साउथ अफ़्रीका ने
टी20 विश्व कप 2024 की शुरुआत जीत के साथ की है। उन्होंने अपने पहले मैच में
श्रीलंका को छह विकेट से परास्त किया। टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया था, लेकिन यह उनके लिए काफ़ी निराशाजनक साबित हुआ। श्रीलंका की टीम केवल 77 के स्कोर पर ढेर हो गई, जो टी20 अंतर्राष्ट्रीय में उनका न्यूनतम स्कोर भी है।
पारी की शुरुआत करते हुए
पथुम निसंका और
कुसल मेंडिस ने श्रीलंका को सकारात्मक शुरुआत दिलानी चाही, लेकिन उछाल ने उन्हें लगातार परेशान किया। श्रीलंका ने पावरप्ले में केवल एक ही विकेट गंवाया था, लेकिन वे केवल 24 रन ही बना पाए। यह विकेट ऑटनील बार्टमैन ने लिया था, जो टी20 विश्व कप में पहली गेंद पर विकेट लेने वाले पहले साउथ अफ़्रीकी गेंदबाज़ बने। 31 के स्कोर पर दूसरा विकेट गिरने के बाद उनका स्कोर 40/5 होने में अधिक देर नहीं लगी। केशव महाराज ने नौवें ओवर में लगातार दो गेंदों में दो विकेट चटकाए जिससे श्रीलंका का मध्यक्रम लड़खड़ा गया।
अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज़ और दासुन शानका ने आक्रामकता दिखाने की कोशिश की और नौ गेंदों के अंदर तीन छक्के लगाए। ऐसे में लग रहा था कि ये दोनों अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक ले जाएंगे, लेकिन रबाडा ने शानका को क्लीन बोल्ड करते हुए इस साझेदारी का अंत कर दिया।
अनरिख़ नॉर्खिये के चार ओवरों ने श्रीलंका को सबसे अधिक परेशान किया। नॉर्खिये ने चार ओवर में केवल सात रन खर्च करते हुए सर्वाधिक चार विकेट चटकाए। कगिसो रबाडा और महाराज ने भी दो-दो विकेट अपने नाम किए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ़्रीका भी मुश्किल में दिखी क्योंकि पिच पर बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं था। पावरप्ले में ही उन्होंने भी अपने दो विकेट गंवा दिए थे और केवल 27 रन बना पाए थे, जो विश्व कप पावरप्ले में उनके द्वारा बनाए गए सबसे कम रन हैं। हालांकि, क्विंटन डिकॉक और ट्रिस्टन स्टब्स ने पारी को संभालने का काम किया। डिकॉक 20 रन बनाकर वानिंदु हसरंगा का शिकार बने, लेकिन तब तक स्कोरबोर्ड पर 51 रन टंग चुके थे। 58 के स्कोर पर हसरंगा ने स्टब्स (13) का विकेट भी हासिल किया जिन्होंने 28 गेंदों का सामना किया था।
हाइनरिक क्लासन और डेविड मिलर ने यहां से अपनी टीम को कोई परेशानी नहीं होने दी और 16.2 ओवरों में जीत दिला दी। क्लासन ने 22 गेंदों में नाबाद 19 रन बनाए जिसमें एक चौका और एक छक्का शामिल रहे। मिलर छह गेंदों में छह रन बनाकर नाबाद रहे और उनके बल्ले से ही विजयी चौका आया था।