श्रीलंका 172 पर 5 (असलंका 80*, राजापक्षा 53, शाकिब 2-17) ने बांग्लादेश 171 पर 4 (नईम 62, मुशफ़िकुर 57*) को पांच विकेट से हराया
श्रीलंका के बल्लेबाज़ों ने अपने गेंदबाज़ों को बचा लिया। यह अनुभवहीन होने की भी बात है। यहां श्रीलंका की नई पीढ़ी खड़ी थी। 172 का पीछा करते हुए, एक ऐसे मैदान पर जहां दोनों ओर समान सीमाएं नहीं थी। (एक तरफ 73 मीटर की सीमा थी, और दूसरी तरफ 57 मीटर की सीमा थी), चरिथ असलंका ने 49 गेंदों पर नाबाद 80 रन बनाकर एंकर की भूमिका निभाई। श्रीलंका की ओर से अभी तक असमंजस में रहने वाले नंबर 3 के स्थान पर। उनको पथुम निसंका ने साथ दिया। दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 45 में 69 रनों की साझेदारी की। इसके बाद भानुका राजापक्षा नंबर 6 पर आए और खुद 31 गेंद 53 रन बनाकर मैच को श्रीलंका की झोली में डाल दिया।
इससे पहले, मुशफ़िकुर रहीम की 37 रनों की नाबाद 57 और मोहम्मद नईम की 52 गेंदों में 62 रनों की पारी की बदौलत बांग्लादेश ने एक मजबूत स्कोर खड़ा किया। दोनों ने श्रीलंका के मुख्य गेंदबाज़ों पर प्रहार किया। न तो दुष्मंथा चमीरा और न ही वनिंदु हसरंगा ने एक भी विकेट लिया।
बांग्लादेश शायद अपने दो सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ों शाकिब अल हसन और मुस्तफ़िज़ुर रहमान से उनके कोटे के पूरे ओवर नहीं कराने के लिए के लिए ख़ुद को दोषी मान रहे होंगे। 17वें ओवर में जब शाकिब अपना तीसरा ओवर डालने आए, तब तक श्रीलंका लक्ष्य का पूरी तरह नियंत्रण में था।
असलंका का धमाका
इस मैच से पहले, असलांका का टी20 स्ट्राइक रेट 120 था। वह अपने पिछले टी20 अंतर्राष्ट्रीय में भी विशेष रूप से प्रभावशाली नहीं थे। तथ्य यह है कि वह नंबर तीन पर आ रहे थे, ऐसी जगह जहां पर कई सवाल थे। वह इस स्थान के लिए पसंदीदा भी नहीं थे। हालांकि, उनकी इस पारी ने बहुत चीज़ें बदलकर रख दी हैं।
कुसल परेरा के आउट होने के बाद बाद, असलांका ने अपनी तीसरी गेंद पर ही महेदी हसन की गेंद को चार रन के लिए भेजा। अगले ओवर में उन्होंने नसुम अहमद की गेंद पर इन साइड आउट खेलकर गेंद को लांग ऑफ़ के बाहर भेजा। उन्होंने मोहम्मद सैफ़ुद्दीन की गेंद पर एक और चौका लगाया और पावरप्ले के अंत तक असलांका 18 गेंद में 32 रन बना चुके थे और श्रीलंका का स्कोर एक विकेट पर 54 रन था।
शाकिब के दो विकेट
शाकिब बल्ले से अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में नाकाम रहे, लेकिन उनके दूसरे ओवर से खेल पलट गया। पथुम निसंका, असलांका के साथ अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे थे, इस जोड़ी ने एक साथ मिलकर तेज़ी से 69 रन बनाए। शाकिब ने निसंका को बोल्ड किया ही, उसी ओवर में अविष्का फर्नांडो को भी उन्होंने एक तरह की यॉर्कर पर बोल्ड कर दिया था। वनिंदु हसरंगा नंबर 5 पर प्रमोट हुए, लेकिन अगले ही ओवर में वह भी आउट हो गए। अब श्रीलंका एक विकेट पर 79 से चार विकेट पर 79 रन तक पहुंच गए।
असलंका की राजापक्षा के साथ साझेदारी
भानुका राजापक्षा ने अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय खेली, जिससे असलंका को भी मदद मिली। राजापक्षा ने धीरे-धीरे शुरुआत की, अपनी पहली नौ गेंद में उन्होंने केवल छह बनाए। आफ़िफ़ हुसैन की गेंद पर स्पिन के साथ खेलते हुए उन्होंने कवर की दिशा में छक्का लगा दिया, लेकिन लिटन दास ने भी डीप स्क्वायर लेग उनका कैच टपका दिया, वह तब 14 रन पर ही थे।
इस जोड़ी को श्रीलंका को जीत के क़रीब ले जाने में बाद में कोई परेशानी नहीं हुई। दोनों ने बड़े शॉट लगाए। राजापक्षा ने 16वें ओवर में सैफ़ुद्दीन की गेंद पर एक छक्का डीप स्क्वायर लेग और दूसरा डीप मिडविकेट पर लगाया। वहीं इसी ओवर में दो चौके भी लगाए। इस ओवर में 22 रन आ चुके थे और अब श्रीलंका को 24 गेंद में 24 रन चाहिए थे।
रहीम और नईम ने संभाला बांग्लादेश
इससे पहले, बल्लेबाज़ी करने उतरी बांग्लादेश का चार विकेट पर 171 रन का स्कोर एक तरफ़ छोटी सीमा के बावजूद अच्छा लग रहा था। नईम और मुशफ़िकुर दोनों ने मैदान के चारों ओर रन बनाए, लेकिन यह मुशफिकुर ही थे जो क्रीज़ के चारों ओर गेंद को भेजने में प्रभावशाली दिखे। उन्होंने मैदान के एक छोटे हिस्से को निशाना बनाया। दोनों की जोड़ी ने 51 गेंद में 71 रन की साझेदारी की और प्रभावी रूप से बांग्लादेश की पारी की रीढ़ बने। मुशफ़िकुर का अर्धशतक टी20 अंतर्राष्ट्रीय में उनका चौथा और श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीसरा अर्धशतक था।
ऐंड्रयू फिडेल फर्नांडो ESPNcricinfo's में श्रीलंका के संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।