गुवाहाटी में खेले गए तीसरे टी20 मैच में
ग्लेन मैक्सवेल की शतकीय पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज़ में ख़ुद को जीवित रख लिया। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 223 रनों का लक्ष्य मिला था लेकिन मैक्सवेल भारत और जीत के बीच में आ गए।
क्या सही क्या ग़लत?
भारत के दृष्टिकोण से सकारात्मक पहलू उनकी बल्लेबाज़ी रही। शुरुआत में विकेट गिरने के बावजूद भारत एक बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल रहा। हालांकि यह रन ऑस्ट्रेलिया को रोकने में पर्याप्त साबित हो सकते थे अगर भारतीय गेंदबाज़ों ने थोड़ी कसी हुई गेंदबाज़ी की होती। अगर इशान किशन ने 19वें ओवर में एक भूल नहीं की होती तो शायद मैच की तस्वीर कुछ और भी हो सकती थी।एक नज़र इस मैच में भारत के तमाम खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सिलसिलेवार ढंग से नज़र डालते हैं।
रेटिंग्स ( 1 से 10, 10 सर्वाधिक)
यशस्वी जायसवाल, 5 : यशस्वी आज अपने बल्ले से कुछ ख़ास नहीं कर पाए। शुरुआत से ही वह शरीर के काफ़ी दूर शॉट खेल रहे थे और इस वजह से कई बार वह बाहरी किनारे पर बीट हुए। हालांकि उन्होंने एक अच्छा पुल शॉट भी खेला लेकिन वह एक बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में विकेटों के पीछे मैथ्यू वेड को एक आसान सा कैच थमा बैठे।
ऋतुराज गायकवाड़, 10 : ऋतुराज ना सिर्फ़ भारतीय पारी के बल्कि मैच के हीरो साबित हुए। ऋतुराज पारी के अंत तक डटे रहे और उनके तूफ़ानी शतक की बदौलत ही भारत एक बड़ा स्कोर बनाने में सफल हो पाया। ऋतुराज टी20 अंतर्राष्ट्रीय में भारत की तरफ़ शतक लगाने वाले नौवें बल्लेबाज़ बन गए और वह भारत की ओर से इस प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक लगाने वाले भी पहले बल्लेबाज़ बने।
इशान किशन, 4 : इशान किशन के लिए बल्लेबाज़ी में यह मैच भुलाने योग्य रहा। यशस्वी का विकेट गिरने के बाद इशान के ऊपर ऋतुराज के साथ मिलकर साझेदारी बनाने की ज़िम्मेदारी थी लेकिन वह कवर्स पर एक आसान सा कैच दे बैठे। हालांकि उन्हें विकेटों के पीछे काफ़ी मुस्तैदी दिखाई लेकिन 19वें ओवर की चौथी गेंद पर इशान गेंद को कलेक्ट करने में कुछ ज़्यादा ही जल्दबाज़ी कर बैठे जिसके चलते एक गेंद नो बॉल करार हो गई और वेड ने अगली गेंद पर एक छक्का जड़ दिया। जबकि अंतिम गेंद पर वह अक्षर को पढ़ नहीं पाए और ऑस्ट्रेलिया को बाय का चौका मिल गया। इशान की एक ग़लती के चलते अंतिम ओवर के लिए भारत को सेव करने के लिए पर्याप्त रन नहीं बचे।
सूर्यकुमार यादव, 7 : दो विकेट जल्दी गिरने के बावजूद सूर्यकुमार ने भारत की पारी की रफ़्तार को धीमा पड़ने नहीं दिया। ऋतुराज शुरुआत में संघर्ष कर रहे थे लेकिन सूर्यकुमार की तेज़ शुरुआत के चकते ऋतुराज के ऊपर से दबाव हट गया। सूर्यकमार ने कप्तानी में भी अच्छी सूझबूझ दिखाई। रवि बिश्नोई के महंगे ओवर के बाद भी उन्होंने स्पिनर को बैक किया और बिश्नोई ने पहले जॉश इंग्लस और फिर टिम डेविड का विकेट निकाल कर दिया। ऑस्ट्रेलिया की पारी तेज़ी से आगे बढ़ रही थी लेकिन वह अक्षर पटेल को आक्रमण पर लेकर आए और अक्षर ने भी उन्हें मार्कस स्टॉयनिस का विकेट निकालकर दिया। हालांकि सूर्यकुमार ने मिड ऑन पर 18वें ओवर में वेड का कैच भी टपकाया और उन्होंने स्ट्राइकर एंड पर मैक्सवेल को रन आउट करने का मौक़ा भी गंवाया। स्लो ओवर रेट के चलते अंतिम ओवर में भारत को एक अतरिक्त फ़ील्डर को तीस ग़ज़ के दायरे के अंदर रखना पड़ा।
तिलक वर्मा, 8 : तिलक वर्मा जब बल्लेबाज़ी करने आए तब उनके ऊपर पारी को संभालने की ज़िम्मेदारी थी। तिलक ने ऋतुराज का दूसरे छोर पर बढ़िया साथ दिया और पारी के अंत तक क्रीज़ में डटे रहे जिसके चलते निचले मध्य क्रम के बल्लेबाज़ों को मोर्चा संभालने की ज़रूरत महसूस नहीं हुई। तिलक ने क्षेत्ररक्षण में भी अच्छा प्रदर्शन किया और 19वें ओवर में उन्होंने डीप स्क्वायर लेग पर वेड के बल्ले से निकली हुई एक ज़रूरी बाउंड्री भी रोकी थी।
रिंकू सिंह, कोई अंक नहीं : पहले दोनों मैच में अपने बल्ले से प्रभावित करने वाले रिंकू को इस मैच में बल्लेबाज़ी करने का मौक़ा नहीं मिला।
अक्षर पटेल, 6.5 : अक्षर को गेंदबाज़ी में नौवें ओवर में आक्रमण पर लाया गया। ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट ज़रूर गिर गए थे लेकिन पारी काफ़ी तेज़ी से आगे बढ़ रही थी। अक्षर ने अपने पहले ओवर में किफ़ायती गेंदबाज़ी की और रनों पर अंकुश लगाया। स्टॉयनिस का विकेट भी उन्होंने ही निकाला और मैक्सवेल के साथ उनकी साझेदारी को तोड़ने में सफल रहे। अक्षर को 19वां ओवर मिला था लेकिन वेड उस ओवर में उनके ऊपर हावी हो गए।
रवि बिश्नोई, 7 : पहले दो ओवर में ऑस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी ने धावा बोल दिया था। बिश्नोई को तीसरे ओवर में गेंदबाज़ी दी गई लेकिन तब वह कुछ ख़ास नहीं कर पाए। हालांकि सातवें ओवर में उन्हें वापस लाया गया और तब तब तक सलामी जोड़ी पवेलियन लौट चुकी थी और उन्होंने इंग्लस को पवेलियन लौटा दिया। इसके बाद बिश्नोई ने टिम डेविड को भी पवेलियन भेजा जिसके चलते भारत मैक्सवेल के क्रीज़ पर मौजूद रहने के बावजूद मैच में वापसी करने में सफल रहा। बिश्नोई ने शॉर्ट फ़ाइन लेग पर हेड का महत्वपूर्ण कैच भी लपका।
अर्शदीप सिंह, 6.5 : अर्शदीप सिंह पहले ओवर में छाप नहीं छोड़ पाए थे। हालांकि उन्हें पांचवें ओवर में जब दोबारा आक्रमण पर लाया गया तब उन्होंने ऐरन हार्डी को पवेलियन भेजकर भारत को पहला ब्रेकथ्रू दिलाया। डेथ में भी अर्शदीप ने अपनी भूमिका को अच्छे से निभाया। 17वें ओवर में मैक्सवेल ने उनके ऊपर आक्रमण कर दिया था लेकिन उसी ओवर में उन्होंने अच्छी वापसी की और उस ओवर को एक बड़े ओवर में तब्दील नहीं होने दिया।
आवेश ख़ान, 7 : आवेश ख़ान इस सीरीज़ का पहला मैच खेल रहे थे। आवेश को चौथे ओवर में मीडिया एंड से आक्रमण पर लाया गया था। ऑस्ट्रेलिया को एक तेज़ शुरुआत मिल चुकी थी। हालांकि आवेश ने अपने स्पेल के दूसरे ओवर में ट्रैविस हेड को पवेलियन भेज दिया।
प्रसिद्ध कृष्णा, 5 : प्रसिद्ध कृष्णा के के लिए गेंदबाज़ी की शुरुआत अच्छी नहीं रही। अपने पहले दो ओवर में प्रसिद्ध काफ़ी महंगे साबित हुए लेकिन डेथ में जब उन्हें 18वें ओवर में आक्रमण पर वापस लाया गया तब उन्होंने मैक्सवेल और वेड को बांध दिया। इस ओवर में वेड को आउट करने के लिए प्रसिद्ध ने एक चांस भी बनाया था। प्रसिद्ध को अंतिम ओवर में 21 रन सेव करने थे और पहली ही गेंद पर वेड ने चौका बटोर लिया।