इंग्लैंड 246 (मोईन 47, विली 41, चहल 4-47, हार्दिक 2-28) ने भारत 146 (हार्दिक 29, जाडेजा 29, टॉप्ली 6-24) को 100 रन से हराया
रीस टॉप्ली ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 24 रन देकर छह विकेट लिए और इंग्लैंड को दूसरे वनडे मैच में 100 रनों से जीत दिला दी। अब तीन मैचों की यह श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर आ गई है।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी इंग्लैंड की टीम 49 ओवर में 246 रन पर ऑल आउट हो गई। भारत की ओर से युज़वेंद्र चहल ने 47 रन देकर चार विकेट लिए, वहीं इंग्लैंड की ओर से मोईन अली और डेविड विली के बीच सातवें विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी हुई।
पहली पारी के बाद यह भारत के लिए एक आसान लक्ष्य लग रहा था लेकिन टॉप्ली और विली ने इसे मुश्किल बना दिया। दोनों ने अपनी गति और अतिरिक्त उछाल से शीर्ष भारतीय बल्लेबाज़ों को परेशान किए रखा। 12वें ओवर में भारत का स्कोर 31 रन पर चार विकेट था। इसके बाद से भारतीय टीम कभी संभल नहीं पाई और अंत में 38.5 ओवर में 146 रन पर सिमट गई।
इससे पहले दिन की शुरूआत में जसप्रीत बुमराह और शमी ने नई गेंद से एक कठिन स्पेल फेंका, जिससे इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज़ों जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टो को ख़ासी परेशानी हुई।
रॉय इससे सबसे अधिक परेशान थे और लगातार अंदरूनी व बाहरी दोनों किनारों पर बीट हो रहे थे। शमी ने पांचवें ओवर में रॉय के बल्ले का अंदरूनी किनारा पाया, लेकिन गेंद स्टंप्स से चूकी और चौके के लिए चली गई। शमी के अगले ओवर में बेयरस्टो ने एक लेंथ बॉल पर दूर से ही अपना बल्ला फेंका, बाहरी किनारा भी लगा लेकिन गेंद दूसरे स्लिप की ओर से चार रन के लिए चली गई।
इसके बाद हार्दिक पंड्या आए और उन्होंने एक ओवर पिच गेंद पर रॉय को चलता किया। स्लॉग करने के प्रयास में बल्ला रॉय के हाथ में ही घूम गया और डीप-बैकवर्ड स्क्वेयर लेग पर गेंद एक आसान कैच के लिए खड़ी हो गई। इस बीच बेयरस्टो खतरनाक दिखने लगे थे। जब वह 37 गेंदों में 38 रन पर थे, तभी चहल के ख़िलाफ़ स्लॉग स्वीप करने के चक्कर में वह पूरी तरह से चूके और लेग स्टंप पर क्लीन बोल्ड हो गए।
इसके तुरंत बाद चहल ने जो रूट को चलता किया जो स्वीप करने के प्रयास में विकेट के एकदम सामने पाए गए और पगबाधा आउट हुए। अगले ओवर में शमी ने जॉस बटलर को एक फ़ुलर गेंद पर आउट कर इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 87 रन कर दिया।
बेन स्टोक्स ने चहल को लगातार चार रिवर्स स्वीप लगाकर उन्हें दबाव में लाने की कोशिश की, लेकिन इसी शॉट पर ही वह आउट भी हुए। इसके बाद लियम लिविंगस्टन और मोईन ने 45 गेंदों में 46 रन जोड़े। मोईन एक एंकर की भूमिका निभा रहे थे, जबकि लिविंगस्टन अपनी ख़्याति के अनुसार ही आक्रामक थे।
हार्दिक ने लिविंगस्टन को लगातार तीन शार्ट गेंदें डालीं। लिविंगस्टन ने पहली गेंद को डीप-बैकवर्ड स्क्वेयर लेग से ऊपर स्टैंड में भेजा। अगली गेंद को पुल कर लिविंगस्टन ने उसे चार रन के लिए डीप मिडविकेट की सीमा पर भेजा, लेकिन तीसरे गेंद पर हार्दिक ने उन्हें डीप स्क्वेयर लेग पर कैच करा दिया।
अगले पांच ओवरों में केवल 13 रन बने। इस बीच प्रसिद्ध कृष्णा ने विली को हार्दिक की गेंद पर जीवनदान दिया। विली उस समय सिर्फ़ एक रन पर थे, जिन्होंने बाद में 41 रन बनाए। चहल ने 47 रन के निजी स्कोर पर मोईन को डीप स्क्वेयर लेग पर लपकाया।
विली ने 47वें ओवर की पहली गेंद पर बुमराह पर छक्का लगाया, लेकिन एक ऐसे ही शॉट खेलने के चक्कर में वह लांग ऑन पर कैच भी दे बैठे। अगले दो ओवर में इंग्लैंड ने अपने आखिरी दो विकेट गंवा दिए।
यह एक बड़ा लक्ष्य नहीं था लेकिन भारत इसके आस-पास भी नहीं फटक सका। टॉप्ली और विली ने पहली नौ गेंदों पर रोहित को परेशान किया और दसवीं गेंद पर भारतीय कप्तान टॉप्ली की गेंद पर एलबीडब्ल्यू होकर शून्य के स्कोर के साथ पवेलियन में थे।
भारत को बल्ले से पहला रन बनाने में 4.3 ओवर का समय लगा। हालांकि इसके बाद विराट कोहली ने टॉपली की गेंद पर तीन ड्राइव लगाकर दबाव कुछ कम करने की कोशिश की। दूसरे छोर से शिखर धवन भी रोहित की तरह असहज दिख रहे थे और आख़िर में टॉप्ली की गेंद पर 26 गेंदों में 9 रन बनाकर वह आउट हो गए। भारत ने ऋषभ पंत को नंबर चार पर भेजा लेकिन इससे पहले कि वह अपना खाता खोल पाते कि उन्हें ब्रायडन कार्स ने मिड ऑन पर लपकवा दिया। अगले ओवर में विली ने कोहली को भी विकेट के पीछे लपकवा दिया।
इसके बाद सूर्यकुमार यादव और हार्दिक ने टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन टॉप्ली एक छोर से लगातार नियमित अंतराल पर विकेट लेते रहे। जाडेजा और शमी ने सातवें विकेट के लिए 39 रन जोड़े लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। टॉप्ली ने पारी के 39वें और अपने आख़िरी 10वें ओवर में पहले चहल और फिर प्रसिद्ध का विकेट लेकर भारतीय पारी को सिमेट दिया।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर दया सागर ने किया है।