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आंकड़े झूठ नहीं बोलते : आईपीएल 2022 के दूसरे भाग में फीके पड़ गए श्रेयस

इस सीज़न में केएल उतार-चढ़ाव वाले राहुल नज़र आए हैं

शॉर्ट गेंदों पर संघर्ष करने वाले श्रेयस इस सीज़न में छह बार स्पिन का शिकार बने हैं  •  BCCI

शॉर्ट गेंदों पर संघर्ष करने वाले श्रेयस इस सीज़न में छह बार स्पिन का शिकार बने हैं  •  BCCI

मनुष्य के इंद्रियों की तरह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 के लीग चरण में केवल पांच मैच बाक़ी हैं। 65 मैच खेले जाने के बाद भी केवल एक टीम ने प्लेऑफ़ में अपना स्थान सुनिश्चित कर लिया हैं जबकि तीन स्थानों के लिए सात टीमों के बीच जंग जारी है। इन्हीं सात टीमों में से दो लखनऊ सुपर जायंट्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का आमना-सामना मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में होगा। आइए इस महत्वपूर्ण मुक़ाबले से जुड़े मज़ेदार आंकड़े और कहानियों पर नज़र डालते हैं।
अब आर या तो पार
प्लेऑफ़ में जगह बनाने के लिए लखनऊ का मार्ग बहुत सरल है। कोलकाता के विरुद्ध जीत उन्हें टॉप चार में भेज देगी। अगर उसे हार का सामना करना पड़ता है तब जाकर बात नेट रन रेट पर आएगी। वहीं दूसरी तरफ़ कोलकाता को एक बड़े अंतर से लखनऊ को मात देनी होगी। इतना ही नहीं, उसे ईश्वर से प्रार्थना करनी होगी कि दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु में से कोई भी 16 अंकों तक ना पहुंचे। इसके चलते बुधवार को धमाकेदार मैच होने के पूरे आसार नज़र आ रहे हैं।
फीके पड़ गए श्रेयस
टीम की कमान दिए जाने के बाद कोलकाता के कप्तान श्रेयस अय्यर ने पहले सात मैचों में 236 रन बनाकर नए दौर की बढ़िया शुरुआत की थी। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 150 का था। हालांकि लीग के दूसरे चरण में कहानी पलट गई है। पिछले छह मैचों में श्रेयस के बल्ले से केवल 115 रन निकले है और वह भी 105 के साधारण स्ट्राइक रेट से। समस्या यह भी है कि वह शुरुआत को बड़े स्कोर में बदल नहीं पाए हैं। सात बार 20 रन का आंकड़ा पार करने के बाद भी उनके नाम इस सीज़न में केवल दो अर्धशतक है। शॉर्ट गेंदों पर संघर्ष करने के अलावा श्रेयस छह बार स्पिन का शिकार भी बने हैं। अगर कोलकाता को इस प्रतियोगिता में बने रहना है तो श्रेयस को एक कप्तानी पारी खेलनी होगी।
केएल बने उतार-चढ़ाव राहुल
फिर एक बार केएल राहुल ने एक सीज़न में 450 से अधिक रन बनाने का कारनामा किया है। हालांकि अन्य सीज़नों की तुलना में इस बार उनके फ़ॉर्म में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। 13 मैचों में छह बार वह 10 से कम के स्कोर पर आउट हुए हैं जिसमें तीन डक भी शामिल है। एक सीज़न में यह उनके लिए सबसे ज़्यादा बार है। पिछले पांच मैचों में दाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ों ने उन्हें आउट किया है। राहुल को जल्द से जल्द उनका तोड़ निकालना होगा। शुरुआती आठ मैचों में राहुल ने 61.3 की औसत से 368 रन बनाए थे लेकिन पिछले पांच मैचों में उनकी औसत केवल 20.2 की रही है।
निरंतरता का दूसरा नाम दीपक हुड्डा
आठ वर्षों से आईपीएल का हिस्सा रहे दीपक हुड्डा ने इस सीज़न को अपने नाम किया है। पहली बार एक सीज़न में उन्होंने चार अर्धशतक समेत 400 से अधिक रन बनाए हैं। सलामी बल्लेबाज़ों को छोड़कर अन्य सभी बल्लेबाज़ों की तुलना में इस सीज़न सर्वाधिक रन दीपक के बल्ले से निकले हैं। हालांकि मध्य क्रम में अन्य बल्लेबाज़ों ने निराश किया है। लखनऊ के मध्य क्रम ने इस सीज़न में केवल 21.4 की औसत से रन बनाए हैं जो सबसे न्यूनतम है। विशेषकर स्पिन के विरुद्ध मध्य क्रम के सभी बल्लेबाज़ों ने संघर्ष किया है और इनका स्ट्राइक रेट केवल 97 का है। पिछले मैच के बाद कप्तान राहुल ने कहा था कि वह मार्कस स्टॉयनिस को ऊपरी क्रम में भेज सकते हैं। अब देखना होगा कि बल्लेबाज़ी क्रम में फेरबदल टीम की क़िस्मत और परिणाम में फेरबदल लेकर आता है या नहीं।

अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।