मैच (24)
ENG vs IND (1)
SL vs BAN (1)
WI vs AUS (1)
ENG-U19 vs IND-U19 (1)
GSL (2)
Vitality Blast Men (8)
Vitality Blast Women (4)
Blast Women League 2 (4)
MLC (1)
ENG-W vs IND-W (1)
ख़बरें

हार्दिक पंड्या : मुझे अब असफलता के भय से छुटकारा मिल गया है

हार्दिक ने कहा कि साझेदारी के दौरान विराट उन्हें ख़ुद पर भरोसा रखने की हिदायत दे रहे थे

यह इस बात का स्पष्टीकरण देता है कि आईसीसी मिश्रित मीडिया ज़ोन क्या है। आधिकारिक प्रेस कॉन्फ़्रेंस के बाद, टीमें दो खिलाड़ियों को उपलब्ध कराती हैं, जो लगभग तीन मिनट या उससे अधिक समय तक लिखित मीडिया और विज़ुअल मीडिया से वैकल्पिक रूप से बात करने के लिए अलग हो जाते हैं। ऐसा कर लेने के बाद, वे दूसरे मीडिया में चले जाते हैं। इतने कम समय और इतने सारे पत्रकारों के कारण इससे बहुत कुछ नहीं निकल पाता है लेकिन यह एक तरह से आरामदायक बैठक होती है। जब हम में से कुछ ने अर्शदीप सिंह से बात की, तो हमने देखा कि हार्दिक पंड्या ने विज़ुअल मीडिया के साथ एक दरबार स्थापित किया हुआ है। वह सभी पत्रकारों के साथ ऐसा ही करते हुए फर्श पर बैठ गए। वह भारतीय टीम के मीडिया अधिकारी के बातचीत को समाप्त करने के निर्देश की अनदेखी करते हुए हंस रहे थे और मज़ाक कर रहे थे।
भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ जिस तरह का मैच जीता था, उसके बाद इसकी उम्मीद की जा सकती थी लेकिन उन्होंने मीडिया से लिखित बातचीत में कुछ ऐसा कह दिया, जोकि मेरे कान को चुभ गया। हालांकि हार्दिक ने कहा कि उन्हें अब असफलता के डर से छुटकारा मिल गया है।
मैं ऐसा था, वास्तव में? आज अगर हार गए होते तो क्या होता?
हार्दिक ने कहा, "मैंने कहा था। यहां तक ​​कि तीन गेंदें शेष रहते हुए भी, मैंने लड़कों से कहा, 'भले ही हम मैच हार जाएं, यह ठीक है।' मैंने कहा कि जिस तरह से हम इस खेल में लड़े हैं, उस पर मुझे गर्व है। हम एक ऐसी टीम रहे हैं जिसने व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से एक साथ बहुत मेहनत की है। तो अगर हम मैच हार गए होते, तो भी मेरे चेहरे पर मुस्कान होती और मैं बस इतना कहता कि हमने सब कुछ दे दिया, और वे उस दिन अच्छे थे।"
हार्दिक ने कहा, "कहीं न कहीं मैंने इस तथ्य को स्वीकार किया है कि यह खेल मुझे उतार-चढ़ाव देगा। आगे जीतने चढ़ाव मिलेंगे उतना ही अच्छा होगा, लेकिन मैं उतार के दिनों में भी विचलित नहीं हूंगा क्योंकि असफलता आपको बहुत कुछ सिखाती है।"
यह टीम के मन की स्थिति के बारे में बहुत कुछ कहता है। यदि दो बल्लेबाज़ विराट कोहली और हार्दिक की तरह सभी अंडे अपनी टोकरी में रख सकते हैं और इसके बावजूद परिणाम के बारे में दार्शनिक हो सकते हैं।
साझेदारी के दौरान, ख़ासकर जब आवश्यक रनों की दर हाथ से निकलने लगी, कोहली ने हार्दिक से कहा कि दोहराते रहो, "बिलीव, बिलीव।" हार्दिक को इसे विस्तृत करने के लिए कहा गया।
हार्दिक ने कहा, "यह ख़ुद पर और अपनी क्षमता पर विश्वास करने के बारे में है। बहुत सारे भटकाव होते हैं, विपक्ष, दबाव, असफलता का डर, सब कुछ। अगर हमें ख़ुद पर विश्वास नहीं होता, तो मुझे नहीं लगता कि हमने जो किया वह संभव होता।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरे लिए यह बहुत ज़रूरी था कि अगर हम संघर्ष रहे हैं तब भी यह चिंता की बात नहीं है। हमें यह ख़ुद पर भरोसा होना चाहिए कि हम अगली गेंद हिट कर देंगे। यही बात मैं विराट से कह रहा था। हम हर हाल में इस लक्ष्य को प्राप्त कर के ही दम लेंगे। यही वजह थी कि हम संघर्ष करने के बावजूद एक साझेदारी का निर्माण करने में सफल रहे। हमें नहीं लगता कि यह एक धाराप्रवाह पारी थी, लेकिन हमारे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण था कि हम इससे लड़ें और परिणाम प्राप्त करें जो हम चाहते थे।"

सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिसटेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।