विशाखापटनम में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़
तीसरे वनडे में टॉस से पहले
केएल राहुल मुस्कुराए थे और टॉस जीतने के बाद उन्होंने अपनी जबरदस्त ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए पहले गेंदबाज़ी का फैसला लिया। भारतीय टीम की क़िस्मत टॉस में किस तरह की चल रही थी, वह इस हंसी में दिखी। इस मैच से पहले भारत ने लगातार 20 वनडे मैचों के टॉस में हार का सामना किया था - एक ऐसा आंकड़ा जिसके होने की संभावना 1,048,576 में 1 बार है।
भारत ने पिछली बार लगभग 2 साल पहले (753 दिन)
2023 विश्व कप में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल में टॉस जीता था। हार्दिक पंड्या उस समय गुजरात टाइटंस के कप्तान थे, गौतम गंभीर भारतीय कोचिंग स्टाफ़ के आसपास भी नहीं थे और भारतीय टीम ने एक दशक में घर में एक भी टेस्ट सीरीज़ नहीं गंवाया था। उसके बाद से आठ भारतीय खिलाड़ी वनडे में अपना डेब्यू कर चुके हैं।
इससे पहले यह रिकॉर्ड
नीदरलैंड्स के नाम दर्ज़ था। मार्च 2011 से अगस्त 2013 के बीच उन्होंने लगातार 11 टॉस हारे थे। भारतीय टीम ने उस रिकॉर्ड को लगभग दोगुना कर दिया। उस दौरान नीदरलैंड्स ने सिर्फ़ तीन वनडे मैच जीते और एक मैच टाई व एक रद्द हुआ था। भारत ने इस दौरान 20 वनडे में 12 जीत (60%) दर्ज की और एक मैच टाई रहा। इसमें 2025 का चैंपियंस ट्रॉफ़ी भी शामिल रहा, जहां बिना कोई टॉस जीते भारत चैंपियन बना था।
ओवरऑल तीनों फ़ॉर्मैट में भी भारत का टॉस में जीत प्रतिशत पिछले कुछ समय से काफ़ी ख़राब रहा है। 2023 वनडे विश्व कप फ़ाइनल से लेकर अभी तक भारत ने 96 मैचों में सिर्फ़ 33 बार टॉस जीता है। नवंबर 2023 से जनवरी 2024 तक भारत ने लगातार 11 टॉस गंवाए, जिसमें साउथ अफ़्रीका का पूरा दौरा (2 T20, 2 टेस्ट और 3 वनडे) शामिल है। 31 जनवरी, 2025 से 31 जुलाई, 2025 के बीच भारत ने लगातार 15 टॉस गंवाए, जिसमें इंग्लैंड दौरे के पांचों टेस्ट शामिल हैं।
इससे पिछला रिकॉर्ड
वेस्टइंडीज़ के नाम था, जब 1999 में उन्होंने टेस्ट और वनडे में लगातार 12 टॉस हारे थे। 15 नवंबर, 2021 से 15 नवंबर, 2023 तक भारत ने 50% से ज़्यादा टॉस जीते थे।
टॉस के इस अनचाहे रिकॉर्ड के दौरान भारत के तीनों फ़ॉर्मैट में कुल छह कप्तान रहे। राहुल (16.67%), जिन्होंने आज लगातार टॉस हारने का रिकॉर्ड तोड़ा, उनके नाम प्रतिशत में सबसे कम टॉस जीतने का रिकॉर्ड था। पूर्णकालिक कप्तानों में रोहित शर्मा, शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव ने 40% से कम बार टॉस जीता है। जसप्रीत बुमराह एकमात्र ऐसे कप्तान रहे, जिन्होंने इस दौरान दो मैचों में दोनों बार टॉस जीता (ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट)। ऋषभ पंत ने इस दौरान एक टेस्ट में कप्तानी की और गुवाहाटी में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ उन्होंने भी टॉस गंवाया था।
पूर्ण सदस्य देशों में 2023 विश्व कप फ़ाइनल से लेकर अभी तक भारत का टॉस में जीत प्रतिशत सबसे कम है- 34.38%। हालांकि टॉस हारने के बावज़ूद इस अवधि में जीत का प्रतिशत सबसे अच्छा भारत का ही रहा - 65.63%।
इतना ही नहीं, भारत ने टॉस हारने के बाद 64.91% मैचों में जीत हासिल की है - पूर्ण सदस्य देशों में सिर्फ़ ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड ही इस रिकॉर्ड के क़रीब आई है।
भारत ने टॉस के परिणामों के बावज़ूद विपक्षियों को विपरीत परिस्थितियों में मात दी है। हालांकि, न्यूज़ीलैंड और साउथ अफ़्रीका ने भारतीय टीम के टॉस हारने का फ़ायदा उठाया है और भारत में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज़ जीत दर्ज़ की है। न्यूज़ीलैंड ने पुणे और मुंबई की टर्निंग पिच पर भारत को लक्ष्य का पीछा करवाया, वहीं साउथ अफ़्रीका ने भी कोलकाता और गुवाहाटी में यही चीज़ की। भारत को इन सभी चार मैचों में हार का सामना करना पड़ा और गुवाहाटी में उन्हें रनों के लिहाज़ से सबसे बड़ी हार (408 रन) का सामना करना पड़ा।