मज़बूत बल्लेबाज़ी से युक्त भारत और निरंतरता की कमी झेल रही श्रीलंका के बीच ख़िताबी जंग
2009 के बाद पहली बार होगा जब श्रीलंका तीन या उससे अधिक मैचों वाले वनडे टूर्नामेंट का फ़ाइनल खेलेगा
ESPNcricinfo स्टाफ़
10-May-2025 • 1 hr ago
Smriti Mandhana सहित बाक़ी के भारतीय बल्लेबाज़ बेहतरीन फ़ॉर्म में चल रहे हैं • SLC
रविवार को त्रिकोणीय सीरीज़ की ख़िताबी जंग मेज़बान श्रीलंका और भारत के बीच होगी। भारतीय टीम के पास एक मज़बूत बल्लेबाज़ी लाइन अप होने के साथ ही उनके पास स्नेह राणा की अगुवाई वाला मज़बूत स्पिन आक्रमण भी है। फ़ील्डिंग भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय रही है लेकिन इस टूर्नामेंट में उनका यह कमज़ोर पक्ष भी मज़बूत ही नज़र आया है। श्रीलंका ने भारत के ख़िलाफ़ पूरा खेले गए कुल 33 वनडे में से सिर्फ़ तीन में ही जीत दर्ज की है। वहीं 2009 के बाद यह पहली बार है जब श्रीलंका तीन या उससे अधिक टीमों वाले वनडे टूर्नामेंट का फ़ाइनल खेलने वाली है। पिछले साल एशिया कप फ़ाइनल में भी श्रीलंका ने भारत को मात देकर ख़िताब अपने नाम किया था लेकिन क्या श्रीलंका इस बार यह कारनामा दोहरा पाएगी?
क्या श्रीलंका भारत की मज़बूत बल्लेबाज़ी लाइन अप से निपट पाएगी?
भारत ने पिछले 10 वनडे में से चार मैचों में 300 से अधिक का स्कोर बनाया है जिसमें एक बार उन्होंने 400 के आंकड़े को भी पार किया है। जबकि दो अन्य मैचों में भी भारत ने कम से कम 275 का स्कोर बनाया है।
ऐसे में श्रीलंका के सामने एक मज़बूत बल्लेबाज़ी लाइन अप से निपटने की चुनौती होगी। त्रिकोणी सीरीज़ में दो बार इन दोनों टीमों का आमना-सामना हुआ। पहले मैच में भारत ने बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में अच्छी शुरुआत को भुनाने में सफलता प्राप्त की लेकिन दूसरे मैच में श्रीलंका भारत को 300 से कम के स्कोर पर रोकने में सफल हो गया और उनके बल्लेबाज़ों ने लक्ष्य हासिल कर लिया। ऐसे में श्रीलंका को टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करना अधिक पसंद होगा लेकिन भारत के पास वो क्षमता है कि वह अपने प्रदर्शन से टॉस को अप्रासंगिक सिद्ध कर सकता है।
श्रींलका को होगी अपनी कप्तान से उम्मीद
चमरी अतापत्तू पर श्रीलंका की बल्लेबाज़ी काफ़ी निर्भर करती है। इस टूर्नामेंट में अतापत्तू का बल्ला कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाया है लेकिन इसके बावजूद श्रीलंका की बल्लेबाज़ी ने स्थिति को संभाला है। हालांकि फ़ाइनल में श्रीलंका को अपनी कप्तान के लय में लौटने की पूरी उम्मीद होगी। वनडे में श्रीलंका का सबसे सफल चेज़ और उनका एकमात्र 300 से अधिक का स्कोर अपापत्तू की 195 रनों की बेहतरीन पारी के कारण ही संभव हो पाया था। लेकिन इसके बाद अगली 13 पारियों में अतापत्तू के बल्ले से केवल दो अर्धशतक ही आए हैं।
अतापत्तू के अलावा डेथ ओवर में बल्लेबाज़ी भी श्रीलंका के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। त्रिकोणीय सीरीज़ में मिडिल ओवर्स में श्रीलंका ने सबसे बढ़िया प्रदर्शन किया। साउथ अफ़्रीका और भारत के ख़िलाफ़ 10 से 40 ओवर के बीच में श्रीलंकाई गेंदबाज़ों ने विपक्षी टीम पर दबाव तो बनाया लेकिन पारी की शुरुआत और डेथ ओवर्स में श्रीलंका इस स्थिति को बरक़रार नहीं रख पाया।
शुक्रवार को साउथ अफ़्रीका ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ अंतिम 10 ओवरों में 114 रन बटोरे। भारत के ख़िलाफ़ जीत में भी श्रीलंका ने अंतिम 10 ओवरों में 70 रन लुटाए जबकि मध्य़ ओवरों में श्रीलंका ने कसी हुई गेंदबाज़ी की थी। भारत के पास निचले मध्य क्रम में दीप्ति शर्मा और ऋचा घोष जैसी आक्रामक बल्लेबाज़ हैं, ऐसे में श्रीलंका के गेंदबाज़ों के लिए इस चुनौती से निपटना आसान नहीं होगा।
पिच और परिस्थितियां
इस टूर्नामेंट में अब तक गर्मी ने काफ़ी परेशान किया है। हालांकि मैच की पूर्व रात्रि में बारिश होने की आशंका के कारण मैच के दिन आसमान पर बादल छाए रहने की उम्मीद है। मौसम अच्छा रहने के चलते लीग मुक़ाबलों की तुलना में मैदान में दिन के समय अच्छी संख्या में दर्शकों के आने की भी उम्मीद है। अब तक इस टूर्नामेंट में कोलंबो में बड़े स्कोर बने हैं। हालांकि फ़ाइनल मुक़ाबला फ़्रेश पिच पर खेला जाएगा।