रेटिंग्स : शुभमन और आवेश ने किया धमाकेदार प्रदर्शन
इशान किशन, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल भी नहीं रहे कमतर

तीन मैचों की वनडे सीरीज़ के अंतिम मुक़ाबले में आख़िरकार ज़िम्बाब्वे की टीम ने भारतीय टीम को कुछ चुनौती दी। बात गेंदबाज़ी की हो या बल्लेबाज़ी की। ख़ासकर सिकंदर रज़ा का शतक क़रीब क़रीब ज़िम्बाब्वे को जीत तक ले ही गया था। दोनों ही खेमों में ज़िम्बाब्वे की टीम ने बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया, लेकिन शुभमन गिल की फ़ॉर्म की मदद से भारतीय टीम इस मुक़ाबले में 289 रनों तक पहुंचने में क़ामयाब रही और बाद में भारतीय गेंदबाज़ों ने अपना काम करते हुए भारत को सीरीज़ में 3-0 से जीत दिला दी।
क्या सही और क्या ग़लत?
भारतीय टीम के नज़रिए से इस मैच में भारत की बल्लेबाज़ी एक चिंता का सबब रही। जिस पिच पर शिखर धवन और केएल राहुल जैसे बल्लेबाज़ जूझ रहे थे, उसी पिच पर शुभमन गिल ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी की और अपने वनडे करियर का पहला शतक लगाया। बाद में आए बल्लेबाज़ दीपक हुड्डा, अक्षर पटेल भी कुछ ख़ास नहीं कर सके। यही वजह रही कि भारतीय टीम 300 रनों तक नहीं पहुंच सकी।
भारत के लिए अच्छा पक्ष उनके गेंदबाज़ और शुभमन की फ़ॉर्म रही। शुभमन के शतक और इशान किशन के अर्धशतक लगाने के बाद भारतीय गेंदबाज़ों ख़ासकर स्पिनरों ने ज़िम्बाब्वे की टीम पर दबाव बनाकर रख दिया। खुलकर खेलने की चाहत में ज़िम्बाब्वे के बल्लेबाज़ निरतंर अंतराल में विकेट गंवाते रहे।
प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वाधिक)
शिखर धवन, 6 : पिछले दो मैचों में शिखर धवन अच्छी लय में दिखे थे, लेकिन तीसरे मैच में वह ज़बरदस्ती आक्रमण करने को देख रहे थे। ज़िम्बाब्वे के गेंदबाज़ों ने अच्छी विविधता के साथ गेंदबाज़ी की जिसकी वजह से वह इसमें सफल नहीं हो रहे थे। आख़िरकार उन्होंने अपना विकेट गंवा ही दिया। केएल राहुल, 6 : पिछले मैच में सस्ते में आउट हुए केएल राहुल तीसरे मैच में संभलकर खेल रहे थे। शुरुआत में तो लेग साइड में खेलने की जगह सीधे बल्ले से गेंद को रोकने पर ध्यान दे रहे थे, लेकिन गेंदबाज़ी में आज ब्रैड एवंस का दिन था। जब लग रहा था कि वह सेट हो चुके हैं तो एक गेंद पर कट लगाने के प्रयास में गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर स्टंप्स पर जा टकराई।
शुभमन गिल, 10 : शुभमन को आज 10 में से 10 अंक मिलने तो बनते हैं। आज वह इस तरह से खेल रहे थे कि गेंद गैप में ही बाउंड्री की ओर जा रही थी। वह जहां चाह रहे थे वहां रन बना रहे थे। शतक से कुछ कदम दूर उनका कैच ज़रूर छूटा लेकिन इसके अलावा उन्होंने कोई ग़लती नहीं की।
इशान किशन, 7 : इशान किशन को शुरुआत में एडजस्ट होने में समय लगा लेकिन इसके बाद वह नहीं रुके। समय ऐसा था जब रनों की गति बढ़ाने की ज़रूरत थी और इशान इसमें बिल्कुल फ़िट साबित हुए। उन्होंने अर्धशतक लगाया और इसके बाद विकेट के पीछे कीपिंग संभाली और बेहतरीन काम किया। चाहे काइटानो का स्टंपिंग हो या काइया को आउट करने के लिए उनका रिव्यू के लिए केएल राहुल को मनाना।
दीपक हुड्डा, 5 : दीपक हुड्डा भी इस मैच में कुछ नहीं कर सके। एवंस की एक गेंद तेज़ी से अंदर आई और वह पूरी तरह से चौंक गए। गेंद सीधा स्टंप्स से जा टकराई। जबकि गेंदबाज़ी में भी उन्हें केवल एक ओवर करने का मौक़ा मिला।
संजू सैमसन, 5 : संजू सैमसन के लिए यह मैच इतना ख़ास नहीं रहा। वह अंतिम ओवरों में आए थे और उन्होंने दो बेहतरीन छक्के लगा भी दिए थे। इससे लग रहा था कि वह अब अपना आक्रामक रूप दिखाएंगे, लेकिन तीसरी गेंद पर वह मिस टाइम करके आउट हो गए।
अक्षर पटेल, 8 : अक्षर पटेल बल्ले से तो नहीं चले लेकिन गेंदबाज़ी में उन्होंने उम्मीद के मुताबिक़ प्रदर्शन किया। जिस समय एक अच्छी साझेदारी पनप रही थी उस समय वह गेंदबाज़ी पर आए और अर्धशतक की ओर बढ़ रहे शॉन विलियम्स का बड़ा विकेट निकालकर दिया। इसके बाद उन्होंने रेजिस चकाब्वा का भी अपनी गेंद पर कैच लिया। उन्होंने भी मात्र 3 के इकॉनमी से रन दिए।
शार्दुल ठाकुर, 7 : शार्दुल ठाकुर को इस मैच में एक ही विकेट मिला, लेकिन वह विकेट कितना बेशक़ीमती था कोई भारतीय खिलाड़ियों से पूछे। लगभग सिकंदर रज़ा टीम को जीत के क़रीब ले ही गए थे, एक हवाई शॉट लगाने के चक्कर में वह शार्दुल को अपना विकेट दे बैठे। ऐसे में इस एक विकेट की क़ीमत बहुत है।
दीपक चाहर, 7 : दीपक चाहर ने पारी की शुरुआत तो बहुत अच्छी की, जबकि उन्हांने इनोसेंट काइया को एलबीडब्ल्यू किया, लेकिन पुरानी गेंद से वह इतने सफल नहीं हो सके। धीमी गति की शॉर्ट गेंदों पर उन्हें बहुत मार पड़ी। चाहर को रायन बर्ल का भी विकेट मिला लेकिन उन्होंने 7.50 के महंगे इकॉनमी से रन दिए।
कुलदीप यादव, 8 : कुलदीप ने इस मैच में बेहद ही कमाल की गेंदबाज़ी की। उन्होंने ज़िम्बाब्वे के बल्लेबाज़ों को फंसाकर रखा। अपनी गूगली से वह बल्लेबाज़ों को लगातार परेशान करते रहे। काइटानो और जॉन्गवे के दो अहम विकेट उनके नाम रहे, जबकि 3.80 के इकॉनमी से उन्होंने गेंदबाज़ी की।
आवेश ख़ान, 8 : आवेश ख़ान ने इस मैच में तीन विकेट लिए लेकिन वह महंगे भी बहुत साबित हुए। एक मेडेन के साथ उन्होंने 6.84 के इकॉमनी से रन दिए। ख़ासकर जब वह पारी की शुरुआत में आगे की ओर गेंद रखने का प्रयास कर रहे थे तो विलियम्स उन पर लगातार प्रहार कर रहे थे। अंत में रज़ा ने भी आवेश की ख़ूब परीक्षा ली
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26
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