शौरी का शतक बेकार, कर्नाटक ने जीता विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी का ख़िताब
आर स्मरण के शतक की बदौलत कर्नाटक ने विदर्भ को 349 रनों का लक्ष्य दिया था
नवनीत झा
18-Jan-2025
Krishnan Shrijith और R smaran के बीच चौथे विकेट के लिए 167 रनों की साझेदारी हुई • KSCA
कर्नाटक 348 पर 6 (स्मरण 101, मनोहर 79, श्रीजीत 78 और नालकंडे 67 पर 2) ने विदर्भ 312 (शौरी 110, दुबे 63 और कौशिक 47 पर 3) को 36 रनों से हराया
विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के रोचक फ़ाइनल में कर्नाटक ने विदर्भ को हराकर ख़िताब अपने नाम कर लिया है। कर्नाटक की इस ख़िताबी जीत के हीरे आर स्मरण रहे जिनकी शतकीय पारी की बदौलत कर्नाटक ने 50 ओवर में 348 रन बना लिए। स्मरण ने सेमीफ़ाइनल में भी हरियाणा के ख़िलाफ़ अर्धशतकीय पारी खेलकर कर्नाटक की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
स्मरण के अलावा कृष्णन श्रीजीत और अभिनव मनोहर ने भी अर्धशतकीय पारियां खेली। श्रीजित और स्मरण के बीच चौथे विकेट के लिए 160 रनों की साझेदारी ने कर्नाटक के लिए एक बड़े स्कोर की नींव रखी। दरअसल कर्नाटक की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और सलामी बल्लेबाज़ देवदत्त पड़िक्कल पारी के छठे ओवर में ही यश ठाकुर का शिकार बन गए थे।
कप्तान मयंक अग्रवाल जब 32 के निजी स्कोर पर कर्नाटक के तीसरे विकेट के रूप में आउट हुए तब कर्नाटक ने बोर्ड पर सिर्फ़ 67 रन ही बनाए थे लेकिन यहां से श्रीजीत और स्मरण की साझेदारी के बाद अभिनव मनोहर की 42 गेंदों पर 79 रनों की पारी ने कर्नाटक को एक बड़े स्कोर तक पहंचा दिया। विदर्भ की ओर से सबसे किफ़ायती गेंदबाज़ हर्ष दुबे रहे जिन्होंने 10 ओवर में मात्र 49 रन ही दिए लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। दर्शन नालकंडे और नचिकेत भूटे ने दो-दो विकेट चटकाए लेकिन दोनों ही गेंदबाज़ काफ़ी महंगे रहे। यश कदम और यश ठाकुर को भी एक सफलता मिली लेकिन वे भी कर्नाटक की रन गति पर अंकुश नहीं लगा पाए।
विदर्भ को ट्रॉफ़ी हासिल करने के लिए बड़े स्कोर का पीछा करना था और टीम के कप्तान और टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ करुण नायर के ऊपर दारोमदार था। हालांकि प्रसिद्ध कृष्णा, वासुकी कौशिक और अभिलाष शेट्टी की तिकड़ी ने विदर्भ के लिए परेशानी खड़ी कर दी।
छठे ओवर में अभिलाष शेट्टी ने यश राठौड़ के रूप में विदर्भ को पहला झटका दिया और इसके बाद बल्लेबाज़ी के लिए आए करुण नायर ने सलामी बल्लेबाज़ ध्रुव शौरी के साथ पारी संभालने की कोशिश की लेकिन नायर 27 के निजी स्कोर पर प्रसिद्ध की गेंद पर बोल्ड हो गए। 35 ओवर आते आते विदर्भ 192 के स्कोर पर अपने चार विकेट गंवा चुका था और जितेश शर्मा भी पवेलियन लौट चुके थे।
लक्ष्य काफ़ी दूर नज़र आ रहा था लेकिन सलामी बल्लेबाज़ शौरी एक छोर पर डटे हुए थे। उन्होंने अपना लगातार तीसरा शतक पूरा किया हालांकि 41वें ओवर में शेट्टी ने 110 के निजी स्कोर पर शौरी की पारी को समाप्त कर दिया और अब इस स्थिति से विदर्भ का वापसी करना काफ़ी मुश्किल नज़र आ रहा था क्योंकि यहां से विदर्भ को जीत के लिए 58 गेंदों पर 126 रनों की दरकार थी। लेकिन हर्ष दुबे की धुआंधार पारी ने विदर्भ की उम्मीदें ज़िंदा कर दीं।
दुबे ने आते ही कर्नाटक के गेंदबाज़ों पर प्रहार शुरू कर दिया और देखते ही देखते उन्होंने 25 गेंदों पर अर्धशतक भी पूरा कर लिया। हालांकि दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहे और अंतिम दो ओवर में विदर्भ को जीत के लिए 27 रन चाहिए थे लेकिन विदर्भ का सिर्फ़ एक विकेट ही शेष था। 49वें ओवर की दूसरे गेंद पर शेट्टी की गेंद पर दुबे अपना कैच थमा बैठे और विदर्भ की कर्नाटक के स्कोर से 36 रन दूर रह गई। कर्नाटक की ओर से सबसे सफल गेंदबाज़ वासुकी कौशिक रहे जिन्होंने किफ़ायती गेंदबाज़ी करते हुए 10 ओवर में महज़ 47 रन दिए और तीन विकेट भी चटकाए। सेमीफ़ाइनल में कर्नाटक की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले शेट्टी ने 9.2 ओवर में 58 रन देते हुए तीन विकेट भी चटकाए। प्रसिद्ध ने 10 ओवर में 84 रन ज़रूर दिए लेकिन उन्होंने ही नायर को पवेलियन भेजकर विदर्भ को अच्छी स्थिति में पहुंचने से रोका जबकि एक तरफ़ जब दुबे लगातार प्रहार कर रहे थे तब प्रसिद्ध ने ही नालकंडे का विकेट चटकाकर विदर्भ पर दबाव बनाए रखा।
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।