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भारत के लिए विश्व कप और ओलंपिक स्वर्ण जीतना चाहती हैं श्रेयंका पाटिल

पाटिल के साथ मन्‍नत कश्‍यप को इंग्‍लैंड के ख़‍िलाफ़ होने वाली टी20 सीरीज़ के लिए पहली बार भारतीय टीम में चुना गया है

Shreyanka Patil celebrates her maiden WPL wicket, Gujarat Giants v Royal Challengers Bangalore, WPL, Mumbai, March 8, 2023

पहली बार भारतीय टीम में चुनी गई हैं श्रेयंका  •  BCCI

अब जब युवा स्पिनर श्रेयंका पाटिल अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज करने जा रही हैं तो उनकी इच्छा सूची में विश्व खिताब और ओलंपिक स्वर्ण पदक सबसे ऊपर हैं।
पाटिल ने महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के उद्घाटन संस्करण में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए 150 से अधिक (151.22) की बल्लेबाज़ी स्ट्राइक रेट और छह विकेट के साथ नाम कमाया। वह गयाना अमेज़ॅन वॉरियर्स के लिए कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में भाग लेने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी भी बनीं और चार मैचों में नौ विकेट लिए।
21 वर्षीय खिलाड़ी को इंग्लैंड के ख़‍िलाफ़ 6, 9 और 10 दिसंबर को वानखेड़े स्टेडियम में खेले जाने वाले टी20ई सीरीज़ के लिए महिला टीम में शामिल किया गया है।
पाटिल ने एक विशेष बातचीत में पीटीआई से कहा, "मेरा सर्वोच्च लक्ष्य हमेशा भारत के लिए विश्व कप जीतना है, मैं विजेता टीम का हिस्सा बनना चाहती हूं। मैं उस दिशा में काम कर रही हूं और जब ओलंपिक होगा, तो निश्चित रूप से स्वर्ण पदक जीतूंगी।"
अक्‍तूबर में 128 साल के अंतराल के बाद लॉस एंजिल्स 2028 खेलों के लिए क्रिकेट को ओलंपिक कार्यक्रम में शामिल किया गया था।
पाटिल ने इंग्लैंड ए महिला टीम के ख़‍िलाफ़ गेंद से तीन मैच में पांच विकेट लिए थे, जिसमें पहले टी20 में 'प्लेयर ऑफ़ द मैच' का पुरस्कार भी शामिल था, लेकिन वह जानती हैं कि बल्ले से भी बहुत कुछ करना होगा।
पाटिल ने कहा, "मैं अपनी बल्लेबाज़ी पर विशेष रूप से कड़ी मेहनत कर रही हूं, हो सकता है कि इन मैचों में मैं उतना प्रदर्शन नहीं कर पाई जितना करना चाहिए था, लेकिन मुझे अभी भी अपनी प्रक्रिया पर भरोसा है और मुझे विश्वास है कि मैं शॉट्स खेल सकती हूं क्योंकि मैंने पहले भी ऐसा किया है।"
एक गेंदबाज़ी ऑलराउंडर के रूप में उनकी प्राथमिकताएं हैं लेकिन वह खेल के सभी हिस्‍सों में छाप छोड़ना चाहती हैं।
उन्‍होंने कहा, "मुझे पता है कि समय कैसे देना है, चाहे वह गेंदबाज़ी हो, चाहे वह बल्लेबाज़ी हो। मेरा पहला कौशल जाहिर तौर पर एक गेंदबाज़ के रूप में है, उसके बाद बल्लेबाज़ी का पहलू आता है। मैं वास्तव में कड़ी मेहनत करती हूं लेकिन मुझे कम से कम एक कौशल में 100 प्रतिशत होना चाहिए ताकि मैं अपनी बल्लेबाज़ी में 70 से 80 प्रतिशत दे सकूं और मेरी फ़ील्डिंग 120 प्रतिशत होनी चाहिए।"
डब्ल्यूपीएल के दौरान आरसीबी कैंप में प्रसिद्ध एलिस पेरी के साथ-साथ भारत की उप-कप्तान स्मृति मांधना और इंग्लैंड की कप्तान हेदर नाइट के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने के बाद पाटिल ने उनसे खेल की बारीकियों को सीखने को बेहद फ़ायदेमंद बताया।
पाटिल ने कहा, "डब्ल्यूपीएल शुरू होने से पहले मैं कर्नाटका के लिए खेलने वाली एक युवा लड़की थी। मैं एक घरेलू खिलाड़ी थी, लेकिन एक बार जब मुझे आरसीबी टीम के लिए डब्ल्यूपीएल के लिए चुना गया, तो मुझे पेरी, स्मृति दी, हेदर नाइट, इन सभी दिग्गजों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का मौक़ा मिला।"
उन्होंने कहा, "मैं न केवल मैदान के बाहर बल्कि मैदान पर भी बहुत कुछ सीख सकती हूं।"
उन्‍होंने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए, बहुत अंतर होता है फ़ील्ड सेट, शायद गेंद की गति, कौन सा क्षेत्र चुनना है, कौन सा गेंदबाज़ चुनना है, बस दिग्गजों के दिमाग़ को पढ़ना महत्‍वपूर्ण बिंदु था।"
पाटिल इस साल डब्ल्यूसीपीएल में पांच मैचों में नौ विकेट लेकर सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़ बनी और टर्निंग पिचों का फ़ायदा उठाया।
उन्होंने कहा, "मैं सबसे ज्‍़यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज़ थी, मुझे वास्तव में उन परिस्थितियों में विभिन्न खिलाड़ियों के ख़‍िलाफ़ गेंदबाज़ी करने में मज़ा आया, एक विदेशी खिलाड़ी के रूप में खेलना मेरे लिए एक चुनौती थी।"
"मेरे कोच, अर्जुन देव कहते थे, 'अब तुम बच्चे नहीं हो, वे तुम्हें एक बच्चे की तरह नहीं मानेंगे, तुम एक विदेशी खिलाड़ी हो, तुम अब युवा खिलाड़ी नहीं हो। आपको लोगों से बात करनी होगी, टीम के आसपास और उससे बाहर भी।"
पाटिल ने कहा, "वह मेरे लिए एक चुनौती थी क्योंकि मैंने पहले ऐसा नहीं किया था। मैंने वास्तव में इसका आनंद लिया क्योंकि वहां टर्निंग ट्रैक थे और जब मुझे ऐसे विकेट मिलते हैं तो कोई भी मुझे रोक नहीं सकता है। "यह कुछ ऐसा है जिसे मैं हमेशा याद रखूंगी।"

मन्‍नत भी चुनौती के लिए तैयार

पटियाला की 19 वर्षीय बाएं हाथ की स्पिनर मन्नत कश्यप भी इंग्लैंड के ख़‍िलाफ़ आगामी श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में एक नया चेहरा हैं।
इस साल की शुरुआत में भारत के लिए पहला आईसीसी अंडर-19 महिला विश्व कप जीतने वाली कश्यप का कहना है कि वह शीर्ष स्तर के क्रिकेट में क़दम रखने के लिए तैयार हैं।
कश्यप ने कहा, "यह सपना सच होने जैसा है। मेरे मन में बचपन से ही यह बात थी कि मैं भारत के लिए खेलना चाहती हूं।"
विश्व कप विजेता भारत की अंडर-19 महिला टीम का हिस्सा रहने के बाद मन्नत को नहीं लगता कि कॉल ग़लत समय पर आई है।
उन्होंने कहा, "यह जल्दी नहीं है, मैं चुनौती के लिए तैयार हूं। अगर मुझे अंतिम एकादश में चुना जाता है, तो मुझे वह करना होगा जो करना जरूरी है, जिस पर चर्चा की गई होगी।"
बाएं हाथ की स्पिनर, जो लगातार कसी हुई लाइन और लेंथ से गेंदबाज़ी कर सकती हैं। कश्‍यप भारत ए के साथ अपने शुरुआती सबक को अंतरराष्ट्रीय सर्किट में ले जाना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, "मैं इसे सरल बनाए रखने की कोशिश करती हूं, मैं कुछ भी फैंसी करने की कोशिश नहीं करती, ज्‍़यादातर समय मैं अपनी सामान्य स्टॉक बॉल पर ही टिकी रहती हूं।"
कश्‍यप ने कहा, "यह (भारत कॉल-अप) वास्तव में एक आश्चर्य था। भारत ए के लिए खेलना सीनियर टीम में आगे बढ़ने का एक अच्छा मंच है। मैं यहां से सीनियर टीम में अपना आत्मविश्वास लेकर जाऊंगी।"