ट्रायल पर जाते हुए फ़्लाइट रद्द हुई, लेकिन अमित के सपनों को SRH में मिली नई उड़ान
झारखंड के लेग स्पिनर को SRH ने अपनी टीम में शामिल किया है; कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी उनकी गेंदबाज़ी की तारीफ़ कर चुके हैं
राजन राज
18-Dec-2025 • 11 hrs ago
MS Dhoni ने Amit Kumar को आगे बढ़ने के लिए क्या सलाह दी? • Amit Kumar
देश भर में जब इंडिगो की फ़्लाइट्स कैंसिल हो रही थीं, तब झारखंड के लेग स्पिनर अमित कुमार को भी एक बड़ा झटका लगा था। सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के लीग स्टेज के बाद उन्हें सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के ट्रायल के लिए बुलाया गया था, लेकिन उनकी फ़्लाइट कैंसिल हो गई और वह ट्रायल के लिए नहीं जा पाए। तब अमित को लगा था कि उनके हाथ से एक बड़ा मौक़ा निकल गया है, लेकिन SRH की टीम ने IPL 2026 के मिनी ऑक्शन के दौरान उन्हें 30 लाख रुपये की राशि देकर अपनी टीम में शामिल किया।
उनका चयन SRH के उन प्रयासों में शामिल है, जिसके तहत SRH की टीम अपने स्पिन विभाग की समस्या का दीर्घकालिक समाधान ढूंढना चाहती है। रांची में जब भी कोई अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबला होता है, तो नेट गेंदबाज़ों में अमित का नाम हमेशा कॉमन रहता है। अमित ने अपनी तेज़ लेग स्पिन की कला से नेट्स में केशव महाराज, प्रवीण तांबे जैसे खिलाड़ियों को प्रभावित किया है। इन सभी खिलाड़ियों ने नेट्स में अमित को देखने और उनका सामना करने के बाद उनकी विविधता और नियंत्रण की जमकर तारीफ़ की।
पिछले कुछ सालों में SRH ने ज़ीशान अंसारी, शाहबाज़ अहमद, वॉशिंगटन सुंदर, हर्ष दुबे और मयंक मार्कंडेय जैसे कई स्पिनरों को आज़माया, लेकिन इनमें से कोई भी टीम की समस्या का स्थायी समाधान नहीं बन सका। IPL 2025 के मिनी ऑक्शन में भी SRH की टीम ने रवि बिश्नोई के लिए सात करोड़ रुपये तक की बोली लगाई, लेकिन अंत में उन्होंने पैडल डाउन कर लिया।
SRH की टीम में चुने जाने के बाद अमित ने ESPNcricinfo से कहा, "ऑक्शन में मेरा नाम काफ़ी देर से आया। मैं इंतज़ार कर रहा था कि जल्दी से मेरा नाम आए, लेकिन जैसे ही मेरा नाम आया, मैंने मोबाइल बंद कर दिया। फिर मेरा रूममेट शुभ शर्मा बाहर से चिल्लाते हुए मेरे पास आया और लगातार कई फ़ोन आने लगे। उसने मुझे ज़ोर से गले लगाया और उसके बाद कुछ देर तक मुझे ज़्यादा कुछ याद नहीं रहा। सफ़र इतना आसान नहीं रहा है। लेकिन मुझे पता है कि खेल के इस स्तर तक पहुंचने के लिए हर कोई इसी तरह के सफ़र से गुज़रता है। मेरे पिता मेरे सामने कभी नहीं टूटे, लेकिन जब वीडियो कॉल पर बात हुई तो उनका गला रुंधा हुआ था। उन्हें गले लगाने का मन कर रहा था।"
बिहार के हमीरपुर के एक किसान परिवार से आने वाले अमित का क्रिकेट सफ़र रांची से शुरू हुआ। देश के कई युवाओं की तरह अमित ने भी 2011 विश्व कप में भारत को मिली जीत के बाद क्रिकेटर बनने का सपना देखा, जो एक किसान परिवार से आने वाले युवा के लिए बिल्कुल आसान नहीं था।
रांची के साईं धुरवा क्रिकेट अकादमी में 2013 में दाख़िला लेने के बाद अमित ने काफ़ी तेज़ी से लोकल क्लब क्रिकेट में एक बेहतरीन लेग स्पिनर के तौर पर अपना नाम बनाया। वह काफ़ी तेज़ गति से लेग स्पिन करते हैं और शुरुआत से ही उनके पास अच्छी विविधताएं रही हैं, जो उन्हें ख़ास बनाती हैं। हालांकि, अपने क्रिकेट का ख़र्च उठाने के लिए अमित को कम उम्र से ही कई अलग अलग काम भी करने पड़े।
जब अमित ने देखा कि परिवार के लिए ख़र्च मैनेज करना आसान नहीं है, तो उन्होंने ज़िला स्तर के क्रिकेट के दौरान मैदान पर कई तरह के काम किए, जिसमें मैट बिछाना भी शामिल था। इसके लिए उन्हें 200 रुपये प्रति दिन का भुगतान किया जाता था।
जैसे जैसे उनका नाम आगे बढ़ने लगा, झारखंड के कई क्रिकेटरों ने उनकी मदद की। इसमें शाहबाज़ नदीम और इशांक जग्गी जैसे नाम शामिल हैं। नदीम ने ख़ास तौर पर अमित की मानसिकता पर काफ़ी काम किया।
अमित ने कहा, "अगर मेरे कोच मुक्तेश सिंह और नदीम भैया जैसे लोगों का सपोर्ट नहीं होता, तो शायद मैं यहां तक नहीं पहुंच पाता। जब भी मैं मानसिक रूप से पीछे जाता था, इन्होंने मुझे हमेशा याद दिलाया कि मुझमें आगे बढ़ने की क्षमता है।"
अमित को कुल तीन टीमों ने ट्रायल्स के लिए बुलाया था, जिसमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), मुंबई इंडियंस (MI) और SRH शामिल थीं। RCB के ट्रायल के दौरान अमित की उम्मीदें थोड़ी जगी थीं, क्योंकि दिनेश कार्तिक ने उनसे काफ़ी देर तक बात की थी।
अपने चयन पर अमित कहते हैं, "मैंने फ़ॉर्म तो भर दिया था, लेकिन मिनी ऑक्शन में मेरा चयन होगा या नहीं, इसे लेकर संशय में था। सच कहूं तो मैं थोड़ा डरा हुआ था। मैंने RCB और MI के लिए ट्रायल दिया था। RCB के ट्रायल के दौरान दिनेश कार्तिक ने मुझसे काफ़ी बात की थी। वहां मौजूद लोगों ने मेरी गेंदबाज़ी की तारीफ़ भी की थी। कार्तिक सर ने मुझे बताया था कि मैं और क्या बेहतर कर सकता हूं, लेकिन ज़्यादातर बातें माइंडसेट को लेकर थीं।"
2017 में अमित ने अंडर 16 क्रिकेट खेला। इसके बाद 2018 में अंडर 19 और पिछले साल से वह अंडर 23 टीम का हिस्सा हैं। इस सीज़न अंडर 23 में उन्होंने सात मैचों में 20.23 की औसत से 17 विकेट लिए।
2017 का साल अमित के लिए काफ़ी अहम रहा। इसी साल रांची में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच T20I मैच खेला गया था। वह ऐसा दौर था, जब मैक्सवेल को लेग स्पिन काफ़ी परेशान कर रही थी। इसी वजह से मैच से पहले मैक्सवेल ने नेट्स में कुछ लोकल लेग स्पिन गेंदबाज़ों का सामना किया। नेट सेशन के दौरान अमित ने मैक्सवेल को कई बार बीट किया और आउट भी किया। इसके बाद मैक्सवेल ने अमित को अपने पास बुलाया और उनकी गेंदबाज़ी की जमकर तारीफ़ की।
अमित जैसा लेग स्पिनर अभी डोमेस्टिक सर्किट में काफ़ी कम है। वह तेज़ गति के साथ स्पिन कराते हैं। उनकी ग्रिप भी थोड़ी यूनिक है और उनकी गुगली काफ़ी ख़ास है, जिसे समझना थोड़ा मुश्किल है। अमित के पास वह हर स्किलसेट है जो उसे सफ़ेद गेंद में अच्छा गेंदबाज़ बना सकता है।शाहबाज़ नदीम, पूर्व भारतीय स्पिनर
इसी तरह 2019 में एक नेट सेशन के बाद साउथ अफ़्रीकी खिलाड़ी महाराज ने ख़ुद अमित को बुलाकर कहा, "अमित, ऐसे ही मेहनत करते रहो। तुम्हारे हाथ से गेंद काफ़ी अच्छी छूट रही है। तुम अच्छी गति के साथ गेंद को टर्न कराने में भी सफल हो रहे हो।" लेजेंड्स लीग के दौरान जब तांबे ने अमित की गेंदबाज़ी देखी, तो उन्होंने भी उनकी काफ़ी तारीफ़ की।
हालांकि, 2019 के बाद अमित को मैच मिलने थोड़े कम हो गए और वह परेशान रहने लगे। इसी दौर में अमित के जीवन में नदीम की एंट्री हुई। इसके अलावा महेंद्र सिंह धोनी से भी उन्हें थोड़ी बहुत सलाह मिली।
रांची में जब भी धोनी बल्लेबाज़ी अभ्यास के लिए आते थे, अमित वहां मौजूद रहते थे। जब अमित ने उनसे बात की, तो धोनी ने कहा, "तुम्हें सबने बताया होगा कि तुम अच्छे गेंदबाज़ हो और वह सच भी है। अब बस तुम्हें यह याद रखना है कि तुम्हारी ताक़त क्या है, तुम कौन हो और किस प्रोसेस के तहत यहां तक पहुंचे हो। अगर उसी प्रोसेस को फ़ॉलो करते रहोगे, तो सब सही होता जाएगा।"
नदीम ने भी इसी तरह लगातार अमित से बात की और उन्हें समझाया कि जब मैच नहीं मिलते हैं, तो ख़ुद को कैसे तैयार रखना है और मानसिक रूप से मज़बूत कैसे बने रहना है।
2022 से 2025 के बीच SRH के स्पिन विभाग की इकॉनमी 9.33 और औसत 40.22 रहा है, जो IPL में किसी भी टीम की तुलना में सबसे ख़राब है। इस दौरान SRH के स्पिनरों ने सबसे कम 72 विकेट लिए हैं। 2023 और 2024 में मार्कंडेय ने 20 और वॉशिंगटन ने 10 विकेट लिए, लेकिन दोनों की इकॉनमी नौ से ज़्यादा रही। IPL 2024 में SRH ने ज़ीशान को प्रमुख स्पिनर बनाया, लेकिन उन्होंने 10 मैचों में सिर्फ़ छह विकेट लिए और उनकी इकॉनमी भी लगभग 10 रही।
पूर्व भारतीय टेस्ट क्रिकेटर नदीम की मानें तो अमित SRH की इस समस्या का समाधान साबित हो सकते हैं। उन्होंने ESPNcricinfo से कहा, "अमित जैसा लेग स्पिनर अभी डोमेस्टिक सर्किट में काफ़ी कम है। वह तेज़ गति के साथ स्पिन कराते हैं। उनकी ग्रिप भी थोड़ी यूनिक है और उनकी गुगली काफ़ी ख़ास है, जिसे समझना थोड़ा मुश्किल है। जब से मैं अमित को देख रहा हूं, वह एक ऐसा लड़का रहा है जो हमेशा सीखने के लिए तैयार रहता है। अमित के पास वह हर स्किलसेट है जो उसे सफ़ेद गेंद में अच्छा गेंदबाज़ बना सकता है। अगर आने वाले IPL सीज़न से पहले SRH की टीम उसके साथ सही दिशा में काम करती है, तो निश्चित रूप से वह मैच खेलता हुआ दिखेगा। इसका सबसे बड़ा कारण उसका स्किलसेट है।"
इस सीज़न अमित सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में पहुंचने वाली झारखंड की टीम का हिस्सा हैं। यहां अमित को इशान किशन जैसे खिलाड़ियों के साथ काम करने का मौक़ा मिला, जो SRH की टीम में उनके साथ होंगे।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं
