भारत 518/5 और 63/1 (सुदर्शन 25, राहुल 30, वारिकन 1-15) को वेस्टइंडीज़ 248 और 390 (कैंपबेल 115, होप 103, ग्रीव्स 50, बुमराह 3-44, कुलदीप 3-104) को हराने के लिए 58 रनों की ज़रूरत
जॉन कैंपबेल और
शे होप के शतकों के बाद निचले क्रम के बल्लेबाज़ों द्वारा दिखाए गए संघर्ष के कारण
दिल्ली टेस्ट पांचवें दिन पहुंच गया है। मैच के तीसरे दिन जब
भारत ने
वेस्टइंडीज़ को फॉलो-ऑन दिया था, तो उन्हें उम्मीद थी कि वे दूसरे पारी में भी वेस्टइंडीज़ को सस्ते में आउट कर मैच को समाप्त कर देंगे। लेकिन पहले कैंपबेल और होप ने संघर्ष दिखाया, फिर शतक लगाया और फिर उनके निचलेक्रम के बल्लेबाज़ों ने 100 रन से अधिक की बढ़त लेकर मैच को पांचवें दिन पहुंचा दिया।
दिन की शुरूआत
रवींद्र जाडेजा और
जसप्रीत बुमराह ने की और वेस्टइंडीज़ के नाबाद बल्लेबाज़ों कैंपबेल और होप ने तीसरे दिन के फ़ॉर्म को बरक़रार रखते हुए अगले एक घंटे में 39 रन और जोड़े। इस बीच कैंपबेल ने जाडेजा की गेंद को लॉन्ग ऑन पर छक्के के लिए भेज अपना शतक पूरा किया। यह 2002 के बाद से वेस्टइंडीज़ के किसी भी सलामी बल्लेबाज़ का भारत में पहला शतक था। वह इस साल वेस्टइंडीज़ के लिए शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ भी बने।
हालांकि इसके थोड़ी ही देर बाद वह जाडेजा की गेंद को रिवर्स स्वीप करने के चक्कर में विकेट के सामने पकड़े गए और पगबाधा आउट हुए। उनकी 115 रनों की पारी में 12 चौके और तीन छक्के शामिल थे और उन्होंने इस दौरान 265 मिनट तक 199 गेंदों का सामना किया। इस दौरान होप और कैंपबेल के बीच 295 गेंदों में 177 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी हुई।
इसके बाद आए कप्तान
रॉस्टन चेज़ ने होप का साथ देना शुरू किया और दोनों के बीच 59 रनों की साझेदारी हुई। होप ने सिराज की गेंद को स्लिप के बगल से चौके के लिए भेज अपना तीसरा टेस्ट शतक पूरा किया। यह 2017 के बाद से उनका पहला टेस्ट शतक था। हालांकि इसके थोड़ी देर बाद ही वह सिराज की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए।
इसके बाद
कुलदीप यादव ने मोर्चा संभाला और 14 गेंदों के अंतराल में तीन विकेट लेकर एक बार फिर से मैच के चौथे दिन समाप्त होने की उम्मीद दी। इस उम्मीद को बुमराह ने और बढ़ाया, जब उन्होंने जोमेल वारिकन और एंडरसन फ़िलीप को लगातार ओवरों में पवेलियन भेजा। लेकिन फिर
जस्टिन ग्रीव्स (50) और
जेडेन सील्स (32) ने पारी को संभाल लिया और आख़िरी विकेट के लिए 79 रन जोड़े। दोनों के बीच हुई इस साझेदारी से वेस्टइंडीज़ की बढ़त 100 रन से ऊपर की हो गई और भारत को अंतिम सवा घंटे में 121 रनों का लक्ष्य मिला।
यशस्वी जायसवाल इस लक्ष्य को आज के ही दिन पाना चाहते थे। उन्होंने पारी के पहले ओवर में दो चौके लगाए, लेकिन अगले ही ओवर में वारिकन की गेंद को लांग ऑन के ऊपर छक्के के लिए भेजने के चक्कर में कैच आउट हो गए। इसके बाद केएल राहुल और साई सुदर्शन ने जिस तरह का खेल दिखाया, उससे लगा कि वे किसी भी जल्दबाज़ी में नहीं हैं और मैच को पांचवें दिन ले जाने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है।
अब देखना होगा कि भारत आख़िरी दिन की सुबह 58 रनों को बनाने में कितना समय लेगा?