आंकड़े : IPL 2025 में रोमांच कहां गायब है?
पिछले साल और इस साल की तुलना करते हुए, टीमों के रनरेट, इकॉनमी और अन्य महत्वपूर्ण आंकड़ो की कहानी

IPL 2024 ने बड़े स्कोर और आक्रामक बल्लेबाज़ी के लिहाज़ से नए मानक स्थापित किए थे। क्या IPL 2025 उसका मुक़ाबला कर सकता है? आइए देखते हैं कि दोनों सीज़न के 19 मुक़ाबलों के बाद आंकड़े क्या कहते हैं।
तूफ़ान के बाद की शांति
IPL 2025 की तेज़ शुरुआत के बाद अब रनरेट में काफ़ी गिरावट आई है। सीज़न के पहले पांच मैचों में औसत रनरेट 10.7 थी, जिनमें तीन बार 240 से ज़्यादा का स्कोर बना। 20 ओवर ऐसे रहे जिनमें 20 या उससे ज़्यादा रन बने।
लेकिन इसके बाद गेंदबाज़ों ने ज़बरदस्त वापसी की। पहले नौ और उसके बाद के दस मुक़ाबलों की तुलना करने पर ज़्यादातर पहलुओं में बड़ा अंतर दिखता है। रनरेट लगभग एक रन कम हो गया है, हर सिक्सर के लिए गेंदों की संख्या चार बढ़ गई है, 190 से ज़्यादा के स्कोर आधे से भी कम रह गए हैं और 20 या उससे ज़्यादा रन वाले ओवरों की संख्या 67% तक घट गई है।
पिछले 10 मैचों में टीमें सिर्फ़ तीन बार 200 के पार पहुंची हैं। इस दौरान अधिकतम स्कोर 205 रहा और ये तीनों मैच जीते गए। टूर्नामेंट के पहले चार दिनों में टीमें छह बार 200 के पार गई थीं, जिनमें चार बार स्कोर 230 से ज़्यादा रहा और तीन बार ऐसे 200+ स्कोर हार में बदले।
IPL 2024 से तुलना
कम स्कोरों की वजह से इस सीज़न का रनरेट अब पिछले सीज़न के 19 मैचों के बाद के औसत से बस थोड़ा ही आगे है। पांच मैचों के बाद तो फ़र्क बड़ा था (10.7 बनाम 9.13) लेकिन अब ये अंतर सिर्फ़ 0.08 का रह गया है। पांच मैचों के बाद 2025 में कुल छक्कों की संख्या 2024 से 32 ज़्यादा थी (119 बनाम 87), लेकिन अब 2024 सीज़न छह सिक्सर से आगे निकल गया है। हालांकि सिक्सर पर गेंदों की औसत संख्या अब भी इस सीज़न के पक्ष में है।
IPL 2024 ने 20 या उससे ज़्यादा रन वाले ओवरों के मामले में भी बढ़त बना ली है -- पिछले सीज़न के 19 मैचों में ऐसे 32 ओवर हुए थे, जबकि इस बार अब तक 28 ऐसे ओवर फेंके गए हैं।
टीमों की तुलना
पिछले साल की तुलना में इस बार शुरुआती 19 मैचों के बाद बल्लेबाज़ी रनरेट के लिहाज़ से सबसे ज़्यादा सुधार करने वाली टीम गुजरात टाइटंस (GT) रही है। पिछले साल चार मैचों के बाद उनकी रनरेट 8.56 थी और रिकॉर्ड 2-2 का था। इस साल उन्होंने 10.08 की रनरेट से बल्लेबाज़ी की है।
इस साल अब तक चार टीमों की रनरेट 10 से ज़्यादा रही है, जबकि पिछले साल इसी चरण तक सिर्फ़ दो टीमों की रनरेट 10 से अधिक थी। हालांकि पिछले साल सबसे तेज़ रनरेट (11.71) कोलकाता नाइट राइडर्स की थी, जो इस साल की सबसे तेज़ रनरेट वाली टीम पंजाब किंग्स (10.2) से कहीं आगे थी।
इस साल रनरेट के लिहाज़ से सबसे नीचे चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) रही है। उनका रनरेट सिर्फ़ 8.05 है, जबकि पिछले साल इसी चरण में उनकी रनरेट 9.12 थी। सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) की रनरेट इस बार के सीज़न में काफ़ी ऊपर-नीचे हो रही है। उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ 286 बनाए, लेकिन उसके बाद चार में से सिर्फ़ एक बार ही 9 की रनरेट तक पहुंचे।
SRH इस बार एक अनचाही सूची में सबसे ऊपर है: उन्होंने अब तक सबसे ज़्यादा रन लुटाए हैं। उनकी इकॉनमी प्रति ओवर 10.73 की है। SRH ने पांच में से चार बार 10 या उससे ज़्यादा की रनरेट दी है, और अपने सबसे हालिया मैच में GT के ख़िलाफ़ 16.4 ओवर में 153 रन दिए।
गेंदबाज़ी इकाई के तौर पर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु (RCB) अब तक सबसे बेहतर टीम रही है। उनके तीन मैचों में औसत इकॉनमी रेट 8.47 रहा है, और वो इस सीज़न के 19 मैचों के बाद ऐसी इकलौती टीम है जिसकी इकॉनमी 8.5 से नीचे रही है।
कहां हैं रोमांचक मुक़ाबले?
इस सीज़न अब तक सिर्फ़ तीन मैच ऐसे रहे हैं जो 10 रन से कम के अंतर से या छह गेंदों से कम रहते हुए समाप्त हुए। CSK बनाम MI, DC बनाम LSG, और RR बनाम CSK उन मैचों की सूची में शामिल है। पिछले साल इसी चरण में सात मुक़ाबले ऐसे हुए थे।
दूसरी ओर, इस IPL में अब तक 12 मैच ऐसे रहे हैं जो 25 रन या उससे ज़्यादा के अंतर से या 20 या उससे ज़्यादा गेंद रहते हुए समाप्त हुए। तीसरे हफ़्ते में दाख़िल हो रहे IPL 2025 को अब थोड़ी और ज़्यादा रोमांच की ज़रूरत है।
एस राजेश ESPNcricinfo के स्टैट्स एडिटर हैं।
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