भारत ने दो दिनों तक चले एशिया कप के सुपर फ़ोर में अपने
पहले मुक़ाबले में पाकिस्तान को 228 रनों से पछाड़ कर एशिया कप ही नहीं, विश्व कप के लिए अपनी दावेदारी का डंका बजा दिया है। भारत के लिए
विराट कोहली (94 गेंदों पर 122 नाबाद) और
के एल राहुल (106 गेंदों में 111 नाबाद) की पारियों के बदौलत 356 का स्कोर बनाया। बाद में
कुलदीप यादव (आठ ओवर में 5/25) की फिरकी में पूरी तरह फंसा पाकिस्तान और भारत के लिए बड़ी जीत का रास्ता दिखाया।
क्या सही, क्या ग़लत
भारत की बल्लेबाज़ी में सकारात्मक अप्रोच पहले दिन ही नज़र आया। शायद भारत थोड़ा भाग्यशाली भी रहा कि रोहित शर्मा और शुभमन गिल की शतकीय सलामी साझेदारी के बाद दोनों के जल्दी आउट होने के बाद मैच में क़रीब एक दिन की देरी हुई। इससे पिच भी बल्लेबाज़ी के लिए थोड़ी बेहतर हुई और फिर कोहली और राहुल ने ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी की।
भारत की गेंद के साथ रणनीति भी बढ़िया थी। रोहित की कप्तानी अच्छी रही और उन्होंने शुरुआती विकेटों के बाद भी दबाव बनाए रखा। अगर किसी चीज़ की आलोचना की जाए तो शायद भारत को 11वें ओवर के भीतर दोनो रिव्यू गंवाना किसी और दिन भारी पड़ सकता था।
प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वश्रेष्ठ)
रोहित शर्मा, 7.5: बतौर बल्लेबाज़, रोहित ने अर्धशतकीय पारी तो खेली लेकिन आंकड़ों के बाहर अगर आप देखें तो 10 बाउंड्री के अलावा उन्होंने 39 गेंदों पर केवल आठ रन बनाए। बल्लेबाज़ रोहित तब सबसे असरदार होता है जब वह सेट होने के बाद लंबी पारी खेलता है। उस लिहाज़ से उन्होंने निराश किया, हालांकि उनकी कप्तानी बहुत अच्छी रही। जिस तरीक़े से उन्होंने कुलदीप यादव का इस्तेमाल किया वह सराहनीय था।
शुभमन गिल, 8: दरअसल भारतीय पारी की असली बुनियाद युवा शुभमन ने ही रखी थी, ख़ास कर जैसे उन्होंने एक कठिन दिखती पिच पर विरोधी टीम के सर्वश्रेष्ठ नई गेंद के गेंदबाज़ शाहीन शाह अफ़रीदी पर हमला बोला। फ़ुटवर्क में सकारात्मक रहते हुए उन्होंने मैदान के चारों ओर काफ़ी आकर्षक शॉट लगाए।
विराट कोहली, 9.5: यह एक कोहली मास्टरक्लास पारी थी। शुरुआत में धीमी लेकिन पारी के अंत तक उनका स्ट्राइक रेट 150 के पास आ चुका था। हालांकि उनके लिए कुछ चीज़ें अच्छी क़िस्मत की बात थी - रउफ़ का दूसरे दिन गेंदबाज़ी नहीं करना, कुछ अंदरूनी किनारे जो किसी और दिन स्टंप पर लग सकते थे। लेकिन कोहली की रनिंग बिटवीन विकेट्स इतनी बढ़िया रही कि उन्होंने शुरुआती धैर्य की भरपाई सूद समेत वापस कर दी।
के एल राहुल, 10: राहुल लंबे समय के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेल रहे थे और उन्हें एकादश में मौक़ा भी अकस्मात् ही मिला था। इसके बावजूद राहुल बढ़िया लय में नज़र आए। उनका स्पिन के विरुद्ध जो रवैय्या था उसने दूसरे दिन पाकिस्तान को मैच में वापसी करने का कोई मौक़ा नहीं दिया। शायद राहुल कीपिंग में बेहतर कर सकते थे, लेकिन इसके पीछे उद्देश्य उनके फ़िटनेस को परखना भी हो सकता है।
इशान किशन, कोई अंक नहीं: किशन को बल्लेबाज़ी का मौक़ा नहीं मिला और दूसरे दिन उन्होंने थोड़ी देर कीपिंग की लेकिन अधिकतर समय दस्तानों को राहुल के हवाले रहने दिया।
हार्दिक पंड्या, 7: एक छोटा स्पेल लेकिन एक बड़ा विकेट। हार्दिक ने अच्छी गति से गुड लेंथ गेंदबाज़ी करने की सोच दिखाई और ऐसे ही एक गेंद पर सीम के ज़रिए गेंद को वापस अंदर लाते हुए बाबर आज़म का बड़ा विकेट निकाला।
रवींद्र जाडेजा, 6: जाडेजा के विश्लेषण शायद उतने प्रभावशाली नहीं लेकिन उन्होंने किफ़ायती गेंदबाज़ी करते हुए कुलदीप यादव के लिए आदर्श जोड़ीदार की भूमिका निभाई।
शार्दुल ठाकुर, 7.5: शार्दुल ने भी अपने छोटे स्पेल में परिस्थितियों का भरपूर फ़ायदा उठाया और गेंद को हरक़त करवाते हुए एक विकेट भी निकाला। उन्होंने बाद में आउटफ़ील्ड में एक बढ़िया कैच पकड़ा। श्रीलंका के विरुद्ध मुक़ाबला अगले 16 घंटों में ही होना है और वहां शार्दुल को बड़ा रोल दिया जा सकता है।
कुलदीप यादव, 10: कुलदीप यादव आज पूरे जलवे में दिखे। अधिकतर लेंथ गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने कुछ गेंदों को थोड़ा फ़ुल और तेज़ डाला और अमुमन विकेट ऐसी गेंदों पर ही गिरे। एक आध बाहरी किनारे फ़ील्डर के पास नहीं गए नहीं तो वह जैसी गेंदबाज़ी कर रहे थे, आज आख़िरी दो बल्लेबाज़ आए होते तो सात विकेट उनके नाम आना भी बेमानी नहीं होती।
जसप्रीत बुमराह, 8: बुमराह ने पहले स्पेल में ही बता दिया कि उनकी लय और प्रतिभा में कोई परिवर्तन नहीं आई है। उन्होंने गेंद को दोनों तरफ़ काफ़ी ज़्यादा स्विंग करवाय और नियंत्रित आक्रामकता से पाकिस्तान के शीर्ष क्रम को परेशान किया। हालांकि अब भी उन पर 10 ओवर डालने की फ़िटनेस पर सवालिया निशान ज़रूर होगा।
मोहम्मद सिराज, 7: सिराज के फ़िगर नहीं बताते कि उन्होंने पावरप्ले में कितनी अच्छी गेंदबाज़ी की। उनकी अंदर आती गेंदों ने दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों को ख़ासा परेशान किया। विकेट भी उनके खाते में आने ही लगेंगे।
देबायन सेन Espncricinfo हिंदी के स्थानीय भाषा लीड और सहायक एडिटर हैं