ऑस्ट्रेलिया 303 (हेड 101, ग्रीन 74) और 155 (कैरी 48, वुड 6-37) ने इंग्लैंड 188 (वोक्स 36, कमिंस 4-45) और 124 (क्रॉली 36, बोलंड 3-18, ग्रीन 3-21, कमिंस 3-42) को 146 रन से दी मात
कैमरन ग्रीन के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलियाई पेस बैट्री ने इंग्लैंड की दूसरी पारी को महज़ 124 रन पर ढेर करते हुए होबार्ट में खेले गए पांचवें और आख़िरी टेस्ट में 146 रन से जीत दर्ज कर ली। इसी के साथ ही मेज़बान टीम ने ऐशेज़ पर भी 4-0 से कब्ज़ा जमा लिया।
इससे पहले
मार्क वुड के शानदार प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 155 रन पर ही सिमेट दी थी और मेहमान टीम के सामने 271 रन का लक्ष्य था। जिसके जवाब में इंग्लैंड के दस विकेट 22.5 ओवर में सिर्फ़ 56 रन जोड़ कर ही गिर गए। दूसरी पारी में मेहमान टीम की शुरुआत अच्छी हुई थी जब रोरी बर्न्स और ज़ैक क्रॉली के बीच पहले विकेट के लिए 68 रन की साझेदारी हुई।
ग्रीन ने बर्न्स को आउट करते हुए इस साझेदारी का अंत किया। उन्होंने 21 रन देकर तीन विकेट झटके जबकि स्कॉट बोलंड और
पैट कमिंस को भी तीन-तीन सफलताएं हासिल हुई।
इससे पहले इंग्लिश तेज़ गेंदबाज़ मार्क वुड ने अपना सब कुछ झोंकते हुए इंग्लैंड को एक मौक़ा ज़रूर दिया था। वुड ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 37 रन देकर छह विकेट लिए। वुड की दमदार गेंदबाज़ी के बाद उम्मीद थी कि इंग्लैंड के बल्लेबाज़ आख़िरी टेस्ट को जीत पाने में क़ामयाब हो जाएं, लेकिन अच्छी शुरुआत के बाद एक बार फिर पूरी सीरीज़ की तरह इस पारी में भी इंग्लिश टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
वुड की रफ़्तार और उनकी शॉर्ट पिच गेंदों के सामने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ परेशान दिखे, जिसकी शुरुआत नाइटवॉचमैन स्कॉट बोलंड के साथ हुई थी। वुड की बाउंसर पर बोलंड ने विकेट के पीछे सैम बिलिंग्स को कैच थमा दिया था, इसके बाद लेग स्टंप के बाहर जाती गेंद पर पहली पारी के शतकवीर ट्रैविस हेड भी आउट हो गए। वुड ने एक और बाउंसर पर स्टीव स्मिथ को भी लॉन्ग लेग पर मौजूद डाविड मलान के हाथों पवेलियन की राह दिखा दी। 2017 के बाद ये पहला मौक़ा है जब स्मिथ की बल्लेबाज़ी की औसत 60 से नीचे आई हो।
इसके बाद वुड को स्टुअर्ट ब्रॉड के तौर पर शानदार साथ मिला। ब्रॉड ने ग्रीन को एलबीडब्ल्यू आउट किया और फिर मिचेल स्टार्क को ऑली पोप के हाथों कैच आउट कराते हुए वुड ने अपना पांचवां शिकार पूरा कर लिया था। अगली ही गेंद पर वुड ने पैट कमिंस को भी एक बेहतरीन यॉर्कर पर शिकार बना ही लिया था लेकिन फिर उस फ़ैसले को बदलना पड़ा क्योंकि रिप्ले में दिखा कि गेंद लेग स्टंप के बाहर जा रही थी।
इन सबके बीच ऐलेक्स कैरी को दो बार जीवनदान भी मिला। जब वह 19 रन पर थे तब क्रिस वोक्स की गेंद उनके बल्ले से लगती हुई स्टंप्स पर जा लगी और वह पवेलियन की ओर चल पड़े थे, लेकिन तभी तीसरे अंपायर ने बताया कि वोक्स का पैर पॉपिंग क्रीज़ से बाहर था। इसके बाद जब वह 30 रन पर थे तो अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दिया था लेकिन डीआरएस में पता चला कि गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच हुई है और इस तरह एक बार फिर वह नॉट आउट रहे।
कैरी दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे लेकिन अपने अर्धशतक से वह बस एक रन से महरूम रह गए। ब्रॉड ने उन्हें विकेट के पीछे कैच आउट कराया, इसके बाद कमिंस को लेंथ गेंद पर क्लीन बोल्ड करते हुए वुड ने अपना छठा शिकार हासिल किया और ऑस्ट्रेलियाई पारी को 155 रन पर ढेर कर दिया।
दूसरे टेस्ट के बाद टीम से बाहर किए गए बर्न्स इस टेस्ट में वापसी कर रहे थे, और उन्होंने क्रॉली के साथ मिलकर मेहमान टीम को सीरीज़ में पहली बार पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी के पार ले गए। इंग्लैंड एक समय बिना कोई विकेट खोए 68 रन बना चुका था और पारी में क़रीब चार रन की औसत से प्रति ओवर रन आ रहे थे।
ग्रीन ने इस साझेदारी का अंत टी से ठीक पहले किया, राउंड द विकेट आकर उन्होंने कोण के साथ बर्न्स को बीट किया और गेंद स्टंप्स को बिखेर गई।
हालांकि क्रॉली अभी भी क्रीज़ पर थे जो बेहद अच्छे रंग में दिख रहे थे, और अभी मलान, कप्तान जो रूट और दिग्गज बेन स्टोक्स को आना बाक़ी था। लेकिन जैसा इस पूरी सीरीज़ में दिखा था ठीक वही तस्वीर होबार्ट में भी देखने को मिली।
एक के बाद एक इंग्लिश बल्लेबाज़ पवेलियन की राह पकड़ते गए और देखते ही देखते मेहमान टीम 124 रन पर ढेर हो गई।