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क्या डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल में भिड़ सकते हैं भारत-पाकिस्तान?

साउथ अफ़्रीका के इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ हारने से मुक़ाबला रोचक हो गया है

भारत और पाकिस्तान इस डबल्यूटीसी चक्र के अपने बाक़ी मैच जीत जाती हैं तो फ़ाइनल सुनिश्चत है  •  PA Photos/Getty Images

भारत और पाकिस्तान इस डबल्यूटीसी चक्र के अपने बाक़ी मैच जीत जाती हैं तो फ़ाइनल सुनिश्चत है  •  PA Photos/Getty Images

मौजूदा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप(डब्ल्यूटीसी) चक्र में आठ और सीरीज़ खेला जाना है। आइए देखते हैं कि टीमों को फ़ाइनल में क्वालीफ़ाई करने के लिए क्या परिस्थितियां है?
लगातार दूसरे फ़ाइनल में क्वालीफ़ाई करने के लिए भारत की क्या संभावनाएं हैं?
भारत अंक तालिका में अभी चौथे स्थान पर है, लेकिन भारत के पास इस चक्र की अपनी अंतिम दो सीरीज़ों में बांग्लादेश (दो टेस्ट, घर के बाहर) और ऑस्ट्रेलिया (घर में चार टेस्ट) के ख़िलाफ़ ढेर सारे अंक प्राप्त करने और अंक तालिका में ऊपर की ओर बढ़ने की संभावना है।
अगर भारत छह में छह मुक़ाबले जीत जाता है, तो भारत का प्रतिशत बढ़कर 68.06 हो जाएगा। यह स्कोर ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से अधिक होगा, भले ही ऑस्ट्रेलिया अपने पांचों घरेलू टेस्ट जीत ले।
शीर्ष पांच में मौजूद भारत के पड़ोसी श्रीलंका और पाकिस्तान की क्या संभावनाएं हैं?
श्रीलंका अभी अंक तालिका में तीसरे स्थान पर है, लेकिन वे पहले ही इस चक्र की अपनी छह सीरीजों में से पांच सीरीज़ खेल चुके हैं और उनके बाक़ी बचे दो टेस्ट न्यूज़ीलैंड में है। अगर वे दोनों टेस्ट जीत भी जाते हैं तो उनका अंक प्रतिशत केवल 61.11 तक ही पहुंच पाएगा, जो शायद पर्याप्त न हो।
दूसरी ओर पाकिस्तान की स्थिति बेहतर है, भले ही वह अभी पांचवें स्थान पर है। वह सिर्फ़ श्रीलंका और भारत से मामूली अंतर से पीछे है, लेकिन उसके बाक़ी बचे दो सीरीज़ इंग्लैंड (तीन टेस्ट) और न्यूज़ीलैंड (दो टेस्ट) के ख़िलाफ़ घर पर है। अगर पाकिस्तान सभी पांचों में जीत जाता है, तो उसका प्रतिशत 69.05 तक पहुंच जाएगा, जो क्वालिफ़िकेशन सुनिश्चित कर देगा। यदि वह चार मैच जीतता है और एक हारता है तो वह 61.9 प्रतिशत पर फ़िनिश करेगा, जो तब भी उसे फ़ाइनल में पहुंचा सकता है अगर बाक़ी के परिणाम उसके हक़ में आए।
इसका मतलब है कि यदि दोनों टीमें अपने बाक़ी मैच जीत जाती हैं तो भारत-पाकिस्तान डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल में भिड़ सकते हैं।
2-1 से सीरीज़ हार ने डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल के लिए साउथ अफ़्रीका के क्वालीफ़िकेशन अवसरों को कैसे प्रभावित किया है?
इंग्लैंड में इस सीरीज़ से पहले साउथ अफ़्रीका 71.43 प्रतिशत के साथ तालिका में शीर्ष पर था। साउथ अफ़्रीका अब 10 मैचों में कुल अंकों का 60 प्रतिशत बटोरकर दूसरे स्थान पर आ गया है। इस चक्र में उन्हें घर पर दो सीरीज़, ऑस्ट्रेलिया (तीन टेस्ट) और वेस्टइंडीज़ (दो टेस्ट) के खिलाफ़ खेलने हैं।
अगर साउथ अफ़्रीका इन पांच मैचों में तीन जीतता है और दो हार जाता है तो उनका प्रतिशत 60 पर बरक़रार रहेगा। हालांकि अंको के इतने प्रतिशत साउथ अफ़्रीका को टॉप 2 में फ़िनिश नहीं करा सकता है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और भारत भी 60 के पार जा सकते हैं।
क्या इस सीरीज़ को जीतने से इंग्लैंड को क्वालीफ़ाई होन में मदद मिलेगा?
जी नहीं। इंग्लैंड को अब एक ही सीरीज़ खेलना है। पाकिस्तान में खेले जाने वाले उन तीन टेस्ट मैचों में क्लीन स्वीप करने के बाद भी वे 46.97 तक ही पहुंच पाएंगे, जो शीर्ष दो में पहुंचने के लिए पर्याप्त नहीं होगा।
अंक तालिका में अभी शीर्ष पर मौजूद ऑस्ट्रेलिया का क्या? उनके क्वालिफ़िकेशन के मौक़े कैसे दिखते हैं?
ऑस्ट्रेलिया को इस चक्र में अभी नौ टेस्ट खेलने हैं, जो सभी टीमों में सबसे अधिक है। इनमें से पांच टेस्ट घर पर खेलने हैं। हालांकि उनके लिए घर के बाहर भारत के ख़िलाफ़ चार टेस्ट मैचों की सीरीज़ सबसे बड़ी चुनौती होगी।
अगर ऑस्ट्रेलिया घर पर सभी पांच मैचों में जीत हासिल करता है और भारत से चारों मैचों में हार जाता है, तो वे 63.16 पर रहेंगे और भारत अपने बाक़ी बचे सभी छह टेस्ट जीतने पर उनसे आगे निकल जाएगा। अगर ऑस्ट्रेलिया उन नौ मैचों में जीत-हार का रिकॉर्ड 6-3 पर रखता है, तो उनका प्रतिशत बढ़कर 68.42 हो जाएगा, जो लगभग निश्चित रूप से क्वालिफ़िकेशन सुनिश्चित करेगा।
न्यूज़ीलैंड और वेस्टइंडीज़ का क्या?
इन टीमों में से किसी के पास ज़्यादा मौक़े नहीं है। यदि न्यूज़ीलैंड अपने बाक़ी बचे सभी चार टेस्ट (पाकिस्तान में दो और श्रीलंका के ख़िलाफ़ घर में दो) जीत जाता है तो भी वह 48.72 प्रतिशत तक ही पहुंच सकता है। वेस्टइंडीज़ तथ्यात्मक रूप से 65.38 प्रतिशत तक जा सकता है, लेकिन उसके बाकी चार टेस्ट ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ़्रीका में है।

एस राजेश ESPNcricinfo के स्टैट्स एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।