क्या अक्षर ने डेथ ओवरों में ग़लत गेंदबाज़ों का चयन किया?
संजय बांगर, वसीम जाफ़र और अनिल कुंबले ने स्टार्क की जगह मुकेश को 19वां ओवर दिए जाने के बारे में अपनी राय रखी
ESPNcricinfo स्टाफ़
28-Apr-2025
अक्षर पटेल को IPL में कप्तान के रूप में उनके पहले सीज़न में नेतृत्व क्षमता के लिए कई क्रिकेट पंडितों ने उनकी काफ़ी प्रशंसा की है और उन्हें सकारात्मक समीक्षाएं मिली हैं। लेकिन क्या उन्होंने रविवार रात रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के ख़िलाफ़ मैच के आख़िरी चरणों में ग़लत फ़ैसला लिया? दिल्ली कैपिटल्स (DC) के ख़िलाफ़ मैच के आख़िरी ओवरों में RCB का पलड़ा भारी था, लेकिन अनिल कुंबले, वसीम जाफ़र और संजय बांगर ने मैच के बाद कहा कि अक्षर द्वारा डेथ ओवरों में गेंदबाज़ों के क्रम को बदलने से परिणाम में फर्क आ सकता था।
जब 17वां ओवर शुरू हुआ, RCB को 24 गेंदों में 38 रन चाहिए थे। आमतौर पर यह आसान लगता, लेकिन यह पिच रन बनाने के लिए आसान नहीं थी। 17वें ओवर में मुकेश कुमार ने गेंदबाज़ी की, जिसमेंक्रुणाल पंड्या और विराट कोहली ने उनसे 12 रन बटोरे। इसके बाद दुश्मंथा चमीरा ने अगला ओवर डाला जिसमें 9 रन आए। फिर 19वें ओवर में मुकेश को टिम डेविड ने पहली चार गेंदों पर ही एक सिक्सर और चार चौके लगाते हुए, मैच का समीकरण बदल दिया। मिचेल स्टार्क के पास एक ओवर बाक़ी था, और विप्रज निगम ने अब तक सिर्फ़ एक ओवर डाला था।
कुंबले ने ESPNcricinfo के टाइम आउट शो में कहा, "मैं नहीं जानता कि DC क्या सोच रहा था। जब आपके पास आख़िरी दो ओवर में 17 रन का बचाव करने के लिए हों, तो आप 19वां ओवर अपने सबसे अच्छे गेंदबाज़ को देते हैं ताकि वह मैच को अंत तक लेकर जाए। मुझे हैरानी हुई कि उन्होंने गेंद मुकेश को दी, स्टार्क को नहीं। नतीजा शायद वही रह सकता था, लेकिन इरादा ग़लत था।"
DC का इरादा शायद यह था कि स्टार्क को आख़िरी ओवर में आठ-नौ रन बचाने के लिए दिया जाए। शायद राजस्थान रॉयल्स (RR) के ख़िलाफ़ पिछले रोमांचक मैच में उन्होंने जो किया, उसी के कारण ऐसा फ़ैसला लिया गया हो।
बांगड़ ने कहा, "यह शायद राजस्थान के मुक़ाबले का असर था। अक्षर ने सोचा होगा कि जब स्टार्क ने नौ रन बचाए थे, तो इस बार मुकेश को आजमाएं और देखें कि क्या होता है। यह रणनीति काम कर सकती थी, लेकिन सोचने का तरीका ग़लत था। आपके सबसे अच्छे गेंदबाज़ को वह ओवर डालना चाहिए था। भले ही स्टार्क ने 12 रन दिए होते, फिर भी आपके पास एक लेगस्पिनर (निगम) बचा होता। यदि आप मुकेश से ओवर नहीं कराना चाहते तो स्पिनर कभी-कभी जादुई पल पैदा कर सकते हैं। यह अक्षर की ग़लती थी।"
क्या अक्षर को निगम की क्षमताओं पर भरोसा नहीं था? निगम नए खिलाड़ी हैं, लेकिन इस सीज़न में उन्होंने 9 मैचों में 9 विकेट लिए हैं और उनका इकॉनमी रेट 9.34 है। लेकिन 9 मैचों में उन्होंने कुल 23 ओवर डाले हैं, जबकि 36 ओवर डाले जा सकते थे। क्रुणल पंड्या की लय को देखते हुए, अक्षर ने शायद निगम को अनदेखा किया।
जाफर ने कहा, "मुझे लगा कि अक्षर ने विप्रज पर पूरा भरोसा नहीं दिखाया। शायद उन्हें दो-तीन ओवर दिए जा सकते थे। शायद इसका असर भी अलग होता। क्योंकि उस समय अगर एक विकेट गिरता, तो दो विदेशी बल्लेबाज़ (डेविड और रोमारियो शेफ़र्ड) बीच में होते और वे संघर्ष करते। ऐसे में सिर्फ़ जितेश शर्मा ही मुख्य बल्लेबाज़ के रूप में बचते।"
सौभाग्य से, DC की हार के बावजूद वे प्लेऑफ़ की दौड़ से बाहर नहीं हुए हैं। वे अभी भी 9 मैचों में से 6 जीत के साथ चौथे स्थान पर हैं। उनके अगले तीन मुक़ाबले कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR), सनराइजर्स हैदराबाद (SRH), और पंजाब किंग्स (PBKS) के ख़िलाफ़ हैं - पहली दो टीमें अंकतालिका में काफ़ी नीचे हैं, और PBKS का प्रदर्शन भी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। इसलिए DC को यह उम्मीद है कि वे अगले मैचों में जीत दर्ज करेंगे। उनके आख़िरी दो मैचों में उन्हें मुंबई इंडियंस (MI) और गुजरात टाइटंस (GT) का सामना करना होगा।