जॉस बटलर की अगुवाई में
बेन स्टोक्स ने एक नई विरासत स्थापित की है जहां इंग्लैंड, पुरुष क्रिकेट के इतिहास में एक साथ सफ़ेद गेंद के दोनों विश्व कप अपने नाम करने वाली
इकलौती टीम बन गई है।
प्लेयर ऑफ़ द मैच व प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़
सैम करन ने पहले 12 रन देकर तीन विकेट झटकते हुए पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी को 138 रन पर रोका और फिर बेन स्टोक्स की नाबाद अर्धशतकीय पारी ने इंग्लैंड को फ़ाइनल मुक़ाबले में पांच विकेट से जीत हासिल करा दी।
ओएन मॉर्गन की अगुवाई में इंग्लैंड ने 2019 का वनडे विश्व कप अपने नाम किया था। स्टोक्स ने बटलर की कप्तानी पर बात करते हुए कहा, "जब उस महान व्यक्ति (मॉर्गन) के कप्तानी छोड़ने के बाद बटलर ने कमान संभाली तब आप देख सकते हैं कि कितनी जल्दी उन्होंने टीम पर नियंत्रण हासिल कर लिया और मॉर्गन द्वारा छोड़ी गई विरासत को आगे बढ़ाया। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें मैदान पर हर कोई फ़ॉलो करता है।"
आदिल रशीद के विकेट मेडन ओवर के साथ-साथ मैच में एक टर्निंग प्वाइंट सिद्ध हुआ जब उन्होंने पाकिस्तानी पारी के 12वें ओवर में बाबर आज़म को कॉट एंड बोल्ड कर दिया।
स्टोक्स ने रशीद और करन की प्रशंसा करते हुए कहा, "आदिल रशीद और सैम करन ने ही हमारे लिए इस मैच को जीता। यह एक ट्रिकी विकेट थी। जिस तरह से सैम और रशीद ने गेंदबाज़ी करते हुए उन्हें कम स्कोर पर रोका, यह एक बड़ी वजह रही कि लक्ष्य का पीछा करने के दौरान हम अधिक दबाव में नहीं आए। मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि मैच हमारे हाथ से निकल रहा है। बस मेरी कोशिश यही थी कि जितना संभव हो सके, विकेट पर उतना समय बिताऊं।"
बटलर और स्टोक्स दोनों ने ही ग्रुप स्टेज के दौरान बारिश से प्रभावित मुक़ाबले में
आयरलैंड से मिली हार को टूर्नामेंट के संर्दभ में इसे टर्निंग प्वाइंट करार दिया।
स्टोक्स ने कहा, "टूर्नामेंट के एकदम शुरुआत में हमें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा। यह कुछ ऐसा था जिसे एड्रेस किया जाना ज़रूरी थी। लेकिन साथ ही साथ हमें इससे प्रभावित भी नहीं होना था क्योंकि एक बड़े टूर्नामेंट में आप अपने ऊपर बोझ लेकर नहीं चल सकते। इसका श्रेय आयरलैंड को जाता है। लेकिन बड़ी टीमें अपनी गलतियों से सीखती हैं। वह हार को अपने ऊपर हावी नहीं होने देती। मुझे लगता है टूर्नामेंट में मिली हर चुनौती का हमने डटकर सामना किया।"
कप्तान बटलर ने भी आयरलैंड से मिली हार के बाद टीम के प्रदर्शन में आए सुधार की सराहना की। बटलर ने कहा, "आयरलैंड गेम टीम के लिए काफ़ी कठिन था लेकिन इसके बाद हमने सुधार किया। इसके बाद हम लगातार बेहतर होते गए और मुझे लगता है हम चैंपियन बनना डिज़र्व करते हैं। हमने उस मैच के बाद हर करो या मरो वाले मुक़ाबले में जिस तरह का खेल दिखाया वह तारीफ़ के काबिल है।"
इंग्लैंड के सफ़ेद गेंदों के कोच
मैथ्यू मॉट जिन्होंने इस वर्ष के मई महीने में अपना पदभार ग्रहण किया। वह एक साल के भीतर ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम और इंग्लैंड की पुरुष टीम को कुल दो विश्व कप जितवा चुके हैं, जो कि दो वर्षों में उनकी तीसरी सफलता है। मॉट ने भी स्टोक्स की जमकर तारीफ़ की। उन्होंने कहा, "वह हर प्रारूप में एक मैच विनर हैं और हमें उन पर पूरा भरोसा है। आज रात उन्होंने परिस्थितियों को अच्छे से नियंत्रित किया।"
मॉट ने इसके साथ ही मॉर्गन को भी याद किया, जिन्होंने इंग्लैंड के नीदरलैंड्स दौरे पर रनों के लिए संघर्ष करने के बाद जून में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
उन्होंने कहा, "मैं मॉर्गन को भी इसका श्रेय देना चाहूंगा। हॉलैंड के पहले दौरे पर उन्होंने मुझे बताया कि इस समूह को कैसे संचालित करना है और आगे क्या चीज़ें करने की गुंजाइश है। मुझे पता है कि वह चाहते थे कि जॉस अच्छा करें। जॉस ने अंतिम मुक़ाबले में वहां कप्तानी की और इसने चीज़ों को सेट करने में मदद की। मैंने इस समूह में एक दूसरे के प्रति प्रेम को देखा है। मुझे पता था कि यदि हम पैनिक नहीं होंगे तो परिणाम हमारे पक्ष में होंगे।"