग्लादेश के साथ स्थिति विपरीत है। हॉन्ग कॉन्ग के ख़िलाफ़ उन्होंने एक आसान जीत तो हासिल की लेकिन श्रीलंका के ख़िलाफ़ उनकी बल्लेबाज़ी काफ़ी मुश्किल में नज़र आई। अफ़ग़ानिस्तान के एक मज़बूत स्पिन आक्रमण के सामने बांग्लादेश के बल्लेबाज़ों को एक कठिन परीक्षा से गुज़रना होगा।
अब दोनों टीमों के बीच कड़ा मुक़ाबला देखने को मिल सकता है, जहां अफ़ग़ानिस्तान की नज़र ग्रुप में शीर्ष स्थान पर होगी, वहीं बांग्लादेश वापसी कर लय हासिल करना चाहेगा।
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी नज़र: जाकेर अली और अजमतुल्लाह ओमरज़ाई
शमीम हुसैन: श्रीलंका के ख़िलाफ़ उन्होंने दबाव में बेहतरीन बल्लेबाज़ी की और अपनी टीम को मुश्किल हालात से निकाला। उनकी नाबाद 42 रन की पारी ने बांग्लादेश को शर्मनाक हार से बचा लिया। 52 के स्कोर पर छह विकेट गिरने के बाद शमीम ने जाकिर अली के साथ छठे विकेट के लिए नाबाद 86 रन की अहम साझेदारी निभाई।
अज़मतुल्लाह ओमरज़ाई: अफ़ग़ानिस्तान के उभरते ऑलराउंडर टॉप छह में बल्लेबाज़ी करने के साथ-साथ गेंद से भी योगदान देते हैं। हॉन्ग कॉन्ग के ख़िलाफ़ उनकी अर्धशतकीय पारी इस फ़ॉर्मेट में अफ़ग़ानिस्तान की ओर से सबसे तेज़ अर्धशतक रहा। उन्होंने सिर्फ़ 21 गेंदों में पांच छक्के और दो चौके जड़े। गेंदबाज़ी में भी वे अक्सर अहम साझेदारियां तोड़ते हैं।