भारत 191 और 270/3 (रोहित 127, पुजारा 61), इंग्लैंड 290 से 171 रन आगे
विदेशी ज़मीन पर रोहित शर्मा के पहले टेस्ट शतक ने ओवल टेस्ट में भारत को इंग्लैंड से आगे कर दिया है। रोहित ने केएल राहुल के साथ पहले विकेट के लिए 83 और चेतेश्वर पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 153 रन की साझेदारी की और भारत को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया।
हालांकि वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट भी हुए, जब ऑली रॉबिन्सन की एक शॉर्ट गेंद पिच से फंसकर धीमी गति से आई और वह अपना पसंदीदा पुल शॉट खेलकर डीप फ़ाइन लेग पर क्रिस वोक्स को कैच थमा बैठे। उसी ओवर में पुजारा भी एक अंदर आती गेंद का शिकार हुए और ऐसा लगा कि मैच में इंग्लैंड वापस आ गई है, लेकिन इसके बाद विराट कोहली और रवींद्र जाडेजा ने दिन के अंत तक विकेट बचाकर मैच में भारत को बनाए रखा। ख़राब रोशनी के कारण खेल को 45 मिनट पहले ही रोकना पड़ा।
रोहित को इस शतकीय पारी के दौरान दो जीवनदान भी मिले। दोनों मौकों पर दूसरे स्लिप में रोरी बर्न्स ने उनका कैच छोड़ा। पहला जीवनदान दूसरे दिन के अंतिम सत्र में मिला था, वहीं दूसरा जीवनदान तीसरे दिन पहले सत्र में मिला, जब वह 31 रन पर थे। हालांकि इस जीवनदान के तुरंत बाद एंडरसन ने केएल राहुल को आउट कर इस नुकसान की भरपाई करने की कोशिश की। राहुल ने छह चौके और एक छक्के की मदद से 46 रन बनाए।
राहुल के आउट होने के बाद क्रीज़ पर आए पुजारा ने इंग्लैंड के द्वारा की गई कुछ कमजोर गेंदों का भरपूर फ़ायदा उठाया और अपने स्वभाव के ज़ुदा तेज़ शुरूआत की। लंच के बाद उन्हें रन लेने के दौरान पैरों में मोच आ गई, लेकिन वह पिच पर जमे रहे और रोहित का जमकर साथ दिया। रोहित ने क्रेग ओवर्टन की गेंद को बैकफ़ुट से पंच लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। यह सीरीज़ में उनका तीसरा 50 रन से अधिक का स्कोर था।
वहीं दूसरे छोर से पुजारा ने ओवर्टन की एक शॉर्ट गेंद पर अपर कट लगाकर समां ही बांध दिया। यह लगातार दूसरे मैच में पुजारा का दूसरा अपर कट था। रोहित एंडरसन की गेंद को पुल करके नाइंटीज में पहुंचे और फिर मोईन अली की गेंद पर लांग ऑन पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। यह रोहित का आठवां और विदेशी ज़मीन पर पहला शतक था। यह तीसरा मौक़ा भी था, जब उन्होंने छक्का लगाकर अपना टेस्ट शतक पूरा किया।
टी के बाद ओवर्टन की एक गेंद को गली और बैकवर्ड प्वाइंट के बीच स्टीयर करके पुजारा ने भी अपना अर्धशतक पूरा किया। दूसरी नई गेंद मिलने से थोड़ी देर पहले इंग्लैंड ने दोनों छोर से स्पिनर्स को लगाया। एक तरफ़ से मोईन अली और दूसरी तरफ़ से ख़ुद कप्तान जो रूट ने गेंदबाज़ी की, लेकिन इंग्लैंड की यह रणनीति भी काम नहीं आई और भारत 150 रन से आगे हो गया।
नई गेंद मिलने पर रॉबिन्सन ने दोनों जमे हुए बल्लेबाज़ो को एक ही ओवर में आउट किया और ऐसा लगा कि कहीं फिर भारतीय बल्लेबाज़ी कोलैप्स का शिकार ना हो जाए, लेकिन कोहली और जाडेजा ने ऐसी किसी भी संभावना को दूर करते हुए नाबाद 33 रन की साझेदारी की और भारत की बढ़त को 171 तक पहुंचा दिया।
अब भारतीय टीम इस बढ़त को और बढ़ाकर चौथी पारी में इंग्लैंड को एक बड़ा लक्ष्य देना चाहेगी।