T20 विश्व कप 2024 में
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ रोहित शर्मा 41 गेंद में 92 रनों की पारी खेलकर प्लेयर ऑफ़ द मैच बने। यहां पर
अर्शदीप सिंह ने अंत में आकर अपने स्पेल में तीन विकेट पूरे किए लेकिन जसप्रीत बुमराह के चार ओवर कहें या उस दबाव में आया ट्रेविस हेड का विकेट, जिसने पूरे मैच की कहानी बदल दी। भारतीय गेंदबाज़ अर्शदीप ने कहा कि वे चाहते थे कि हवा का फ़ायदा उठाया जाए, जिससे ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ फ़ायदा नहीं उठा पाएं। अर्शदीप ने इस मैच में 37 रन देकर तीन विकेट लिए, उन्होंने डेविड वॉर्नर को पहले ही ओवर में पवेलियन भेजा तो बाद में टिम डेविड और मैथ्यू वेड जैसे बल्लेबाज़ों को डेथ ओवरों में पवेलियन की राह दिखाई।
अर्शदीप ने मैच के बाद कहा, "एक खिलाड़ी और एक टीम के तौर पर हमारा लक्ष्य यही था कि हम परिस्थितियों को समझें। जहां तक हवा की बात है तो हमें पवेलियन के दूसरी जगह स्विंग मिल रही थी, लेकिन दूसरे एंड से हमें हवा के विरूद्ध गेंदबाज़ी करनी थी। उस समय बल्लेबाज़ हवा की ओर शॉट लगा रहे थे, क्योंकि वहां पर उनको मदद मिल रही थी। तो हमें वहां पर सुरक्षमात्क विकल्प देखने थे और यहीं से हवा ने मैच में अहम भूमिका निभाई।"
जॉश हेज़लवुड ने चार ओवर में केवल 14 रन देकर एक विकेट लिया लेकिन भारतीय टीम ने 25 रन अधिक बना दिए। उनको 180 रनों तक रोका जा सकता था। रोहित की बेहतरीन पारी के बाद सूर्यकुमार यादव (16 गेंद में 31 रन) और बाद में हार्दिक पंड्या (17 गेंद में 27* रन) ने उनको आगे पहुंचा दिया।
अर्शदीप ने कहा, "एक ऐंड से गेंदबाज़ी करना मुश्किल था क्योंकि गेंद अगर आप सही जगह पर भी डालो तो वह हवा में उड़ती हुई बाउंड्री तक जा रही थी। तो इसी वजह से 15 से 20 रन अतिरिक्त हमेशा मदद करते हैं, जिससे आपको आक्रामक होने का मौक़ा मिलता है।"
अर्शदीप के तीन विकेट से वह अफ़ग़ानिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ फ़ज़लहक़ फ़ारूक़ी के क़रीब पहुंच गए हैं, लेकिन यह मानना होगा कि उनको यह सफलता दूसरे छोर पर जसप्रीत बुमराह की वजह से मिली है, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 17वें ओवर में आकर हेड को पवेलियन भेजा और भारत को आगे कर दिया था।
अर्शदीप ने कहा, "मुझे लगता है कि इसका श्रेय जसप्रीत भाई को जाता है क्योंकि उन्होंने बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाया था। उन्होंने एक ओवर में तीन या चार रन ही दिए जिससे वे दबाव में आ गए। इसके बाद बल्लेबाज़ों ने मुझ पर आक्रमण का प्रयास किया और मैं अपनी ही क़ाबिलियत पर गेंदबाज़ी करता रहा, जिससे मुझे विकेट मिले। दूसरी ओर उन्होंने देखा कि रन नहीं आ रहे हैं और जरूरी रन रेट आगे बढ़ रहा है तो उन्होंने मुझ पर रिस्क लेने की कोशिश की। तो ऐसे में हमेशा विकेट लेने का मौक़ा रहता है। तो मेरे विकेटों का श्रेय जसप्रीत भाई को जाता है। "
हेड एक बार 43 गेंद में 76 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को जीत की ओर ले जा रहे थे और उनका सेमीफ़ाइनल का टिकट दांव पर था। 14वें ओवर की शुरुआत तक जब ऑस्ट्रेलिया दो विकेट पर 128 रन तक पहुंच गया था तो कुलदीप यादव ने ग्लेन मैक्सवेल को आउट किया तो अक्षर पटेल ने मार्कस स्टॉयनिस को अगले ओवर में पवेलियन भेजा और यहां ऑस्ट्रेलिया का स्कोर अचानक से चार विकेट पर 135 रन हो गया था।
अर्शदीप ने कहा, "सोच साफ़ थी। हमारे बल्लेबाज़ों ने भी इसी विकेट पर बल्लेबाज़ी की और शुरुआत में यहां पर बल्लेबाज़ी करना आसान था, गेंद बल्ले पर आसानी से आ रही थी। लेकिन बाद में बाउंउ्री लगाना मुश्किल था। हम जानते थे कि अगर हम कुछ विकेट लेते हैं तो नए बल्लेबाज़ों के लिए बाउंड्री निकालना मुश्किल होगा। मध्य ओवरों में स्पिनरों के कुछ बेहतरीन ओवरों ने हमें मदद दी।"