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मल्होत्रा : शेफ़ाली की जगह रावल का चयन सही फ़ैसला

भारत की पूर्व ऑलराउंडर का मानना है कि इस बार भारत महिला विश्व कप में अपनी सबसे मज़बूत टीम के साथ मैदान में उतर रहा है

PTI
23-Aug-2025 • 3 hrs ago
भारतीय महिला टीम की पूर्व ऑलराउंडर रीमा मल्होत्रा ने शेफ़ाली वर्मा की जगह पर प्रतिका रावल को वनडे विश्व कप के लिए चुने जाने का समर्थन किया है। मल्होत्रा का मानना है कि शेफ़ाली में एक्स फ़ैक्टर ज़रूर है लेकिन रावल ने निरंतरता दिखाई है, जो काफ़ी महत्वपूर्ण है।
पिछले साल भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने वाली रावल ने अपने पिछले 14 वनडे मैचों में लगभग 54 की औसत से 703 रन बनाए हैं। साथ ही स्मृति मांधना के साथ उन्होंने कई मैचों में भारत को मज़बूत शुरुआत दी है। रावल और मांधना के बीच अब तक चार शतकीय साझेदारियां और छह अर्धशतकीय साझेदारियां हो चुकी हैं और उनकी औसत 77.57 की है। 1000 साझेदारी रनों की कट-ऑफ़ वाली भारतीय बल्लेबाज़ों की किसी भी जोड़ी ने इससे बेहतर प्रदर्शन नहीं किया है।
वहीं अगर शेफ़ाली के बारे में बात की जाए तो इंग्लैंड में अच्छी वापसी करने के बाद शेफ़ाली ने ऑस्ट्रेलिया ए और इंडिया ए के बीच खेली गई वनडे सीरीज़ में उन्होंने 52, 4 और 36 का स्कोर बनाया है। साथ ही T20 सीरीज़ के दौरान भी उन्होंने तीन मैचों में सिर्फ़ 47 रन बनाए, जिसमें से 41 रन उन्होंने अपने पहले ही मैच में बनाए थे।
भारत के लिए 41 वनडे और 22 T20 खेल चुकीं मल्होत्रा ने PTI से कहा, "शेफ़ाली एक बड़ी खिलाड़ी हैं। उनमें वह एक्स-फैक्टर है, जिसकी तलाश हर टीम को होती है। लेकिन जब आप एक्स-फैक्टर की तुलना निरंतरता से करते हैं, तो मुझे लगता है कि कप्तान और चयनकर्ताओं ने बिल्कुल सही निर्णय लेते हुए निरंतरता को प्राथमिकता दी।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रतिका को जब भी मौक़े मिले, उसका भरपूर फ़ायदा उठाकर उन्होंने टीम में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने कई बार यह साबित किया है कि उनके पास भारत की ओर से वनडे खेलने के लिए ज़रूरी तकनीक और मानसिकता मौजूद है।"
महिला वनडे विश्व कप 30 सितंबर से दो नवंबर तक खेला जाएगा। भारत और श्रीलंका इस टूर्नामेंट की मेजबानी कर रही हैं। मल्होत्रा का यह भी मानना है कि हरमनप्रीत कौर की अगुआई में भारतीय टीम ख़िताब की प्रबल दावेदार है, क्योंकि टीम में अनुभव और युवाओं का बेहतरीन संतुलन है।
उन्होंने कहा, "पिछले किसी भी महिला वनडे विश्व कप की तुलना में भारत इस बार अपनी सबसे मज़बूत टीम के साथ मैदान पर उतर रहा है। इसमें हरमनप्रीत, मांधना, जेमिमाह रॉड्रिग्स और दीप्ति शर्मा जैसी अनुभवी खिलाड़ी हैं, तो वहीं अमनजोत कौर, क्रांति गौड़, श्री चरणी और ऋचा घोष जैसे युवा विकल्प भी हैं।
"कुल मिला कर टीम में युवाओं और अनुभव का शानदार संतुलन है। मुझे नहीं लगता कि विश्व कप के लिए इससे बेहतर टीम बन सकती है। साथ ही सबसे अहम बात यह है कि इस टीम के पास विश्व कप जीतने का पूरा आत्मविश्वास है।"
भारतीय टीम वनडे विश्व कप के इतिहास में दो बार फ़ाइनल में पहुंचने में सफल रहा है। 2017 में उन्हें इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सिर्फ़ नौ रनों की क़रीबी हार का सामना करना पड़ा था, जबकि 2005 में उन्हें 98 रनों से पराजित होना पड़ा था।
मल्होत्रा ने भारतीय टीम के बारे में आगे कहा, "भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी हमेशा से अच्छी रही है। लेकिन अब तेज़ गेंदबाज़ी विभाग में भी रेणुका सिंह, अमनजोत और अरुंधति रेड्डी जैसे विकल्प मौजूद हैं। वहीं अगर स्पिन विभाग की बात करें तो उसमें दीप्ति, राधा यादव और स्नेह राणा हैं। हालिया समय में स्नेह ने सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में जो परिपक्वता हासिल की है, वह अदभुत है। भारतीय परिस्थितियों में यह स्पिन तिकड़ी काफ़ी प्रभावी साबित हो सकती है। हालांकि एक बात यह भी है कि टीम में पूजा वस्त्रकर का न होना, टीम के लिए एक झटके की तरह है।"
ICC ने महिला वनडे विश्व कप का नया कार्यक्रम जारी किया है जिसके मुताबिक़ बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम से मेज़बानी छीन ली गई है। 30 सितंबर से शुरू होने वाले महिला विश्व कप के लिए बेंगलुरु की जगह नवी मुंबई का डीवाई पाटिल स्टेडियम चौथा भारतीय स्थल होगा।
BCCI ने शुक्रवार को सभी प्रतिभागी देशों को अपडेट भी भेज दिया है। आठ टीमों के इस टूर्नामेंट की तारीख़ें वही रहेंगी (30 सितंबर से 2 नवंबर)। BCCI ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर नए कार्यक्रम की घोषणा भी कर दी है। इंदौर, वाइज़ैग और गुवाहाटी के अलावा नवी मुंबई को चौथा भारतीय स्थल बनाया गया है। पाकिस्तान से जुड़े सभी मैचों और पहले सेमीफाइनल की मेज़बानी श्रीलंका की राजधानी कोलंबो को मिली है।