बांग्लादेश 144/3 ने (लिटन 59, हृदोय 35, इक़बाल 2-14) ने हॉन्ग कॉन्ग 143/7 (निज़ाकत 42, ज़ीशान 30, तनज़ीम 2-21, तसकीन 2-38, रिशाद 2-31) को सात विकेट से हराया
दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 95 रनों की साझेदारी हुई। उन्होंने उस समय बांग्लादेश को संकट से उबारा, जब उनकी टीम पावरप्ले के दौरान 47 रन पर दो विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हालांकि इसके बाद लिटन और हृदोय ने पारी को संभाला और टीम को जीत तक ले गए। लिटन तब आउट हुए, जब टीम को सिर्फ़ दो रन की ज़रूरत थी। उन्होंने 39 गेंदों की पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया।
इससे पहले हॉन्ग कॉन्ग ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवर में 143 पर 7 बनाए। उनकी शुरुआत लड़खड़ाहट भरी रही और शुरुआती विकेट जल्दी गिरे। इसके बाद
ज़ीशान अली (30) और
निज़ाकत ख़ान (42) ने एक धीमी साझेदारी कर हॉन्ग कॉन्ग की वापसी कराने की कोशिश की।
बांग्लादेश की तरफ़ से
तनज़ीम हसन साक़िब ने अपने पहले स्पेल में 140 किमी प्रति घंटा से ऊपर की रफ़्तार से गेंदबाज़ी की और बाबर हयात (14) और ज़ीशान को आउट किया। हयात को एक स्विंग गेंद ने बोल्ड किया जो मिडिल स्टंप से शुरू होकर उनकी ऑफ़ स्टंप से टकरा गई, जबकि ज़ीशान एक तेज़ गेंद पर आउट हुए जो बल्ले के बीच से टकराकर कवर पर कैच हो गई।
तसकीन अहमद महंगे साबित हुए लेकिन उन्होंने अंशुमन रथ को आउट करके शुरुआती सफलता दिलाई। उन्होंने आख़िरी ओवर में ऐज़ाज़ ख़ान को भी आउट किया।
लेग स्पिनर
रिशाद हुसैन को पावरप्ले के बाद लाया गया, लेकिन हॉन्ग कॉन्ग के बल्लेबाज़ों ने उन्हें स्वीप और रिवर्स स्वीप से खेलने की कोशिश की। उन्होंने आख़िरकार 19वें ओवर में विकेट लिए, जब उन्होंने निज़ाकत को लॉन्ग-ऑन पर कैच कराया। अगली गेंद पर उन्होंने किंचित शाह को LBW किया।
हॉन्ग कॉन्ग ने आख़िरी छह ओवरों में 54 रन बनाए और उनकी टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंची।