एजबेस्टन में टेस्ट हारने के बाद भारत ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ किया पलटवार
टी20 सीरीज़ में 2-0 से अजेय बढ़त बनाई
हेमंत बराड़
09-Jul-2022
रवींद्र जाडेजा ने 29 गेंदों पर नाबाद 46 रन बनाए • Getty Images
भारत 170 पर 8 (जाडेजा 46*, रोहित 31, जॉर्डन 4-27, ग्लीसन 3-15) ने इंग्लैंड 121 (मोईन 35, विली 33*, भुवनेश्वर 3-15, बुमराह 2-10, चहल 2-10) को 49 रनों से हराया
भुवनेश्वर कुमार के तीन और जसप्रीत बुमराह और युज़वेंद्र चहल के दो-दो विकेटों की मदद से भारत ने एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड को 121 रन पर समेटकर सीरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त बनाई।
पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजे जाने के बाद रोहित शर्मा और टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार ओपन कर रहे ऋषभ पंत ने 4.5 ओवरों में 49 रन जोड़कर भारत को तेज़ शुरुआत दिलाई। मध्य ओवरों में इंग्लैंड ने वापसी की जब डेब्यू पर रिचर्ड ग्लीसन ने 10 गेंदों के भीतर रोहित, विराट कोहली और पंत को चलता किया। जब क्रिस जॉर्डन ने लगातार दो गेंदों पर सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या को आउट किया, 11वें ओवर में भारत का स्कोर पांच विकेट के नुक़सान पर 89 रन था।
अक्षर पटेल की जगह एकादश में आए रवींद्र जाडेजा ने 29 गेंदों पर नाबाद 46 रन बनाकर भारत को 170 पर 8 के स्कोर तक पहुंचाया।
दोनों साइड छोटी बाउंड्री होने के कारण यह एक मैच जिताऊ स्कोर कतई नहीं था लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने जेसन रॉय और जॉस बटलर को सस्ते में आउट कर इंग्लैंड को बैकफ़ुट पर धकेला। इंग्लैंड की पारी वहां से उबर नहीं पाई और 11 ओवरों में उनका स्कोर 61 पर 6 था। जब हर्षल पटेल ने यॉर्कर गेंद पर अंतिम बल्लेबाज़ मैट पार्किंसन को बोल्ड किया, पारी में तीन ओवर शेष थे।
रोहित का नया रूप
पारी की दूसरी ही गेंद पर रोहित ने मिडविकेट के ऊपर से स्लॉग लगाने का प्रयास किया और डेविड विली की गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप के पास से निकल गई। दो गेंदों बाद उन्होंने ऑफ़ स्टंप के बाहर की फ़ुल गेंद का पीछा किया और बैकवर्ड प्वाइंट पर कैच दिया जो रॉय ने टपकाया। सामने की गई 20 में से आठ गेंदों पर रोहित नियंत्रण में नहीं थे।
हालांकि पावरप्ले का मतलब यह था कि जब गेंद बल्ले पर ठीक से लगी तब तेज़ी से रन बने। विली की गेंदों को सीमा रेखा के बाहर भेजा गया और मोईन अली को तीन गेंदों के भीतर दो चौके लगाए गए। रोहित के 31 रन 155 के स्ट्राइक रेट से बने।
ग्लीसन और जॉर्डन ने करवाई वापसी
34 वर्ष और 219 दिन की आयु में ग्लीसन इंग्लैंड के लिए टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले तीसरे सबसे उम्रदराज़ खिलाड़ी बने। अपने दिन को और यादगार बनाते हुए उन्होंने अपने पहले ही ओवर में रोहित का शिकार किया। पुल शॉट पर गेंद ने रोहित के बल्ले का ऊपरी किनारा लिया और बटलर ने कैच को पूरा किया।
ग्लीसन के अगले ओवर की पहली गेंद पर डाविड मलान ने इससे बेहतर कैच लेकर कोहली को चलता किया। कोहली लेंथ गेंद को वाइड लॉन्ग ऑन की दिशा में मारना चाहते थे लेकिन मोटे बाहरी किनारे के चलते बैकवर्ड प्वाइंट पर खेल बैठे। बटलर की तरह मलान पीछे भागे और लंबी डाइव लगाकर दोनों हाथों से गेंद को लपका।
इस दौरान पंत 14 गेंदों पर 26 रन बना चुके थे और सभी गेंदबाज़ों के विरुद्ध क़दमों का उपयोग कर रहे थे। ग्लीसन के ख़िलाफ़ भी चहलक़दमी करते समय वह अंदरूनी किनारे के चलते बटलर को कैच थमा बैठे।
हार्दिक ने हैट्रिक गेंद का सामना तो किया लेकिन वह अतिरिक्त उछाल के सामने संघर्ष करते दिखे। ग्लीसन के डबल विकेट मेडन ओवर के बाद उन्होंने और सूर्यकुमार यादव ने आधी पारी की समाप्ति पर भारत को 86 पर तीन तक पहुंचाया लेकिन फिर जॉर्डन ने उनका शिकार किया। सूर्यकुमार पुल शॉट को डीप मिडविकेट के हाथ में मार बैठे और हार्दिक ने शॉर्ट ऑफ़ लेंथ गेंद को बैकवर्ड प्वाइंट के हाथों में खेल दिया।
सर जाडेजा का कमाल
भारतीय टीम प्रयास करती है कि दिनेश कार्तिक पारी के अंतिम पांच ओवरों के दौरान बल्लेबाज़ी करने आए। लेकिन यहां वह 11वें ओवर में क्रीज़ पर थे और उन्हें अपना खाता खोलने में आठ गेंदें लगी। अंत में वह 17 गेंदों पर 12 रन बनाकर रन आउट हुए। हालांकि दूसरे छोर पर जाडेजा ने स्कोरबोर्ड को चलाया। इंग्लैंड की ख़राब फ़ील्डिंग ने उनकी मदद की और कप्तान बटलर ने स्टंपिंग के मौक़े पर उन्हें जीवनदान दिया।
इस मौक़े का पूरा लाभ उठाते हुए जाडेजा ने निचले क्रम के साथ महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाई। अंतिम ओवर में उन्होंने स्ट्राइक पर बने रहने के लिए सिंगल लेने से मना किया और अंतिम पांच ओवरों में भारत ने 55 रन बटोरे।
भुवी की सुंदर स्विंग
इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों को नई गेंद के साथ मदद मिल रही थी लेकिन भुवनेश्वर ने उसका पूरा लाभ उठाया। विकेट मेडन के साथ शुरुआत करते हुए उन्होंने पारी की पहली गेंद पर रॉय को स्लिप पर कैच करवाया। अगली पांच गेंदों पर उन्होंने मलान को बाहरी किनारे पर तीन बार बीट किया और एक बार पैड पर दे मारा।
उनके अगले ओवर में मलान ने चहलक़दमी की जिससे पंत स्टंप्स के पास आकर खड़े हो गए। दो गेंदों बाद बटलर ने लेंथ गेंद को छेड़ने का प्रयास किया और वह बल्ले के निचले किनारे को चूमकर पंत के दस्तानों में जा समाई।
बुमराह का बूम बूम शो
लियम लिविंगस्टन ने हमेशा की तरह आक्रामक अंदाज़ से शुरुआत की। लगातार दो चौके लगाने के बाद उन्होंने चौथे ओवर में एक और चौका लगाया। हालांकि बुमराह ने चतुराई से डाली गई धीमी गति की गेंद के साथ उनकी पारी का अंत किया।
ज़्यादातर गेंदबाज़ ऑफ़ कटर डालने के लिए गेंद पर अपनी उंगलियां फेरते हैं। वहीं बुमराह अपनी कलाइयों का अधिक इस्तेमाल करते हैं। लिविंगस्टन इसे पढ़ नहीं पाए और अपना ऑफ़ स्टंप खो बैठे। गेंद बल्ले और पैड के बीच बने गैप से होती हुई विकेटों पर जा लगी।
चहल ने हैरी ब्रूक और मलान को आउट किया जिसके बाद बुमराह ने एक और धीमी गेंद के साथ सैम करन को अपना शिकार बनाया। इंग्लैंड का स्कोर था 60 पर छह और वह मैच से लगभग बाहर हो चुकी थी।
मोईन और विली कुछ देर तक टिके रहे लेकिन आवश्यक रन रेट 13 के पार जा चुका था। दो गेंदों पर पहले मोईन और फिर जॉर्डन के आउट होने के बाद भी विली ने प्रहार करना जारी रखा। हालांकि मैच तब तक इंग्लैंड के हाथ से फिसल चुका था।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।