ऑस्ट्रेलिया का सामना करने के लिए शेफ़ाली ने जमकर अभ्यास किया
शाम के लगभग साढ़े पांच बज रहे थे। मंगलवार की उजली दोपहर अब उदास शाम में बदल चुकी थी। भारतीय टीम के अभ्यास के लिए लगाए गए नेट्स को मैदानकर्मियों ने समेट लिया था। पिच पर कवर बिछाए जा चुके थे। नवी मुंबई में पिछले कुछ दिनों से बारिश हो रही थी और लग रहा था कि एकबार फिर से कुछ वैसा ही होगा।
इसी बीच शेफ़ाली वर्मा अपनी साथियों के साथ मैदान में उतरीं। उन्हें पहचानना मुश्किल नहीं था। प्रतिका रावल की चोट के बाद महिला विश्व कप 2025 के बाक़ी हिस्से के लिए उन्हें टीम में शामिल किया गया था, और यह फै़सला 24 घंटे भी पुराना नहीं था। वह सूरत में सीनियर महिला T20 ट्रॉफ़ी खेल रही थीं और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उनका ट्रेनिंग किट अभी नवी मुंबई नहीं पहुंचा है।
जैसे ही भारतीय खिलाड़ी डगआउट के पास इकट्ठा हुए, फ्लडलाइट्स जल उठीं। मैदान पर मौजूद पत्रकारों की नज़रें शेफ़ाली पर टिकी थीं। हर हरकत पर टिप्पणी होती रही। फुट वॉली वॉर्मअप के दौरान उनके जश्न कुछ फीके से लग रहे थे। वह ज़्यादा बात भी नहीं कर रही थीं। क्या वह टीम में इस मुक़ाम पर जुड़ने को लेकर झिझक महसूस कर रही हैं? क्या उन्हें लग रहा है कि वह इस माहौल में सहज नहीं हैं?
वॉर्मअप के बाद आधे घंटे तक कैचिंग ड्रिल चली। शेफ़ाली ने पहले नज़दीकी कैच पकड़े, फिर ऊंचे। रोशनी में उन्होंने ऊंचे कैच का अच्छा आकलन किया। यह मैदान उनके लिए नया नहीं था। वह यहां दिल्ली कैपिटल्स के लिए WPL खेल चुकी हैं।
शेफ़ाली बड़ी स्टेज वाले अनुभव से भी नई नहीं हैं। वह सिर्फ़ 21 साल की हैं, लेकिन पहले ही तीन T20 विश्व कप और एक वनडे विश्व कप खेल चुकी हैं। जब भारत ने पहला अंडर-19 महिला T20 विश्व कप जीता था, तब वह टीम की कप्तान थीं। काफ़ी कम उम्र में डेब्यू करने वाली शेफ़ाली अपने निर्भीक अंदाज़ के लिए जानी जाती हैं। उनसे उम्मीद की जाती थी कि वह भारत के स्कोर को 250 से 320 तक पहुंचाने का फ़र्क़ बनाएंगी। लेकिन उनके खेल में अस्थिरता रही और पिछले साल उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा।
इसके बाद शेफ़ाली घरेलू क्रिकेट लौटीं। उन्होंने पिछले साल वनडे टूर्नामेंट में हरियाणा की कप्तानी की और टीम को क्वार्टर-फ़ाइनल तक पहुंचाया। उन्होंने सबसे ज़्यादा रन (527) बनाए, और उनका स्ट्राइक रेट 152.31 का था। शेफ़ाली ने इसके बाद शानदार WPL सीज़ खेला। उन्होंने इस साल की शुरुआत में T20I टीम में वापसी की, लेकिन वनडे टीम में जगह नहीं बना सकीं।
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ विश्व कप सेमीफ़ाइनल से ठीक पहले आख़िरकार वह पल आ गया था।
वह अब पैड्स पहने मैदान में थीं। भारतीय बल्लेबाज़ी समूह के साथ 15 मिनट की मीटिंग के बाद शेफ़ाली ट्रेनिंग ग्राउंड की ओर चलीं गईं। उनके साथ फोटोग्राफ़रों, कैमरा पर्सन, प्रोड्यूसरों और पत्रकारों का छोटा सा काफ़िला चल पड़ा।
पहली गेंद पर उन्होंने फ़्रेंटफ़ुट पर आकर डिफ़ेंस किया। अगली गेंद पर अमनजोत कौर को कवर ड्राइव मारा। फिर उन्होंने स्नेह राणा के ख़िलाफ़ कदमों का इस्तेमाल किया। कुछ देर में रिवर्स स्वीप भी निकला, हालांकि वह पूरी तरह टाइम नहीं हुआ।
वह हरलीन देओल के साथ बारी-बारी से बल्लेबाज़ी कर रही थीं। जब वह नेट में नहीं थीं, तो देओल के साथ-साथ हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना पर भी नज़र रखे हुए थीं। अपनी बारी आने पर वह फिर नेट में गईं और खुलकर शॉट्स खेले। लगभग 45 मिनट बल्लेबाज़ी के बाद वह मुख्य मैदान में खुले नेट सत्र के लिए चली गईं।
यहां उन्होंने क्रांति गौड़, रेणुका सिंह, राधा यादव और दीप्ति शर्मा का सामना किया। हर शॉट पूरी तरह मिडल नहीं हुआ, लेकिन जब हुआ तो गेंद नेट्स से बाहर डिजिटल बोर्ड के पार जा रही थी।
लंबे सत्र के बाद वह थकी हुई दिखीं, लेकिन उनका अभ्यास ख़त्म नहीं हुआ था। उन्होंने गेंदबाज़ी भी की। मांधना, दीप्ति शर्मा और निचले क्रम के बल्लेबाज़ों को गेंद फेंकी। हर गेंद के बाद वह गेंदबाज़ी कोच आविष्कार साल्वी से बात करती रहीं। सत्र के अंत में ऐसा लगा मानो वह कभी टीम से बाहर गई ही नहीं थीं। उनके और साथियों के बीच सहजता साफ़ झलक रही थी।
रात करीब 10 बजे शेफ़ाली आख़िरी समूह में शामिल थीं जो मैदान से निकला। वह सीधे टीम होटल चली गईं, जो DY पाटिल स्टेडियम के ठीक सामने है।
अभ्यास सत्र में शेफ़ाली शुरुआत से अंत तक पूरी तरह शामिल रहीं। यह संकेत शायद इस बात का है कि वह गुरुवार को भारत की प्लेइंग इलेवन में सीधे शामिल होंगी। संभावना है कि वह रावल की जगह ओपनिंग करें। स्मृति मांधना अब तेज़ शुरुआत की भूमिका में हैं, इसलिए शेफ़ाली को पारी जमाने का थोड़ा वक़्त मिल सकता है।
किसी भी तरह देखा जाए, शेफ़ाली के लिए यह दूसरा वनडे विश्व कप है। भले यह मौक़ा वैसा नहीं आया जैसा उन्होंने सोचा होगा। वह टीम के रिज़र्व में भी नहीं थीं, लेकिन जब भारत को एक ओपनर चाहिए था, तो टीम के पास और कौन था? कौन और हो सकता था जिसे ऑस्ट्रेलिया की चुनौती के सामने डटते हुए देखा जा सके?