जिसने 12 साल के शुभमन को गेंदबाज़ी की आज वह उनके ख़िलाफ़ खेलेगा
2011-12 में मोहाली के पीसीए स्टेडियम में शुभमन गिल को नेट्स में गेंदबाज़ी कर चुके हैं सिमरनजीत
PTI
09-Sep-2025 • 6 hrs ago
UAE टीम को है सिमरनजीत सिंह से उम्मीदें • Emirates Cricket Board
यूएई के बाएं हाथ के स्पिनर सिमरनजीत सिंह शर्मीली मुस्कान के साथ याद करते हुए कहते हैं, "मैं शुभमन को बचपन से जानता हूं, लेकिन मुझे नहीं पता कि उन्हें मैं याद भी हूं या नहीं।"
अपने क्रिकेट करियर के सबसे बड़े पल, भारत के ख़िलाफ़ एशिया कप मैच से पहले लुधियाना के 35 वर्षीय सिमरनजीत सिंह को एक प्रतिभाशाली 12 वर्षीय खिलाड़ी की अच्छी याद आती है, जो मोहाली में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) के नेट पर प्रशिक्षण के लिए आता था।
उन्होंने कहा, "यह 2011-12 के आसपास की बात है और शुभमन ज़्यादा से ज़्यादा 11 या 12 साल का रहा होगा। हम मोहाली स्थित पीसीए अकादमी में सुबह 6 बजे से 11 बजे तक ट्रेनिंग करते थे। शुभमन अपने पिता के साथ लगभग 11 बजे आता था।"
सिमरनजीत ने कहा, "मैं ऐसा व्यक्ति था जो हमारे सेशन के बाद काफ़ी अतिरिक्त गेंदबाज़ी भी करता था। पता नहीं वह मुझे पहचानता होगा या नहीं, लेकिन उन दिनों मैंने शुभमन को काफ़ी गेंदबाज़ी की थी,"
यूएई के प्रमुख कोच लालचंद राजपूत के अनुसार 35 वर्षीय बाएं हाथ के स्पिनर टीम के एक अहम खिलाड़ी हैं।
12 टी-20 मैचों में छह से कम की इकॉनमी रेट से 15 विकेट लेने वाले सिमरनजीत के लिए राजपूत ने कहा, "टी20 में हर बाएं हाथ के स्पिनर में गेंद को लगातार हवा में उछालने और फ्लाइट कराने का जज्बा नहीं होता। सिमरन को पता है कि फ्लाइट से विकेट कैसे लिए जाते हैं।"
पांच सितंबर को अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ हुए पिछले मैच में उन्होंने 24 रन देकर एक विकेट लिया, जिसमें 11 शून्य गेंद थीं।
उन्होंने याद करते हुए कहा, "मैंने पंजाब में काफ़ी जिला स्तरीय क्रिकेट खेला है। आखिरकार 2017 में मैं रणजी संभावितों में शामिल हो गया। उस समय जब भी मोहाली में किंग्स इलेवन पंजाब का अभ्यास सत्र होता था, मैंने वहां भी काफ़ी गेंदबाजी की थी।"
सफलता नहीं मिलने से उनको शायद यह एहसास हुआ कि भारत के लिए खेलने का उनका सपना पूरा नहीं हो पाएगा। और फिर कोविड-19 ने सिमरनजीत की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी।
सिमरनजीत ने कहा, "दुबई में अभ्यास करने का प्रस्ताव मिला था और मैं अप्रैल 2021 में 20 दिनों के लिए यहां आया था। फिर दूसरी लहर आई और भारत में फिर से लॉकडाउन लग गया। मैं महीनों तक वापस नहीं जा सका और आखिरकार यहीं रुक गया।"
यूएई के लिए खेलने के लिए योग्यता प्राप्त करने के लिए सिमरनजीत को घरेलू क्रिकेट के तीन सत्र खेलने की आवश्यकता थी और जब उन्होंने मानदंड पूरे कर लिए, तो उन्होंने मुख्य कोच लालचंद राजपूत से संपर्क किया और उनसे ट्रायल के लिए अनुरोध किया।
"2021 से, जब मैं दुबई में बस गया, तो मैंने जूनियर खिलाड़ियों को कोचिंग देकर अच्छी कमाई शुरू कर दी। मैं क्लब क्रिकेट खेल रहा था और जूनियर खिलाड़ियों को कोचिंग दे रहा था। इस तरह, मैं अपना घर चला पा रहा था।"
उन्होंने कहा, "यूएई टीम में शामिल होने के बाद, मुझे एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड से केंद्रीय अनुबंध मिल गया और अब सब कुछ ठीक चल रहा है।"
सिमरनजीत एक कट्टर सिख हैं और उन्होंने कहा कि यूएई ने उन्हें अपने धर्म का पालन करने की पूरी आज़ादी दी है।
उन्होंने कहा, "यह एक महान देश है। अगर मुझे कोई समस्या होती, तो मैं यूएई का प्रतिनिधित्व नहीं करता। मेरे धर्म का सम्मान किया जाता है। किसी ने मेरी दाढ़ी या मेरे कड़ा पर सवाल नहीं उठाया, न ही मैं कृपाण क्यों रखता हूं।"
जब उनसे पूछा गया कि बुधवार को यूएई और भारत के बीच होने वाले मैच में उनका परिवार किस टीम का समर्थन करेगा, तो वह हंसने लगे।
उन्होंने हंसते हुए कहा, "यह मुश्किल सवाल है। मेरा सपना भारत के लिए खेलने का था लेकिन अब मैं यूएई के लिए खेल रहा हूं, मुझे लगता है कि वे यूएई को सपोर्ट करेंगे।"