ग्रुप स्टेज में श्रीलंका का शेड्यूल
साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपना पहला मैच खेलने के बाद श्रीलंका का अगला सामना 8 जून को डैलस में बांग्लादेश से होगा। यह मैच भारतीय समयानुसार सुबह छह बजे से शुरू होगा। इसके बाद 12 जून को श्रीलंका लॉडरहिल में भारतीय समयानुसार सुबह पांच बजे से नेपाल के ख़िलाफ़ मैच खेलेगी। वहीं पहले चरण में श्रीलंका का अंतिम मैच 17 जून को भारतीय समयानुसार सुबह छह बजे से नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ शुरू होगा।
विश्व कप के लिए श्रीलंका का दल
वानिंदु हसरंगा (कप्तान), चरिथ असलंका (उपकप्तान), कामिंडु मेंडिस, दुश्मांता चमीरा, नुवान तुषारा, महीष थीक्षणा, दसून शानका, धनंजय डीसिल्वा, पथुम निसंका, मथीशा पथिराना, दिलशान मदुशंका, एंजेलो मैथ्यूज़, दुनिथ वेल्लालगे, सदीरा समराविक्रमा
हसरंगा ने अपने करियर की शुरुआत मुख्तः एक गेंदबाज़ के तौर पर की थी लेकिन हालिया समय में उनकी बल्लेबाज़ी में भी काफ़ी सुधार आया है। हसरंगा ने पिछले दो वर्षों में श्रीलंका और लंका प्रीमियर लीग में ख़ुद को प्रमोट करते हुए अपनी बल्लेबाज़ी का जौहर दिखाया है।
बल्लेबाज़ी क्रम में नंबर चार से लेकर नंबर सात तक हसरंगा का स्ट्राइक रेट 160 और औसत भी 30 के ऊपर है। पूर्ण सदस्य टीमों में श्रीलंका ही वो टीम है जिसके पास तुलनात्मक तौर पर पावर हिटर्स की कमी है। हसरंगा स्पिन के ख़िलाफ़ भी बड़े हिट्स लगा सकते हैं, ऐसे में बतौर कप्तान और एक गेंदबाज़ होने के अलावा भी वह अपनी टीम के लिए बल्लेबाज़ी में कारगर साबित हो सकते हैं।
मथीशा पथिराना ना सिर्फ़ श्रीलंका बल्कि विश्व क्रिकेट में टी20 प्रारूप में पिछले कुछ वर्षों की सबसे बड़ी खोज में से एक हैं। पथिराना अंतिम पांच ओवर में नौ से भी कम इकोनॉमी के साथ गेंदबाज़ी करते हैं जो कि इस उम्र के किसी भी गेंदबाज़ के लिए दुर्लभ है।
पिछले टी20 विश्व कप के बाद से पथिराना इकॉनमी और औसत के मामले में टी20 क्रिकेट के शीर्ष पांच गेंदबाज़ों में शामिल हैं।
टी20 विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
श्रीलंका 2014 विश्व कप की विजेता था, लिहाज़ा इस टूर्नामेंट में यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। हालांकि श्रीलंका 2009 में फ़ाइनल भी खेल चुकी है और 2010 में यह टीम सेमीफ़ाइनल में भी पहुंची थी। लेकिन 2014 के बाद से ही यह टीम एक बार भी अंतिम चार में प्रवेश नहीं कर पाई है।