मैच (11)
आईपीएल (2)
RHF Trophy (4)
Pakistan vs New Zealand (1)
WT20 Qualifier (4)
फ़ीचर्स

मैं पावर हिटर नहीं बल्कि प्लेसर हूं : जेमिमाह रॉड्रिग्स

"मैं समझ चुकी हूं कि मुझे किसी और बल्लेबाज़ की तरह खेलने की आवश्यकता नहीं है"

जेमिमाह रॉड्रिग्स के नाबाद अर्धशतक से भारत ने एक बढ़िया स्कोर खड़ा किया  •  Getty Images

जेमिमाह रॉड्रिग्स के नाबाद अर्धशतक से भारत ने एक बढ़िया स्कोर खड़ा किया  •  Getty Images

जेमिमाह रॉड्रिग्स एक फ़्लोटर हैं। वह पांचवें नंबर पर भी बल्लेबाज़ी कर सकती हैं और नंबर तीन पर भी। करियर के इस पड़ाव पर बड़े शॉट लगाने की ताक़त की कमी उन पर मानसिक दबाव नहीं डाल रही है क्योंकि उन्हें पता है कि वह टीम के लिए क्या भूमिका निभाती हैं। अब वह ठंडे दिमाग़ से मैदान पर सही निर्णय लेती हैं और बेहतर सोच के साथ खेल को आगे बढ़ाती हैं।
यही विचारधारा बुधवार को एक निर्णायक मुक़ाबले में देखने को मिली जब बारबेडोस के विरुद्ध तीसरे नंबर पर भेजे जाने के बाद जेमिमाह ने एक छोर को संभाले रखा। जब दूसरे छोर पर लगातार विकेट गिरते रहे तब दीप्ति शर्मा के साथ उन्होंने टीम के स्कोर को 162 तक पहुंचाया।
जेमिमाह ने 46 गेंदों पर नाबाद 56 रन बनाए। यह टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर में उनका सातवां अर्धशतक था। तीसरे और 15वें ओवर के बीच उनके बल्ले से एक भी चौका नहीं निकला और इसके बावजूद गेंद को गैप में धकेलते हुए उन्होंने स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया।
किसी भी स्थिति में उन्होंने डॉट गेंदों के दबाव को बढ़ने नहीं दिया। शेफ़ाली वर्मा के रन आउट होने में जेमिमाह की भूमिका थी जब दोनों बल्लेबाज़ों के बीच तालमेल की कमी हुई। जेमिमाह ने इस रन आउट के फ़ैसले को ख़ुद पर हावी होने नहीं दिया और पारी को आगे बढ़ाया।
मैच के बाद जेमिमाह ने कहा, "मैं निश्चित तौर पर अपने पावर गेम पर काम किया है लेकिन इससे ज़्यादा मैं अपने खेल को और बेहतर तरीक़े से समझने लगी हूं। मैं पावर हिटर नहीं बल्कि प्लेसर हूं। मैं फ़ील्ड को चला सकती हूं और मुझे सिंगल-डबल लेना आता है। यह मेरा मज़बूत पक्ष है और बड़े शॉट के बिना भी मैं अच्छे स्ट्राइक रेट से खेल सकती हूं। मैं समझ चुकी हूं कि मुझे किसी और बल्लेबाज़ की तरह खेलने की आवश्यकता नहीं है। मुझे स्कोर बनाने के लिए जेमिमाह रॉड्रिग्स की तरह खेलना है।"
उन्होंने आगे कहा, "स्मृति ने मुझे काफ़ी साल पहले 2019 में आईपीएल (महिला टी20 चैलेंज) के दौरान कहा था कि तुम्हे हरमनप्रीत कौर या स्मृति मांधना बनने की ज़रूरत नहीं है। तुम्हे जेमिमाह रॉड्रिग्स बनना होगा। अब मैं यह समझ चुकी हूं और मुझे इससे मदद मिल रही है। मुझे टीम द्वारा दी गई भूमिका को निभाना है। मुझे फ़र्क़ नहीं पड़ता कि बाहर वाले लोग क्या कह रहे हैं। हमारे पास शेफ़ाली, स्मृति, हरमन हैं और मुझे बस अपनी भूमिका को बख़ूबी ढंग से निभाना है।"
पाकिस्तान के विरुद्ध खेले गए मैच के बाद जेमिमाह को पता था कि वह इस मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करेंगी। पहले दो मैचों में वह पांचवें नंबर पर उतरी थीं और अब उस स्थान पर उनकी वापसी हुई जहां उन्हें सबसे अधिक सफलता मिली है।
जेमिमाह ने कहा, "रमेश (पवार) सर ने मुझे पिछले मैच के बाद तीसरे नंबर के लिए तैयार रहने को कहा था। सच कहूं तो मैं अभ्यास और नेट्स के दौरान दोनों स्थानों के लिए तैयार थी। टीम को कहीं भी मेरी ज़रूरत पड़ सकती है और मुझे उसके लिए तैयार रहना चाहिए। मुझे तीसरे नंबर पर खेलना पसंद है और यह मेरा स्थान है। मुझे ख़ुशी है कि मुझे वहां खेलने और टीम के लिए योगदान देने का अवसर मिला।"
पिछले साल ही जेमिमाह भारतीय एकादश में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रही थी और उन्हें केवल वनडे की खिलाड़ी के तौर पर देखा जा रहा था। फिर वह महिला हंड्रेड प्रतियोगिता में दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी बनकर उभरी। उस अनुभव ने उन्हें आत्मविश्वास दिया और इंग्लैंड की परिस्थितियों के अनुकूल होने में मदद की। इसके बावजूद उन्हें टीम में खेलने के मौक़े कम ही मिले।
इस पर उन्होंने कहा, "हंड्रेड की सबसे अच्छी बात यह रही कि मुझे इंग्लैंड की परिस्थितियों में खेलने का मौक़ा मिला। साथ ही मैंने विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ों का सामना किया। किसी भी मैच, फिर चाहे वह घरेलू मुक़ाबला ही क्यों ना हो, रन बनाने से आपको आत्मविश्वास मिलता है। मेरे साथ ठीक ऐसा ही हुआ। यह मेरा सौभाग्य था कि मुझे नॉर्दन सुपरचार्जर्स के लिए खेलने का मौक़ा मिला। वहां मेरा सीज़न अच्छा गया। मैं उसी को आगे बढ़ाना चाहती हूं क्योंकि मैं जितना अधिक खेलूंगी मुझे और सीखने को मिलेगा। मैं उसी को भारतीय टीम के लिए खेलते हुए अपनाना चाहती हूं।"
जेमिमाह ने विश्व कप टीम में नहीं चुने जाने के क्रोध का सकारात्मक उपयोग किया हैं। पछताने की बजाय उन्बोंने रोहित शर्मा और ऋषभ पंत की मदद ली और अपने खेल में सुधार किया। इस साल घरेलू टी20 प्रतियोगिता में छह पारियों में उन्होंने 167 के स्ट्राइक रेट से 243 रन बनाए। इसके बाद महिला टी20 चैलेंज और श्रीलंका में टी20 सीरीज़ में उन्होंने अच्छे प्रदर्शन को जारी रखा।
जेमिमाह का यह अच्छा दौर अब 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों तक भी जा पहुंचा है। भारत को उम्मीद होगी कि वह इसी तरह रन बनाती रहें और टीम को पदक के क़रीब लेकर जाएं।

शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।