मिताली राज की कप्तानी पारी के दम पर भारत ने तीसरे वनडे में इंग्लैंड को दी मात
दीप्ति शर्मा ने तीन विकेट लेकर मेज़बान टीम को बड़ा स्कोर करने से रोक दिया
ऑन्नेशा घोष
03-Jul-2021
मिताली राज के लिए शनिवार का दिन रहा शानदार • Getty Images
भारत महिला 220 for 6 (राज 75*, मांधना 49, एकलस्टन 2-36) ने इंग्लैंड महिला 219 ऑल आउट (सीवर 49, नाइट 46, दीप्ति 3-47, कौर 1-24) को चार विकेट से हराया
वूस्टर में खेले गए तीसरे और आख़िरी वनडे में भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड पर चार विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। बारिश से प्रभावित 47-47 ओवर के इस मैच में कप्तान मिताली राज , स्मृति मांधना, स्नेह राणा ने जहां बल्ले से कमाल दिखाया तो दीप्ति शर्मा ने गेंद से इंग्लिश बल्लेबाज़ों का इम्तिहान लिया।
आख़िरी ओवर में जीत के लिए छ: रनों की ज़रूरत थी, क्रीज़ पर थीं मिताली राज जो इससे पहले तीनों ही फ़ॉर्मेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली महिला खिलाड़ी भी बन गईं थीं। मिताली ने आख़िरी ओवर में धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी की और चौके के साथ भारत को तीन गेंद पहले जीत दिलाई। इस जीत के साथ ही मिताली महिला वनडे क्रिकेट में सबसे सफल कप्तान भी बन गईं, उनकी कप्तानी में भारत की ये 84वीं वनडे जीत थी।
भारत को आख़िरी 30 गेंदों में 38 रनों की दरकार थी और मिताली के साथ नंबर-7 पर राणा मौजूद थीं। राणा ने बख़ूबी साथ निभाया और 22 गेंदों पर 24 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। इस जोड़ी ने इंग्लिश गेंदबाज़ों का डट कर सामना किया और 44वें ओवर में 12 रन बटोरे, इसके बाद अगले ओवर में भी छ: रन आए और इस तरह भारत के सामने आख़िरी दो ओवर में 14 रनों की ज़रूरत थी।
मिताली 75 रन बनाकर नाबाद रहीं, मिताली के अलावा भारत की ओर से स्मति मांधना ने भी 49 रनों की आकर्षक पारी खेली थी। हालांकि शेफ़ाली वर्मा इस मैच में कुछ ख़ास नहीं कर सकी और 19 रन बनाकर वह आउट हुईं। जेमिमाह रॉडरिग्स और हरमनप्रीत कौर एक बार फिर बड़ी पारी खेलने में नाराम रहीं। इंग्लैंड की ओर से सोफ़ी एकल्सटन सबसे सफल गेंदबाज़ रहीं, उन्हें दो विकेट हासिल हुआ।
सीवर की जगह अगला ओवर डालने आईं सोफ़ी एकलस्टन जो उससे पहले अपने आठ ओवर में महज़ 28 रन ख़र्च किए थे और एक विकेट भी लिया था। चौथी गेंद पर राणा ने चौका भी बटोरा लेकिन अगली गेंद पर ही राणा आउट हो गईं और फिर आख़िरी गेंद पर सिंगल लेकर मिताली ने स्ट्राइक अपने पास रखी थी।
इससे पहले इस सीरीज़ में पहली बार टॉस भारत ने जीता था और पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया था। वूस्टर की धीमी पिच पर भारतीय गेंदबाज़ों ने काफ़ी नियंत्रित गेंदबाज़ी की। इंग्लिश बल्लेबाज़ों पर भारतीय गेंदबाज़ों ने शुरू से ही शिकंजा कस लिया था, मैच के दूसरे ओवर में ही शिखा पांडे ने इनफॉर्म टैमी बोमॉन्ट को शून्य पर एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया था।
दूसरे विकेट के लिए लॉरेन विनफ़ील्ड-हिल और कप्तान हेदर नाइट के बीच अर्धशतकीय साझेदारी आई, इस साझेदारी का अंत राणा ने किया जब शिखा के हाथों लॉरेन को उन्होंने कैच आउट कराया। इसके बाद कप्तान का साथ देने आईं उप-कप्तान नैटली सीवर इन दोनों के बीच भी अर्धशतकीय साझेदारी हुई।
नाइट को हरमनप्रीत ने 46 रनों पर आउट किया तो 49 रन बनाकर सीवर दीप्ति शर्मा का पहला शिकार बनीं। इन दोनों के आउट होते ही इंग्लिश पारी लड़खड़ा गई और एक समय तो ऐसा लग रहा था कि मेज़बान टीम 200 के अंदर न सिमट जाए लेकिन आख़िरी लम्हों में केट क्रॉस ने 9 गेंदों पर 16 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए स्कोर 219 तक पहुंचाया। दीप्ति शर्मा को तीन विकेट हासिल हुए।
ऑन्नेशा घोष (@ghosh_annesha) ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सैयद हुसैन (@imsyedhussain) ने किया है।