यॉर्कशायर के बल्लेबाज़
गैरी बैलेंस ने नस्लीय टिप्पणी करने के लिए अपने पूर्व साथी खिलाड़ी
अज़ीम रफ़ीक़ से माफ़ी मांग ली है।
बैलेंस ने
पहले भी इसके लिए पछतावा जताया था लेकिन यह भी कहा था कि यह दो दोस्तों के बीच हुआ संवाद था, जिसमें ये सब चलता है। हालांकि उन्होंने अब बिना शर्त माफ़ी मांग ली है।
इससे पहले पिछले साल ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो ने यह खुलासा किया था कि यॉर्कशायर में रफ़ीक के साथ नस्लीय दुर्व्यवहार हुआ था। बैलेंस यॉर्कशायर से जुड़े उन सात व्यक्तियों में से एक थे, जिन्हें इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने जांच के बाद नस्लीय दुर्व्यवहार का दोषी माना था।
द क्रिकेटर की रिपोर्ट के अनुसार, प्रोफ़ेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन की मध्यस्थता में बैलेंस और रफ़ीक़ आपस में मिले और एक-दूसरे से बात की। बैलेंस ने कहा, "मैं अज़ीम से एक शांत और अच्छी जगह पर मिलना चाहता था, जहां पर उनसे आराम से बात की जा सके। मैं भी अज़ीम की तरह ही मानसिक अस्वस्थता से जूझ रहा हूं। मैं अपने शब्दों के लिए उनसे माफ़ी मांगता हूं। किसी भी समय नस्लीय टिप्पणी का प्रयोग करना अस्वीकार्य है। अगर मुझे पता होता कि इस शब्द के प्रयोग से अज़ीम को दुःख होता है तो मैं उसे तुरंत कहना बंद कर देता। इसलिए मैं उनसे मिलना चाहता था और बताना चाहता था कि मेरे मन में कोई दुर्भावना नहीं थी। हालांकि, यह कोई बहाना नहीं है। मैंने जिन शब्दों का पूर्व में प्रयोग किया, वह ग़लत था।"
रफ़ीक ने भी कहा कि उन्होंने बैलेंस की माफ़ी को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा, "मैं पहले दिन से ही बस यही चाहता था कि लोग अपनी ग़लती को स्वीकार करें और माफ़ी मांग लें। गैरी हिम्मती हैं कि उन्होंने सच्चाई को स्वीकार किया और अपनी ग़लती को माना। मुझे पता है कि वह मानसिक अस्वस्थता से जूझ रहे हैं और इसी वजह से उनकी माफ़ी में भी देरी हुई। लेकिन वह अपनी ईमानदारी के लिए बधाई के पात्र हैं। मुझे उम्मीद है कि वह जल्द ही अपनी रोजमर्रा की ज़िंदगी में दोबारा उसी उमंग से वापस लौटेंगे।"
बैलेंस ने सितंबर, 2021 से यॉर्कशायर के लिए कोई क्रिकेट नहीं खेला है। हालांकि वह इस सीज़न उनके द्वितीय डिवीज़न का हिस्सा थे।