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हमारा भाग्य ने साथ नहीं दिया, नहीं तो हमारे पास एक या दो और विकेट होते: ऑली रॉबिन्सन

दिन के अंतिम ओवरों में कप्तान विराट कोहली का विकेट लेकर रॉबिन्सन ने अपनी उपयोगिता फिर साबित की

Ollie Robinson is pumped up after claiming Virat Kohli, England vs India, 2nd Test, Lord's, 1st day, August 12, 2021

विराट कोहली का विकेट लेने के बाद खुशी से उछलते रॉबिन्सन  •  Getty Images

न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ डेब्यू के बाद ऑली रॉबिन्सन ने अब तक मैदान के अंदर शानदार प्रदर्शन किया है। लॉर्ड्स में भारत के ख़िलाफ़ थकाऊ दिन में भी उन्होंने लगातार गेंदबाज़ी की और दिन के अंत तक विपक्षी कप्तान विराट को आउट कर एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित की।
पहले दिन रॉबिन्सन के आंकड़ें 23-7-47-1 के रहे। उन्होंने इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक और क़िफायती गेंदबाज़ी की और एंडरसन के साथ भारतीय बल्लेबाज़ों को परेशान करते रहे। लेकिन उन्हें अन्य गेंदबाज़ों से कोई खास सहयोग नहीं मिला, इस वज़ह से भारतीय बल्लेबाज़ों ने पहले दिन का खेल अपने नाम किया।
हालांकि दिन के अंत में उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली को चलता कर यह उम्मीद जरूर दी कि दूसरे दिन इंग्लिश गेंदबाज़ मैच में वापसी कर सकते हैं।
पहले दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, "यह एक बड़ा विकेट था और इससे हम कल सुबह बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ मैदान में जाएंगे। कोहली के ख़िलाफ़ हमारी रणनीति लगातार चौथे-पांचवे स्टंप पर बैक ऑफ़ लेंथ गेंदबाज़ी करने की थी और हम सफ़ल भी हुए। लेकिन सच कहूं तो भारतीय टीम ने पूरे दिन अच्छी बल्लेबाज़ी की और हमें उनके ख़िलाफ़ संघर्ष करना पड़ा।"
दिन की शुरूआत की कठिन परिस्थितियों में भारतीय सलामी बल्लेबाज़ों ने सजगता से शुरुआत की और 12 ओवरों में सिर्फ 14 रन जोड़े। इसके बाद सैम करन आए और रोहित ने उन पर कड़े प्रहार कर मोमेंटम को भारत के पक्ष में कर दिया। लंच के बाद रॉबिन्सन ने मार्क वुड के साथ गेंदबाज़ी की। एक तरफ जहां रॉबिन्सन ने कसी हुई गेंदबाज़ी की, वहीं दूसरी तरफ विकेट के चक्कर में मार्क वुड थोड़े महंगे साबित हुए।
बादलों से घिरे दिन में टॉस जीतकर इंग्लैंड ने पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया था, लेकिन उनके तेज़ गेंदबाज़ इसका फायदा नहीं उठा पाए। हालांकि रॉबिन्सन का माना है कि भाग्य ने भी थोड़ा सा उनका साथ नहीं दिया।
"हमें इसकी उम्मीद भी थी। काउंटी क्रिकेट में आपके सामने दो से तीन अच्छे बल्लेबाज़ होते हैं, लेकिन यहां आपके सामने छह से सात बल्लेबाज़ थे। मैंने पिछले एक-दो मैचों में महसूस किया है कि ऐसे दबाव वाले मौकों के लिए भी मैं तैयार हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "दिन भर में करीब 10 या 15 बार ऐसा मौका आया, जब गेंद ने बल्ले के बाहरी किनारे को मिस किया। किसी और दिन पर हमें इन गेंदों पर दो या तीन विकेट भी मिल सकते थे। हां, परिस्थितियों के हिसाब से हमें शुरुआती विकेट मिलने चाहिए थे, लेकिन शायद हमारा दिन भी ख़राब था। हमें निरंतर स्विंग नहीं मिल रहा था। विकेट भी थोड़ी सी स्लो थी, इसलिए भी हमारे तेज़ गेंदबाज़ों ने संघर्ष किया। स्विंग ना मिलने पर हम सीम गेंदबाज़ी के लिए गए लेकिन वहां भी हमें सफलता नहीं मिली।"
स्टुअर्ट ब्रॉड के बाहर होने के बाद एंडरसन के साथ रॉबिन्सन को नई गेंद संभालने की जिम्मेदारी दी गई। एंडरसन दिन के सबसे सफल गेंदबाज़ रहें, जिन्होंने खतरनाक दिख रहे रोहित शर्मा और पुजारा का विकेट लिया।
अपने सीनियर साथी के बारे में पूछने पर रॉबिन्सन ने कहा, "उन्होंने मैच की सुबह अपने आप को फ़िट घोषित किया और फिर खेले। मैंने उनसे व्यक्तिगत रूप से भी बात की, तब भी उन्होंने कहा कि वह ठीक हैं। इसका फायदा भी टीम को मिला। उन्होंने बहुत अच्छी गेंदबाज़ी की। हमारी योजना थी हम नई गेंद के साथ कम से कम दो विकेट लें और दिन के अंत तक हमारे पास कम से कम चार या विकेट रहें। अगर हमें दिन की शुरुआत में एक या दो विकेट और मिल जाते, तो हम अपनी योजना में सफल रहते।"

मैट रोलर (@mroller98) ESPNcricinfo के यूके एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है