बड़ी तस्वीर
तीन सप्ताह पहले भारत सेंचूरियन का क़िला फ़तह कर टेस्ट सीरीज़ में 1-0 से आगे था। तब ऐसा लग रहा था कि भारत, साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ टेस्ट और वनडे सीरीज़ दोनों आसानी से जीत सकता है। लेकिन वह जीत 2021 में मिली थी, 2022 आते-आते टीम इंडिया के लिए बहुत कुछ बदल गया।
भारत को अंतिम दो टेस्ट के साथ-साथ पहले वनडे में भी हार का सामना करना पड़ा। अब भारत वनडे सीरीज़ भी हारने के कगार पर है।
दूसरा वनडे भी पार्ल के बोलैंड पार्क में होगा। यहां पर काफ़ी गर्मी है और पिच भी सूखी है। लेकिन इसका फ़ायदा भारतीय स्पिनरों ने नहीं बल्कि साउथ अफ़्रीकी स्पिनरों ने उठाया और चार विकेट लिए। अगर इस मैच में भारत को बेहतर करना है, तो उनके स्पिनरों को ज़िम्मेदारी उठानी होगी।
इसी तरह भारत का मध्य क्रम भी लंबे समय से फ़ॉर्म की समस्या से जूझ रहा है। शीर्ष तीन हमेशा रन बनाते हैं और मध्यक्रम कभी ठीक से टेस्ट नहीं हो पाता है। इस समस्या का उपाय भी आसान नहीं दिखता।
वहीं साउथ अफ़्रीका के बल्लेबाज़ टेस्ट सीरीज़ से ही अच्छे फ़ॉर्म में हैं। रासी वान दर दुसें के नाम अब 30 वनडे में 73.62 की औसत है। वह पारी को संभालना और फिर उसे गति प्रदान करना अच्छे से जानते हैं।
हालिया फ़ॉर्म
साउथ अफ़्रीका जीत, हार, जीत, हार, जीत
भारत हार, हार, जीत, जीत, जीत
इन पर रहेगी नज़र
केएल राहुल को ओपनिंग के साथ-साथ सलामी बल्लेबाज़ की भी भूमिका को निभाना है। पहले वनडे से पहले उन्होंने वेंकटेश अय्यर की ख़ूब तारीफ़ की थी, लेकिन मैच में उन्हें एक भी ओवर नहीं दिया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि उन्हें सूर्यकुमार यादव की जगह पर क्यों खिलाया गया। वहीं बल्लेबाज़ी के दौरान भी वह अधिक एहतियात बरतते हुए देखे गए, जबकि साउथ अफ़्रीका की तरफ़ से गेंदबाज़ी की शुरुआत पार्ट टाइमर एडन मारक्रम कर रहे थे। इस मैच में राहुल कप्तान और बल्लेबाज़ के रूप में कैसा प्रदर्शन करते हैं, यह देखने वाली बात होगी।
वहीं साउथ अफ़्रीका के लिए मारक्रम की गेंदबाज़ी तो उपयोगी साबित हो रही है, लेकिन बल्लेबाज़ी में टेस्ट सीरीज़ से ही वह अच्छे फ़ॉर्म में नहीं हैं। साउथ अफ़्रीका के पास जॉर्ज लिंड और ड्वेन प्रिटोरियस जैसे गेंदबाज़ हैं, जो उपयोगी बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं। वहीं उनके पास विशुद्ध गेंदबाज़ों में सिसंडा मगाला और वेन पार्नेल का भी विकल्प मौजूद है। तो अगर मारक्रम रन नहीं बनाते हैं, तो उन्हें बदला भी जा सकता है।
टीम न्यूज़
मैच जीतने के बाद साउथ अफ़्रीका शायद ही कोई बदलाव करे, वहीं भारतीय टीम भी एक ही मैच के बाद कोई अधिक परिवर्तन नहीं करना चाहेगी।
साउथ अफ़्रीका: (संभावित) 1 क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), 2 यानेमन मलान, 3 तेम्बा बवूमा (कप्तान), 4 ऐडन मारक्रम, 5 रासी वान दर दुसें, 6 डेविड मिलर, 7 एंडिले फेहुक्वायो, 8 मार्को यानसन, 9 केशव महाराज, 10 लुंगी एनगिडी, 11 तबरेज़ शम्सी
भारत: (संभावित) 1 केएल राहुल (कप्तान), 2 शिखर धवन, 3 विराट कोहली, 4 श्रेयस अय्यर, 5 ऋषभ पंत (विकेटकीपर), 6 वेंकटेश अय्यर, 7 आर अश्विन, 8 शार्दुल ठाकुर, 9 भुवनेश्वर कुमार, 10 जसप्रीत बुमराह, 11 युज़वेंद्र चहल
पिच और मौसम
पार्ल में एक और गर्म दिन होगा, वहीं पिच धीमी और स्पिन की मददगार होगी। मैदान की बाउंड्री बहुत छोटी है। कोई भी टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करना चाहेगी।
दिलचस्प आंकड़े
जनवरी, 2016 में पदार्पण करने के बाद जसप्रीत बुमराह वनडे क्रिकेट में दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं, वहीं उनका इकॉनमी रेट भी सबसे कम और पांच से कम है।
महाराज ने 16 वनडे में से छह घर पर ही खेले हैं। इन छह में से चार उन्होंने शम्सी के साथ खेला है।
किसने क्या कहा?
"हम 2023 विश्व कप के लिए टीम तैयार कर रहे हैं, इसलिए एक हार से अधिक कोई फ़र्क नहीं पड़ता। हम बड़ी तस्वीर देख रहे हैं और उसी हिसाब से प्रयोग कर रहे हैं।" --
शिखर धवन, भारत
"यह पिच साउथ अफ़्रीका से अधिक एक उपमहाद्वीप की पिच की तरह दिखती है। इसलिए पहले मैच की जीत और अधिक महत्वपूर्ण थी।" --
तबरेज़ शम्सी, साउथ अफ़्रीका
सौरभ सोमानी ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो में सहायक संपादक हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के दया सागर ने किया है