अर्शदीप, वरुण और अभिषेक की बदौलत भारत को 1-0 की बढ़त
भारतीय टीम ने पहले T20I में इंग्लैंड को दी सात विकेट से करारी शिकस्त
निखिल शर्मा
22-Jan-2025
भारत 133 पर 3 (अभिषेक 79, आर्चर 21 पर 2) ने इंग्लैंड 132 (बटलर 68, वरुण 23 पर 3 और अर्शदीप 17 पर 2) को सात विकेटों से हराया
यकीन मानिए 2024 टी20 विश्व कप जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट इस प्रारूप में एक बदलाव के दौर में जा चुका था, जहां कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जाडेजा इस प्रारूप से संन्यास की घोषणा कर चुके थे। चैंपियंस ट्रॉफ़ी पास है जहां वनडे प्रारूप का भविष्य तय होना है। हालांकि एक रोमांचक टेस्ट सीरीज़ के बाद जिस तरह से सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम ने कोलकाता में जॉस बटलर की अनुभवी कप्तानी वाली टीम को सात विकेट से रौंदा है उसने सीरीज़ की शुरुआत में ही इंग्लैंड का मनोबल तोड़ दिया होगा।
जो भी कप्तान टॉस जीत जाता उनका पहले गेंदबाज़ी करना लाज़मी था, लेकिन कोलकाता की यह पिच अधिक सूखी लग रही थी। वजह क्यूरेटर की साफ़ थी कि हरे मैदान पर अधिक ओस आने की संभावना होगी, जिसकी वजह से पिच को ज़िंदा रखने के लिए अधिक सूखा छोड़ा गया। चलिए यह तो पिच की बात हुई, लेकिन इंग्लैंड की टीम में चार तेज़ गेंदबाज़ और भारतीय टीम में केवल एक मुख़्य तेज़ गेंदबाज़?
जसप्रीत बुमराह को मिस तो नहीं किया ना, क्योंकि यहां पर हमारे पास अर्शदीप सिंह जैसा नायाब गेंदबाज़ था, जो भारत के लिए लिए टी20 अंतर्राष्ट्रीय में सबसे अधिक विकेट लेने की सूची में युज़वेंद्र चहल की बराबरी कर चुका है। पहली गेंद बेहतरीन इन स्विंग, दूसरी गेंद पर बीट करना और तीसरी गेंद लेग स्टंप से लहराती हुई मिडिल स्टंप तक भी पहुंचा देना अर्शदीप को विकेट दिलाने के काबिल थी। ऐसा ही हुआ जब फ़िल सॉल्ट गेंद को समझ ही नहीं पाए और कीपर को कैच दे बैठे।
कुछ ही देर बाद बेन डकेट भी अर्शदीप के जाल में फंस गए और मिडविकेट पर खेलने के प्रयास में गेंद डकेट के बल्ले का किनारा ले बैठी और वह कवर पर रिंकू को कैच दे बैठे।
अर्शदीप अपने दो ओवर कर चुके थे लेकिन डगआउट से गौतम गंभीर का उनको तीसरा ओवर कराने का भी संदेश आया। जब तक यह संदेश पूरा हो पाता गंभीर के तुरुप के इक्के वरुण चक्रवर्ती ने अपने ओवर में ही कमाल दिखा दिया और हैरी ब्रूक का विकेट निकाल कर दे दिया। इसी ओवर में उन्होंने लियम लिविंगस्टन का विकेट भी निकालकर डगआउट को जश्न का मौक़ा दे दिया। दूसरे छोर पर खड़े कप्तान बटलर भी अधूरी साझेदारी से निराश दिखे लेकिन उन्होंने अर्धशतक लगाकर दिखाया कि वह अकेले भी काफ़ी हैं।
16 ओवर तक बटलर अपनी टीम की ज़िम्मेदारी निभाते रहे लेकिन अब आक्रमण का समय था और सामने चक्रवर्ती थे। उनकी गुगली पर वह फंसे और लांग ऑफ़ पर नीतीश कुमार रेड्डी ने एक बेहतरीन कैच लेकर इंग्लैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
अभिषेक का जवाब नहीं
133 रनों का लक्ष्य भारतीय ओपनरों अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन को देखते हुए बहुत ही आसान लग रहा था, लेकिन पहले जोफ़्रा आर्चर और बाद में मार्क वुड की गति ने दोनों को शांत रखा। इस बार गस ऐटकिंसन के ओवर में संजू की लाई बाउंड्री ने बटलर को सोचने पर मजबूर कर दिया। सैमसन तो आर्चर के बाउंसर के जाल में फंस गए लेकिन इसके बाद जो अभिषेक ने कहर बरपाया है, उससे ऐसा लगा जैसे वह इसी स्टेडियम की सेंट्रल विकेट पर तेज़ गेंदबाज़ों पर अपने शॉट्स का अभ्यास कर रहे हों। ख़राब गेंद को उन्होंने बाउंड्री के बाहर भेजने में संकोच नहीं किया, इसका सटीक उदाहरण वुड की पैरों पर गिरी गेंद थी जिसको अभिषेक ने फ्लिक करके स्क्वायर लेग बाउंड्री के पार भेजकर युवराज सिंह की याद दिला दी। लिविंगस्टन पर वह इन साइड आउट शॉट खेलकर बाउंड्री लगाने ने उनकी रेंज को परिभाषित किया। वह नाबाद होकर जरूर नहीं लौटे लेकिन उन्होंने बता दिया है कि वह आने वाले चार मैचों में क्या करने जा रहे हैं।
सैमसन के आउट होने के बाद सूर्यकुमार भी आते ही चलते बने लेकिन अभिषेक का आक्रमण जारी रहा और 34 गेंदों पर 79 के निजी स्कोर पर जब वह आउट हुुए तब भारत के लिए जीत की औपचारिकताएं ही शेष थीं।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26