गायकवाड़: नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी को लेकर मैं काफ़ी आश्वस्त था
"प्रबंधन की तरफ़ से जो भरोसा मेरे ऊपर दिखाया जा रहा है, वह मेरे लिए सौभाग्य की बात है"
हेमंत बराड़
04-Dec-2025
ऋतुराज गायकवाड़ ने बताया कि 50 ओवर के क्रिकेट में कभी नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी नहीं करने के बावजूद वह काफ़ी आश्वस्त थे कि वह उस स्थान पर ढल जाएंगे। साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सीरीज़ से पहले लिस्ट ए की 86 पारियों में ऋतुराज ने नंबर 3 से नीचे बल्लेबाज़ी नहीं की थी।
रांची में 14 गेंदों में सिर्फ़ 8 रन बनाकर आउट होने के बाद रायपुर के दूसरे वनडे में गायकवाड़ ने 83 गेंदों में 105 रनों की शतकीय पारी खेली और बताया कि यह उनकी अभी तक की हर फ़ॉर्मैट की सर्वश्रेष्ठ पारी है। गायकवाड़ ने मैच के बाद कहा," टीम प्रबंधन ने मुझे बताया था कि मैं नंबर 4 पर ही बल्लेबाज़ी करने वाला हूं। एक ओपनर होने के बावज़ूद प्रबंधन का इस तरह से मेरे ऊपर भरोसा दिखाना बड़े ही सौभाग्य की बात है।"
"वनडे फॉर्मैट में अगर मैं ओपनिंग के लिए भी आता हूं तो मेरी कोशिश रहती है कि मैं 45वें ओवर तक टिका रहूं। इसलिए मुझे पता है कि 11 से 40 ओवर के बीच कैसे खेलना है, स्ट्राइक कैसे रोटेट करनी है और बाउंड्री के क्या विकल्प हैं। इसलिए मुझे विश्वास था कि मुझे अपनी पारी कैसे ले जानी है। मुझे सिर्फ़ शुरू की 10-15 गेंदें देखनी थी कि मैं कैसे खेलता हूं और उसके बाद की प्रक्रिया उसी तरह से रही। मैं काफ़ी मेहनत कर रहा हूं और मेरी कोशिश थी कि अगर मैं टिकता हूं तो एक लंबी पारी खेल सकूं।"
गायकवाड़ ने कोहली के साथ 195 रनों की साझेदारी निभाई, जिन्होंने लगातार दो मैचों में अपना दूसरा शतक लगाया। इस साझेदारी के बारे में पूछने के बाद गायकवाड़ ने बताया कि यह एक सपने की तरह था। गायकवाड़ ने कहा, "मैं पिछले एक हफ़्ते से उन्हें देख रहा हूं। जितने भी अभ्यास सत्र हुए हैं, उसमें वह शानदार बल्लेबाज़ी कर रहे हैं। जिस तरह से वह मैच में भी अपनी पारी को बनाते हैं, वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। इस मैच में भी मुझे काफ़ी मज़ा आया। मैं अपने ज़ोन में रहना चाहता था और वह किसी तरह से बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, इसके बारे में नहीं सोच रहा था।"
"हमारे बीच बातचीत काफ़ी स्पष्ट थी। हमने 5-5, 10-10 रन का टारगेट बनाया था और कैसे गैप निकालकर बाउंड्री निकालनी है, कैसे स्ट्राइक रोटेट करनी है, ये सब विचार-विमर्श किया था। मेरे हिसाब से हमारी विकेट के बीच दौड़ काफ़ी अच्छी थी। आप इस तरह के लम्हों को लेकर सपना देखते हैं और इस तरह की साझेदारी निभाकर मुझे काफ़ी अच्छा लगा।"
ऋतुराज गायकवाड़ ने 77 गेंदों में अपना पहला वनडे शतक लगाया•BCCI
इस सीरीज़ से पहले गायकवाड़ ने 2023 में भारत के लिए वनडे खेला था। उसके बाद रोहित शर्मा और शुभमन गिल के लगातार ओपनिंग करने के कारण गायकवाड़ पीछे रह गए। इसके अलावा यशस्वी जायसवाल को भी उनके ऊपर प्राथमिकता दी गई। इस सीरीज़ में उन्हें श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण मौक़ा मिला है। इस चुनौती को वह किस तरह से देखते हैं?
"मेरे हिसाब से आप इन सब चीज़ों के बारे में जितना कम सोचेंगे, उतना अच्छा है। क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं तो आने वाले मैचों को लेकर आप पूरी तरह से फ़ोकस नहीं कर पाते हैं। पिछले विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में मैंने ज़्यादा रन नहीं बनाए थे (7 पारियों में194 रन)। उस समय मेरे दिमाग़ में कुछ चीज़ें चल रही थी। लेकिन उसके बाद मैंने सोचा कि अब कोई भी मैच रहे, चाहे वह क्लब गेम हो, रेड बॉल फ़ॉर्मैट हो या व्हाइट बॉल फॉर्मैट, मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा। मैंने ये समझा कि मेरा काम ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाने का है और उसके बाद अगर मुझे मौक़ा मिलता है तो अच्छा है और अगर नहीं भी मौक़ा मिलता है तो भी ठीक है।"
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं
