कोहली, अश्विन, और रोहित के बिना कप्तान गिल के सामने बड़ी चुनौती
अहमदाबाद में भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच खेला जाने वाला टेस्ट भारतीय टीम के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है
ESPNcricinfo स्टाफ़
01-Oct-2025 • 1 hr ago
भारत जब भी अपने घरेलू सीज़न के दौरान अपने पहले टेस्ट सीरीज़ की शुरुआत करता है तो काफ़ी उम्मीदें रहती हैं। हालांकि इस बार वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ होने वाले पहले टेस्ट की शुरुआत में थोड़ी सी बेचैनी भी है। पिछले सीज़न के दौरान न्यूज़ीलैंड से 0-3 से मिली हार ने भारत को काफ़ी कुछ सोचने पर मज़बूर कर दिया था। इसके अलावा कप्तान शुभमन गिल के लिए यह पहला घरेलू सीरीज़ होगा। आर अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली टीम के साथ नहीं हैं। साथ ही अहमदाबाद की असामान्य रूप से हरी पिच ने टॉस की अहमियत और बढ़ा दी है।
इसमें कोई शक़ नहीं है कि भारत की चिंताएं उनके प्रतिद्वंद्वी की तुलना में छोटी लगती हैं। वेस्टइंडीज़ फ़िलहाल बहुत ही मुश्किल समय से गुजर रहा है। उनके मुख्य तेज़ गेंदबाज़ चोटिल हैं। हाल ही में नेपाल ने उन्हें T20I सीरीज़ में हराया है। भले ही यह उनकी दूसरी श्रेणी की टीम थी जिसका टेस्ट स्क्वॉड से कोई लेना-देना नहीं। किंग्सटन में 27 पर ऑलआउट होने के बाद उनकी टीम की इमरजेंसी समीक्षा भी हुई। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में टीम के भविष्य पर अभी भी बड़ा सवाल है। कुल मिला कर वेस्टइंडीज़ जिस तरफ़ भी देखता है, वहां उसे किसी न किसी झटके का डर है।
लेकिन यह स्थिति उन्हें खुलकर खेलने का लाइसेंस भी दे सकती है। उनके कप्तान रोस्टन चेज़ ने टेस्ट से एक दिन पहले कहा, "जब खोने को कुछ नहीं होता, तो आप खुलकर खेल सकते हैं, क्योंकि सबको लगता है कि हम हारेंगे।"
सबको लगता है वेस्ट इंडीज़ हार जाएगा। सबको लगता है भारत जीतेगा। सबको हमेशा लगता है कि भारत घर में जीतेगा। 2013 की शुरुआत से लेकर पिछले साल तक भारत ने इन उम्मीदों को बार-बार पूरा किया।
लेकिन न्यूज़ीलैंड ने भारत में आकर जिस तरह का खेल दिखाया, उसने भारतीय क्रिकेट के सामने कुछ मुश्किल सवाल रख दिए। आप भले ही दुनिया की सबसे अच्छी टीम में से एक हों, लेकिन आपको बार-बार साबित करना पड़ता है, हर बार नए-नए चैलेंज का सामना करना पड़ता है।
हालिया प्रदर्शन
भारत WDLWL (पिछले पांच टेस्ट, सबसे हाल का पहले)
वेस्टइंडीज़ LLLWL
इन खिलाड़ियों पर होगी नज़रें
भारत ने आख़िरी बार घरेलू टेस्ट आर. अश्विन के बिना नवंबर 2010 में खेला था। भले ही उनके बिना भी स्पिन आक्रमण मज़बूत है, लेकिन असली असर का पता तभी चलेगा जब टीम इस कमी से जूझेगी। इस परिस्थिति में रवींद्र जाडेजा की अहमियत और बढ़ जाती है।
अहमदाबाद की पिच पर घास है, लेकिन वेस्टइंडीज़ के पास अल्ज़ारी जोसेफ़ और शमार जोसेफ़ नहीं हैं। उनके पास जेडन सील्स हैं, जो दुनिया के बेहतरीन युवा तेज़ गेंदबाज़ों में से एक हैं। सील्स ने 22.32 की औसत से 88 विकेट लिए हैं। उनकी रफ़्तार और स्वाभाविक फुल लेंथ भारतीय बल्लेबाज़ों को मुश्किल में डाल सकती है।